voucher creation in tally in hindi वाउचर क्या है होता है इन हिंदी , वाउचर की परिभाषा किसे कहते है क्रिएशन कार्य करता है ?
न्यू लैजर क्रिएशन
ओपनिंग बैलेंस के साथ सभी लैजर्स क्रिएट करने के बाद चालू वर्ष के दौरान सभी रेवेन्यू एकाउंट्स और अन्य एकाउंट्स की ट्रांजेक्शन के लैजर्स क्रिएट किए जाते हैं। लैजर्स के ओपनिंग बैलेंस शून्य होंगे।
वाउचर क्रिएशन
एकाउंट वाउचर : फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जानकारी रिकॉर्ड करने का कार्य एकाउंट वाउचर करता है।
टैली एकाउंट वाउचर के प्रकार
1. कॉण्ट्रा : यह बैंक खाते से धन निकालने और जमा करने तथा दो बैंक खातों के बीच धन का ट्रांसफर करनेवाला मनी ट्रांसफर है।
2. रिसीट : कैश और चेक द्वारा धन की प्राप्ति होना।
3. पेमेंट : कैश और चेक द्वारा धन का भुगतान।
4. जनरल : नॉन कैश ट्रांजेक्शन (डेप्रिसिएशन और ब्याज इत्यादि के बढ़ने की तरह)।
5. क्रय-विक्रय : क्रय-विक्रय के लिए इसका प्रयोग होता है।
सिंगल मोड एंट्री के लिए कन्फिगरेशन सेटअप
डेबिट या क्रेडिट का ब्यौरा दिए बिना सिंगल मोड एंट्री में पेमेंट, रिसीट और कॉण्ट्रा वाउचर एंटर करने के लिए थ्12 प्रेस करें। गेटवे पर कन्फिगरेशन दिया हुआ होता है, जिससे आप कन्फिगरेशन मेन्यू प्राप्त करते हैं। कन्फिगरेशन मेन्यू पर वाउचर एंट्री सिलेक्ट करें। एकाउंटिंग वाउचर्स के साथ न्ेम ैपदहसम म्दजतल उवकम वित च्लउज ध् त्मचजध् ब्वदजतं पर ल्मे करें।
एकाउंट्स वाउचर क्रिएशन
इसमें हर प्रकार की वाउचर एंट्री की चर्चा की जाएगी। वाउचर एंट्री स्क्रीन पाने के लिए गेटवे पर एकाउंटिंग वाउचर्स क्लिक करें।
सिंगल मोड वाउचर एंट्री में लैजर एकाउंट्स के नियम
हैडर एकाउंट : हैडर एकाउंट के लिए सबसे ऊपर व्दम ब्ें या ठंदा ।बबवनदज को सिलेक्ट करें। ध्यान रखें कि हैडर एकाउंट के लिए एमाउंट एंटर न किया जाए, क्योंकि ये सभी लाइनें एकाउंट्स में एंटर एमाउंट की नेट फिगर से जुड़ी होती हैं।
लाइन एकाउंट्स : एकाउंट्स पेज के नीचे के हिस्से में आप एक या उससे भी ज्यादा लैजर एकाउंट्स ट्रांजेक्शन एंटर कर सकते हैं। डिडक्शन के लिए नेगेटिव फिगर में एकाउंट टाइप करें। (पहले माइनस का चिह्न, फिर एमाउंट टाइप करेंय जैसेङ्त 1000)। लैजर एकाउंट्स पहले पॉजिटिव होने चाहिए। सभी एकाउंट्स की नेट वैल्यू हैडर एकाउंट में पोस्ट होती है, जैसा फिगर्स में दिखाया गया है।
सिंगल मोड वाउचर एंट्री के स्टेप्स
सिंगल मोड में निम्नलिखित स्टेप्स को एंटर करें
1. वाउचर नंबर : ये टैली द्वारा शो होते हैं।
वाउचर डेट : करेंट डेट आगे बढ़ती है, जिसे बताए गए तरीके के मुताबिक आल्टर कर सकते हैं।
लाइन एरिया
1. लैजर एकाउंट : लैजर एकाउंट को सिलेक्ट करें।
2. लैजर एमाउंट : लैजर एमाउंट को सिलेक्ट करें।
नरेशन
1. चेक नंबर : बैंक ट्रांजेक्शन के मामले में चेक नंबर एंटर करें।
2. वाउचर नरेशन : वाउचर नरेशन एंटर करें।
वाउचर में की जानेवाली एंट्री के स्टेप्सङ्त
1. वाउचर नंबर : सामान्यतः टैली अपने आप ही वाउचर डेट के अनुसार वाउचर के लिए हर प्रकार के वाउचर नंबर क्रमानुसार प्रदर्शित करता है।
2. वाउचर डेट : साधारणतः करंट डेट ही वाउचर डेट पर डिस्प्ले होती रहती है। डेट बदलने के लिए डेट फील्ड पर कर्सर लेने के लिए Sift Tab दबाएँ। उसके बाद उसमें डेट एंटर करें या डेट बटन दबाएँ तथा वाउचर डेट एंटर करें। यह डेट आगे वाउचर्स में डिस्प्ले होती रहेगी। यह तब तक रहेगी जब तक आप दोबारा करंट डेट नहीं बदलते। वाउचर डेट की एंट्री के बाद उससे संबंधित दिन भी डिस्प्ले होगा।
हैडर लैजर एकाउंट
सबसे पहले हैडर लैजर एकाउंट पर कर्सर आता है। आप हैडर पर आवश्यक कैश एकाउंट सिलेक्ट कर सकते हैं।
1. लाइन लैजर डिटेल्स : हैडर एकाउंट सिलेक्ट करने के बाद लाइन एरिया पर कर्सर आता है, जहाँ ज्यादा-से-ज्यादा लैजर एकाउंट एंटर कर सकते हैं।
2. लाइन लैजर एकाउंट : आप लाइन लैजर एकाउंट को एकाउंट की तरह लैजर सूची से सिलेक्ट कर सकते हैं।
3. लाइन लैजर एमाउंट : सिलेक्टिड लाइन लैजर एकाउंट में एमाउंट एंटर करें तथा वह एमाउंट पॉजिटिव ही होना चाहिए। पेमेंट/रिसीट वाउचर में डिडक्शन करने के लिए आप 2nd और उसके अगले के लैजर में एमाउंट एंटर कर सकते हैं।
नोट
सभी लाइन लैजर एमाउंट का नेट एमाउंट धनात्मक ही होना चाहिए, जो ऊपर एंटर हैडर लैजर एकाउंट में सेव होता है।
वाउचर नरेशन
सभी लाइन लैजर एकाउंट्स की एंट्री करने के बाद एंटर प्रेस करें, जिससे कर्सर नरेशन फील्ड पर पहुँच जाता है। यदि आपके द्वारा बैंक एकाउंट सिलेक्ट किया जा चुका है तो चेक नंबर एंट्री करने के लिए तैयार रहें।
वाउचर एंट्री के उदाहरणों को फिगर्स द्वारा समझाया गया है।
कॉण्ट्रा वाउचर
कॉण्ट्रा वाउचर का इस्तेमाल धन को एक बैंक के खाते से दूसरे बैंक के खाते में ट्रांसफर करने, कैश डिपोजिट और कैश विदड्रॉल आदि के लिए किया जाता है।
पेमेंट वाउचर
कैश और चेक द्वारा धन के भुगतान के रिकॉर्ड के लिए पेमेंट वाउचर का इस्तेमाल किया जाता है।
1. हैडर एकाउंट : यह एकाउंट क्रेडिट है। यह कैशध् बैंक एकाउंट है. जिसके द्वारा धन का भुगतान हुआ होता है।
2. लाइन एकाउंट : यह एकाउंट डेबिट है। ऐसे अन्य लैजर एकाउंट हैं, (नॉन कैश/बैंक एकाउंट) जिसके लिए भुगतान हुआ है। ये एकाउंट क्रेडिट होते हैं। ये एकाउंट नेगेटिव फिगर के साथ डेबिट हैं। रिसीट वाउचर
कैश या चेक द्वारा प्राप्त धन की रिसीट को रिकॉर्ड करने के लिए रिसीट वाउचर का इस्तेमाल किया जाता है।
1. हैडर एकाउंट : कैश/बैंक एकाउंट को रिकॉर्ड करने के लिए रिसीट वाउचर का इस्तेमाल किया जाता है।
2. लाइन एकाउंट : अन्य लैजर एकाउंट्स (नॉन कैश/बैंक एकाउंट), जिनके लिए भुगतान हुआ है। ये एकाउंट क्रेडिट होते हैं। ये एकाउंट नेगेटिव फिगर के साथ डेबिट होते हैं।
जनरल वाउचर
धन की रिसीट या पेमेंट के अलावा ट्रांजेक्शन के लिए जनरल वाउचर का प्रयोग किया जाता है। यह केवल डबल एंट्री मोड में एंटर होता है। हैडर एकाउंट के बिना एमाउंट क्तध्ब्त कॉलम में होता है।
जनरल वाउचर एंट्री में लैजर एकाउंट के नियम
टाइप डी (डेबिट के लिए) सी (क्रेडिट के लिए), या टी (ज्व के लिए), बी (इल के लिए)। पहला लैजर एकाउंट हमेशा डेबिट होना चाहिए।
कैश/बैंक एकाउंट के अलावा लैजर एकाउंट सिलेक्ट करें। कैश के अनुसार ही डेबिट या क्रेडिट कॉलम में एमाउंट एंटर करें। इसमें कोई भी नेगेटिव एमाउंट एंटर नहीं कर सकते।
नोट!
सभी डेबिट एमाउंट्स का टोटल सभी क्रेडिट एमाउंट्स के टोटल के समान होना चाहिए।
लैजर एमाउंट्स की एंट्री करने के बाद कर्सर नरेशन फील्ड पर आता है, जहाँ उसी तरीके से वाउचर नरेशन एंटर किए जाते हैं।
भिन्न प्रकार के वाउचर के उदाहरणङ्त
यद्यपि सिंगल मोड वाउचर एंट्री में डेबिट व क्रेडिट का उल्लेख नहीं होता, लेकिन टैली स्वयं वाउचर के प्रकार, एकाउंट की पॉजिशन तथा एमाउंट के निशान के तरीकों से डेबिट और क्रेडिट एक्शन को समझता है।
पहला लैजर एकाउंट बिना एमाउंट के हैडर एकाउंट दरशाता है। बाकी लैजर एकाउंट्स के साथ लाइन एरिया एकाउंट्स हैं। वाउचर नरेशन अंत में दरशाए जाते हैं।
कॉण्ट्रा वाउचर
चूँकि पहला लैजर एकाउंट, हैडर एकाउंट होता है, इसलिए यह डेबिट एकाउंट है और इसे डेबिट कॉलम में दरशाया जाता है। बाद के एमाउंट्स क्रेडिट कॉलम में दरशाए जाते हैं, क्योंकि ये लाइन एरिया में एंटर किए होते हैं।
कॉण्ट्रा वाउचर एंट्री के उदाहरणङ्त
1. बैंक से कैश विदड्रॉल।
2. बैंक में कैश डिपॉजिट।
3. एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में फंड ट्रांसफर।
4. अन्य बैंक खातों में कैश डिपॉजिट।
दो बैंक खातों में कैश डिपॉजिट करने के लिए कॉण्ट्रा वाउचर
जिस बैंक से धन निकाला जाता है, उस बैंक के सिंगल मोड के कॉण्ट्रा वाउचर में कई कैश व बैंक एकाउंट एंटर किए जाते हैं, परंतु जिसमें धन जमा किया जाता है उसमें केवल एक कैश/बैंक एकाउंट एंटर कर सकते
इसलिए सिंगल मोड में, विभिन्न बैंक खातों से केश विदड्रॉल करने के लिए कॉण्ट्रा वाउचर भी क्रिएट कर सकते हैं। लेकिन कई बैंक एकाउंट से कैश विदड्रॉल के लिए केवल एक कॉण्ट्रा वाउचर क्रिएट नहीं कर सकते हैं। अतः प्रत्येक बैंक एकाउंट से कैश विदड्रॉल कराने के लिए एक अलग वाउचर करने की आवश्यकता होती है।
पेमेंट वाउचर्स
कॉण्ट्रा वाउचर्स एंट्री के उदाहरणङ्त
1. मशीनरी रिपेयरिंग एक्सपेंसेस।
2. एडवांस सैलरी।
3. एडवांस वापसी और अन्य स्टेटुअरी डिडक्शन के बाद सैलरी का भुगतान।
4. म्यूचुअल फंड में निवेश
जनरल वाउचर्स
जनरल वाउचर्स एंट्री के उदाहरणङ्त
1. रिसीवेबल इन्कम।
2. एक्सप्रेसेस की लायबिलिटीज।
3. बढ़ा ब्याज (रिसीवेबल और पेबल ब्याज)।
4. डेप्रिसिएशन।