प्रश्न 1 : डाई हैलाइड कितने प्रकार के होते है ? प्रत्येक के दो दो उदाहरण दीजिये।
उत्तर : डाई हैलाइड दो प्रकार के होते है
- निकटवर्ती डाई हैलाइड :
इसमें पास पास के कार्बन परमाणुओं पर दो हैलोजन जुड़े होते है , इसका साधारण नाम एल्किलिन डाई हैलाइड है।
उदाहरण : एथिलीन डाई हैलाइड
प्रोपिलीन डाई हैलाइड
- जैमडाई हैलाइड :
जब एक ही कार्बन पर दो हैलोजन जुड़े हो तो उन्हें जैमडाई हैलाइड कहते है।
उदाहरण : मेथिलीन क्लोराइड
एथिलिडीन क्लोराइड
C-X बंध की प्रकृति :
- c-x बंध में हैलोजन की विद्युत ऋणता अधिक व कार्बन की विद्युत ऋणता कम होती है जिससे कार्बन पर आंशिक धनावेश तथा हैलोजन पर आंशिक ऋणावेश आ जाता है अतः c-x बंध ध्रुवीय प्रकृति का होता है।
- हैलोजन में F का आकार सबसे छोटा तथा I का आकार सबसे बड़ा होता है अतः बंध लम्बाई का बढ़ता क्रम
R-F < R-Cl < R-Br < R-I
- बंध लम्बाई बढ़ने पर बंध वियोजन एन्थैल्पी कम होती है अतः बंध वियोजन एन्थैल्पी का घटता क्रम
R-F > R-Cl > R-Br > R-I
एल्किल हैलाइड बनाने की विधियां :
A . एल्कोहल (alcohol) से –
- एल्कोहल (alcohol) की क्रिया PCl5से करने पर
R-OH + PCl5 → R-Cl + POCl3 + HCl
C2H5-OH + PCl5 → C2H5– Cl + POCl3 + HCl
- एल्कोहल (alcohol) की क्रिया PCl3 से करने पर
3(C2H5-OH) + PCl3 → H3PO3 + 3C2H5-Cl
- एल्कोहल (alcohol) की क्रिया थायोनिल क्लोराइड (SOCl2) से करने पर –
C2H5-OH + SOCl2 → C2H5-Cl + SO2 + HCl
नोट : यह R-Cl बनाने की सबसे अच्छी विधि है क्योंकि इस क्रिया में SO2 व HCl गैसीय अवस्था में होने के कारण बाहर निकल जाते है जिससे शुद्ध R-Cl प्राप्त है।
- एल्कोहल की क्रिया फास्फोरस तथा हैलोजन से करने पर
R-OH (P/Br)→ R-Br
- एल्कोहल की क्रिया NaBr तथा सांद्र H2SO4से करने पर
R-OH + NaBr + H2SO4 → R-Br + NaHSO4 + H2O
नोट : एल्कोहल की क्रिया KI व H2SO4 से करने पर R-I प्राप्त नहीं होते
KI + H2SO4 → HI + KHSO4
इस क्रिया में बने H-I का सांद्र H2SO4 द्वारा I2 में ऑक्सीकरण हो जाता है।
2HI + H2SO4 → 2H2O + I2 + SO2
- एल्कोहल की क्रिया H-X से करने पर
R-OH + R-X → 2H2O + R-X
नोट : H-X की क्रियाशीलता का घटता क्रम
H-I > H-Br > HCl > H-F