हमारी app डाउनलोड करे और फ्री में पढाई करे
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now
Download our app now हमारी app डाउनलोड करे

हैलोजन की परिभाषा क्या है तथा वर्गीकरण , प्रकार

By   December 20, 2017

परिचय (Definition of halogen) : जब एलीफेटिक यौगिक (एल्केन) में से H के स्थान पर हैलोजन आता है तो उन्हें हैलोएल्केन कहते है परन्तु जब ऐरोमेटिक यौगिकों में H के स्थान पर हैलोजन आता है तो उन्हें हैलोएरीन कहते है।

जैसे : RH → R-X

सब्सक्राइब करे youtube चैनल

C6H6 → C6H6– X

हैलोजन का वर्गीकरण :

हैलोजन परमाणु की संख्या के आधार पर – जब एल्केन में हाइड्रोजन परमाणु के स्थान पर 1,2,3,4 हैलोजन परमाणु आते है तो उन्हें क्रमशः मोनो , डाई , ट्राई , टेट्रा हैलोजन व्युत्पन्न कहते है या मोनो , डाई , ट्राई , टेट्रा हैलाइड कहते है।

उदाहरण – मेथेन , मोनो क्लोरो मेथेन

sp3 C-X bond युक्त :

इस आधार पर इन्हें निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है।

  1. ऐल्किल हैलाइड या हैलोएल्केन :
  • इनमे हैलोजन परमाणु एल्किल समूह से जुड़ते है।
  • इन्हें R-X से व्यक्त करते है।
  • इनका सामान्य सूत्र CnH2n+1 होता है तथा IUPAC नाम हैलोएल्केन होता है।
  • कार्बन परमाणु के आधार पर इन्हे 10 , 20 , 30 हैलाइड के नाम से भी जाना जाता है।
  1. एलिलिक हैलाइड :

वे हैलाइड जिनमें हैलोजन परमाणु C= C double bond  कार्बन के निक्वर्ती उस कार्बन से जुड़ा होता है जिसका संकरण sp3 होता है उसे एलिलिक हैलाइड कहते है।

उदाहरण :  3-chloro propene (CH2=CH-CH2-Cl)

  1. बेन्जिलिक हैलाइड :

वे हैलाइड जिनमे हैलोजन परमाणु बेंजीन वलय से जुड़े उस कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है जिसका संकरण sp3 होता है।

sp C-X bond युक्त :

ये दो प्रकार के होते है।

  1. वाइनिलिक हैलाइड :

वे हैलाइड जिनमें हैलोजन परमाणु सीधे ही द्विबंधित कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है , इस कार्बन का संकरण spहोता है उन्हें वाइनिलिक हैलाइड कहते है।

उदाहरण : CH2=CH-X (halo ethane)

  1. हैलोएरिन :

इन यौगिकों में हैलोजन परमाणु सीधे ही बेंजील वलय से जुड़ा होता है।

उदाहरण : halo benzene