रेल परिवहन क्या है , Rail transport in india in hindi , इन्जन  , भारत में रेलवे का विकास , वायु , जल परिवहन

रेल परिवहन

रेल लम्बाई – 

चौड़ाई (गेज)

  1. ब्रॉड गेज – 1.672 से 1.716 मीटर
  2. मीटर गेज – 1 मीटर
  3. नैरो गेज – 1 मीटर से कम – 672

इन्जन :

  1. भाप इंजन – कोयले से चलता है।
  2. डीजल इंजन – डीजल के तेल से चलता है।
  3. विद्युत इन्जन – यह बिजली से चलता है।
  4. इलेक्ट्रिक इंजन – यह सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा से चलता है , वह है सौर ऊर्जा

भापइंजन → डीजल इन्जन → विद्युत ईंजन → इलेक्ट्रिक इंजन।

प्रश्न : भारत में कुल कितने जोन रेलवे है और नवीनतम कौनसा बना है ?

उत्तर : 17 , मेट्रो रेलवे कोलकाता।

भारत में रेलवे का विकास –

  1. गति मान एक्सप्रेस
  2. शान ए पंजाब एक्सप्रेस
  3. हिमसागर एक्सप्रेस
  4. टेलगो ट्रेन
  5. भारत में बुलेट ट्रेन

प्रश्न : भारत में रेलों के विकास पर लेख लिखिए।

उत्तर : रेलों का विकास : विश्व की प्रथम रेल इंग्लैंड में 1825 में चलाई थी।  भारत में प्रथम रेल 16 अप्रेल 1853 में मुंबई से ठाणे के मध्य 34 किलोमीटर में चलाई गयी।  1857 की क्रान्ति के बाद अंग्रेजो ने भारत के प्रशासन पर अपनी पकड़ बनाने विदेशी आक्रमणों में मदद पहुँचाने तथा इंग्लैंड के हितो को साधनों के लिए रेल मार्गो का तीव्र विकास किया।

विशाल रेलमार्ग के साथ भारतीय रेलवे एशिया की सबसे बड़ी व विश्व की दुसरे स्थान की रेल प्रणाली हो गयी है।

31 मार्च 2016 के अनुसार भारतीय रेलवे के पास 16822 इंजन है जिसमे से 43 भाप इन्जन , 5714 डीजल ईंजन है , 5065 विद्युत इंजन है।

देश में रेलवे स्टेशनों की संख्या 7112 है , भारतीय रेलवे में 13.26 लाख श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ है।

भारत में रेल मार्गो का विकास (1950-51 से 2012-13 ) :

वर्ष रेल मार्गो की लम्बाई (किलोमीटर)
1950-51 53596
1960-61 56247
1970-71 59787
1980-81 61240
1990-91 62364
2000-01 63028
2010-11 64015
2011-12 64415
2012-13 64600

वायु परिवहन : 1911 ई. में इलाहाबाद से नैनी के मध्य चली थी।

शुरुआत में डाक के लिए चली थी।

  1. अन्तर्राष्ट्रीय सेवा → हवाई जहाज-एयर इंडिया
  2. राष्ट्रीय सेवा → हेलिकॉप्टर-इण्डिया एयरलाइन्स

फिर बाद में इन दोनों को ही एक कर दिया , मार्च 1994 द नेरानल एकिएशन कंपनी ऑफ इकियाज लिमिटेड बन गया।

भारत में प्रथम ग्रीन फिल्ड हवाई अएयर पोर्ट कहा है → हैदराबाद में।

जल परिवहन

  1. आंतरिक जल परिवहन
  2. महासागरीय परिवहन

भारत में प्रथम आन्तरिक जल परिवहन कहा है ? →  इलाहाबाद से हलदोय तक।

प्रश्न : भारत में वायु व जल परिवहन पर विस्तृत लेख लिखकर भारतीय उड्डयन निति 2016 को बिंदु भार विश्लेषण कीजिये।

उत्तर : वायु परिवहन : वायु परिवहन का सबसे तीव्रतम एवं आधुनिक व महंगा साधन है।  विशाल क्षेत्र एवं औद्योगिक एवं व्यापारिक केन्द्रों के मध्य अत्यधिक दूरियों को शीघ्रता से पार करने के लिए वायु परिवहन ही महत्वपूर्ण साधन है।  इसके साथ ही दुर्गम दूरस्थ स्थानों पर पहुँच प्राकृतिक आपदाओं में राहत हेतु उत्तम माध्यम है।  भारत में शुरुआत 1911 में इलाहाबाद एवं नैनी के बीच प्रथम उड़ान के साथ ही हुई थी लेकिन वास्तविक विकास प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात् ही हुआ था।  देश भारत में वायु परिवहन की सुविधाएँ प्रदान कराने का दायित्व भारतीय विमान पतन प्राधिकरण को है।  प्राधिकरण 23 अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डो सहित 97 घरेलु हवाई अड्डो और 25 नागरिक विमान टर्मिनलों सहित 127 हवाई अड्डो का प्रबंधन कर रहा है।  भारत द्वारा 51 देशो के साथ वैज्ञानिक समझौते किये गए है।

1953 में भारत की वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया और सभी कम्पनियों को दो नवनिर्मित निगमों इण्डियन एयर लाइन्स निगम व एयर इण्डिया के अंतर्गत कर दिया गया।

जल परिवहन : जल परिवहन सबसे सस्ता है।  इसमें परिवहन मार्ग , निर्माण एवं रखरखाव की समस्या नहीं तथा भारी भरकम सामानों का सुरक्षित परिवहन होता है।

भारत के जल परिवहन के विषय में मैगस्थानिज व एरियन के लेखो से ज्ञात होता है कि गंगा और उसकी 17 सहायक नदियों एवं सिन्धु और उसकी 13 सहायक नदियों में नौकाओ द्वारा परिवहन होता था।

भारतीय सामुद्रिक मार्ग पर चोल राजाओ का एकाधिकार था और ऊनकी जहाजी बेडा इतना सस्ता था कि उन्होंने सामुद्रिक मार्ग से विदेशियों को हमले का साहस नहीं करने दिया।  पिछली शताब्दी तक ब्रह्मपुत्र में डिबूगढ़ तक तथा गंगा में पटना के आर्वा तक यमुना में आगरा तक स्टीमर चला करते है।

राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन निति – 2016

घरेलु उडडयन को बढ़ावा देने के लिए देश की पहली राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन निति 15 जून 2016 को घोषित की गयी।

इस निति के मुख्य उद्देश्यों में निम्नलिखित बिंदु शामिल है –

  1. नागरिक उड्डयन के मामले में देश को 2022 तक 9 वे से तीसरा बड़ा बाजार बनना।  वर्तमान भारत का नवा स्थान है , यात्री आय को।
  2. वाणिज्य उड़ानों के लिए हवाई अड्डो की संख्या 2016 से 77 से बढ़कर 2019 तक 127 करना।
  3. घरेलु टिकटिंग को वर्ष 2015 में 8 करोड़ से बढ़ा कर 30 करोड़ रूपये तक करना।
  4. मालवाहक सामान की मात्रा को चार गुना बढ़ा कर 2027 तक 10 मिलियन टन करना।
  5. विमान सेवाओ की पहुँच आम आदमी तक ले जाना।
  6. ग्रीन फिल्ड हवाई अड्डो व हेलीकॉप्टर अड्डो का विकास करना।
  7. वर्ष 2025 तक गुणवत्ता प्रमाणित 3.3 लाख कुशल कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  8. लचीला एवं मुक्त ओपन इकाई पालिसी व कोड शेयरिंग समझौता।
  9. नियमो में ढील आसान प्रक्रिया व ई गवर्नेस द्वारा व्यापार करने में सुगमता।
  10. नागरिक उड्डयन क्षेत्र में मेक इन इन्डिया को प्रोत्साहन।

उपर्युक्त लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जो प्रावधान किये गए है , उनमे एक घंटे तक की उड़ान के लिए टिकट का मूल्य 2500 व आधे घंटे तक के लिए 1200 तक सिमित रखने को कहा इसके लिए विमान कम्पनियों को होने वाले नुकसान की भरपाई केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 80:20 के अनुपात में वहन की जाएगी , साथ ही कुछ अन्य सुधार किये गए प्रथम उड्डयन निति में।

जल परिवहन के लाभ

  1. कोई भी अधसंरचना विकसित नहीं की जाती है।
  2. इसमें प्रदूषण नहीं होता है।
  3. प्रत्येक मौसम में परिवहन करना।
  4. कम पूंजी इस परिवहन में लगती है।
  5. बड़े भारी वस्तुओ का आदान प्रदान होता है।

जल परिवहन की हानियाँ :

  1. भारत में सदावहनि नदियों की कमी है।
  2. नदी की तलहटी में मालवा जमा होकर छाछला बन जाता है।
  3. जिससे बड़े जहाजो को कठिनाई होती है।
  4. नदियों में प्रदुषण है।
  5. नदी में सतत बहाव की व्यवस्था नहीं है।

पाइपलाइन : जिसमे हम परिवहन इन वस्तुओ का कर सकते है – ठोस , द्रव , गैस।

ठोस को द्रव में बदलकर ही परिवहन किया जाता है।

लोहे को पिघलाकर भारत में कूदमेख से भगलोर तक भेजा जाता है।