धातु कार्बोनिल , प्रकार या वर्गीकरण , बंध , प्रभावी परमाणु क्रमांक नियम effective atomic number rule

metal carbonyl  in hindi धातु कार्बोनिल : धातु एवं कार्बन मोनो ऑक्साइड (CO) के यौगिकों को धातु कार्बोनिल कहा जाता है।

इन यौगिकों में धातु की ऑक्सीकरण अवस्था 0 या +1 होती है।

उदाहरण : Ni(CO)4 , Fe(CO)5 , Cr(CO)6

धातु कार्बोनिल के प्रकार या वर्गीकरण

धातु परमाणुओं की संख्या के आधार पर धातु कार्बोनिल यौगिक निम्न प्रकार के होते है –
1. एक नाभिकीय धातु कार्बोनिल यौगिक : इन यौगिकों में एक केन्द्रीय धातु परमाणु होता है।
उदाहरण : Ni(CO)4 , Fe(CO)5 , Cr(CO)6 आदि।
2. द्वि नाभिकीय धातु कार्बोनिल यौगिक : इनमे दो केंद्रीय धातु परमाणु होते है।
उदाहरण : Mn2(CO)10 , Fe(CO)9 आदि।
3. ट्राई या बहुनाभिकीय कार्बोनिल यौगिक : इनमे केन्द्रीय धातु परमाणु तीन या तीन से अधिक होते है।
उदाहरण : OS3(CO)12 , CO4(CO)12 आदि

धातु कार्बोनिल यौगिकों में बंधन

धातु कार्बोनिल यौगिकों में कार्बोनिल लिगेंड (co) में c परमाणु के पास एक electron युग्म होता है , इस e युग्म के द्वारा धातु एवं कार्बोनिल लिगेंड के मध्य सिग्मा बंध बनता है।
इसके पश्चात् धातु के भरे हुए dπ कक्षकों से electron का स्थानान्तरण कार्बोनिल ligand (co) के रिक्त antibonding कक्षकों में हो जाता है जिसे back bonding  या π बंधन कहते है।
back bonding से धातु आयन पर बढ़ा हुआ ऋणावेश धातु एवं लिगेंड के मध्य विस्थानिकृत हो जाता है।
back bonding से sigma बंध दृढ हो जाता है एवं सिग्मा बंध से π बंध दृढ हो जाता है इस प्रक्रिया को synergi’s क्रियाविधि कहते है।

प्रभावी परमाणु क्रमांक नियम (effective atomic number rule )

धातु कार्बोनिल यौगिक में धातु परमाणु पर electron की संख्या एवं कार्बोनिल समूह द्वारा (co) दान किये गये electrons की संख्या के योग को EAN (effective atomic number rule) नियम कहते है।
ऐसे धातु कार्बोनिल यौगिक जिनमे धातु का प्रभावी परमाणु क्रमांक 36 (Kr) , 54(Xe) , 86(Rn) होता है , प्रभावी परमाणु क्रमांक नियम का पालन करते है।
उदाहरण : Cr(CO)6 में EAN की गणना
Cr का परमाणु क्रमांक = 24
6(co) , लिगेण्ड द्वारा प्राप्त electron की संख्या = 6×2 = 12
अत: Cr का EAN =24+12 = 36
अत: Cr(CO)6 EAN नियम का पालन करता है।
EAN नियम के आधार पर धातु कार्बोनिल यौगिकों को निम्न दो भागों में बांटा जाता है –
1. जिनमे धातु परमाणु का परमाणु क्रमांक सम संख्या में होते है ये EAN नियम का पालन करते है।
धातु परमाणु के कुल electrons की संख्या एवं co समूह द्वारा दान किये गए electrons का कुल योग आगामी अक्रिय गैस के परमाणु क्रमांक के बराबर होता है।
2. वे धातु कार्बोनिल यौगिक जिनमे धातु का परमाणु क्रमांक विषम संख्या में होते है।  सामान्यत: EAN नियम का पालन नहीं करते।