मशीनी भाषा क्या है | मशीन भाषा किसे कहते है परिभाषा विशेषताएं , प्रकार उदाहरण machine language in hindi

machine language of computer in hindi मशीनी भाषा क्या है | मशीन भाषा किसे कहते है परिभाषा विशेषताएं , प्रकार उदाहरण ?

डिजाइन टूल्स तथा प्रोग्रामिंग भाषाएँ
प्. डिजाइन टूल्स
किसी प्रोग्राम को लिखने से पहले उसके अर्न्तगत होने वाले इनपुट, आउटपुट, डेटा के प्रवाह तथा लॉजीक का निर्धारण करना होता है। इसके लिए हमें डिजाइन टुल्स की आवश्यकता होती है। ये डिजाइन टुल्स निम्नलिखित है:
डी एफ डी
डी एफ डी किसी प्रोसेस या सिस्टम में डेटा के प्रवाह का चित्रात्मक प्रदर्शन है। इसमें सिस्टम में कंट्रोल का प्रवाह न दिखाकर डेटा का प्रवाह को चित्रित करते हैं।
डी एफ डी बनाने के लिए कुछ चिह्नों और संकेतकों (Symbols and Notations) का उपयोग होता है। ये संकेतक निम्नलिखित हैं:
NCc~ Yourdon Gene & Sarson
डेटा फ्लो
प्रक्रिया

निर्णय

कनेक्टर

इनपुट/आउटपुट
डेटा स्टोर

डेटा फ्लो : इसे तीर के चिह्न वाली रेखा से प्रदर्शित करते हैं। यह सिस्टम में डेटा के प्रवाह की दिशा बताता है।
प्रक्रिया: यह आने वाली डेटा के प्रवाह को जाने वाली डेटा के प्रवाह में बदल देता है। इसके अन्दर प्रोसेस के निर्देश होते हैं।
निर्णय: यह लॉजिकल प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है जिसका परिणाम हाँ या ना होता है। डी एफ डी में इसे से दर्शाया जाता है।
कनेक्टर : विशाल प्रोग्राम के एक पृष्ठ से अधिक के फ्लोचार्ट को कनेक्टर के द्वारा जोड़ा जाता है।
इनपुट /आउटपट: यह प्रोग्राम में इनपुट तथा आउटपुट को दर्शाता है।
डेटा स्टोर: यह डेटा के संग्रह को दर्शाता है।
एल्गोरिदम
कम्प्यूटर की सहायता से किसी भी कार्य को सम्पन्न करने के लिए प्रोग्राम या निर्देशों के समूह की आवश्यकता होती है। प्रोग्राम लिखने के लिए हमें एक-एक कर बताना होता है, यह कैसे संपन्न होगा या प्रोग्राम किस लॉजिक पर कार्य करेगा यहाँ पर हमें कम्प्यूटर एल्गोरिदम की जरूरत होती है। एल्गोरिदम किसी कम्प्यूटर प्रोग्राम को पूरा करने के लिए बुनियादी तकनीक है। यह निर्देशों का समूह है जो कार्य सम्पन्न होने में सहायक है।
फ्लोचार्ट
फ्लोचार्ट एल्गोरिदम या प्रोसेस का चित्रात्मक प्रदर्शन है। फ्लोचार्ट प्रोसेस या प्रोग्राम का विश्लेषण, डिजाइन करने, डाक्यूमेंट बनाने तथा प्रबंधन में उपयोग होता है। यह भी क्थ्क् के तरह चिह्नों तथा संकेतकों का प्रयोग कर बनाया जाता है।
सुडोकोड
इसे प्रोग्राम डिजाइन लैंग्वेज (च्क्स्) भी कहा जाता है जो फ्लोचार्ट का एक विकल्प है। सुडोकोड में लॉजिक को अंग्रेजी की तरह लिखा जाता है। बहुत सारे प्रोग्रामर सुडोकोड को वरीयता देते हैं क्योंकि इसमें परिवर्तन करना आसान है।
प्प्. प्रोग्रामिंग भाषाएँ
परिचय
प्रोग्रामिंग भाषा कम्प्यूटर को निर्देश देने तथा इच्छानुसार कार्य करवाने का एक माध्यम है। यह एक कृत्रिम भाषा है जिसे कम्प्यूटर को एक निश्चित क्रमानुसार चलाने या काम करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। यह की-बोर्ड, सिंवाल्स का एक सेट और स्टेटमेंट कन्स्ट्रक्ट करने के लिए नियमों का एक सेट है, जिसके द्वारा मानव कम्प्यूटर द्वारा निष्पादित किये जाने वाले अनुदेशों को संप्रेषित कर सकता है।
मुख्यतः प्रोग्रामिंग भाषा दो प्रकार के होते हैंः
(अ) निम्न स्तरीय भाषा
(ब) उच्च स्तरीय भाषा (भ्पही स्मअमस स्ंदहनंहम)
प्रोग्रामिंग भाषाएँ

मशीन भाषा
यह कम्प्यूटर की आधारभूत भाषा है। यह केवल 0 और 1दो अंकों के प्रयोग से निर्मित श्रृंखला अर्थात् बाइनरी कोड से लिखी जाती है। यह एकमात्र कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाग कि कम्प्यूटर द्वारा सीधे-सीधे समझी जाती है। इसे किसी अनुवादक प्रोग्राम की आवश्यकता नहीं करनी होती है। इसे कम्प्यूटर का मशीन संकेत भी कहते हैं। प्रोग्रामिंग के शुरूआत के समय प्रोग्राम इसके प्रयोग से लिखे जाते थे।
मशीन भाषा में प्रत्येक निर्देश के दो भाग होते हैं पहला ऑपरेशन कोड या आॅपकोड और दूसरा लोकेशन कोड या ऑपरेण्ड। ऑपकोड कम्प्यूटर को यह बताता है कि क्या करना है और ऑपरेण्ड यह बताता है कि आँकड़ें कहाँ से प्राप्त करना है, कहाँ संग्रहित करना है।
मशीन भाषा में प्रोग्राम लिखना एक मुश्किल कार्य है। इस भाषा में प्रोग्राम लिखने के लिए प्रोग्रामर को मशीन निर्देशों या अनेकों संकेत संख्या के रूप में याद करना पड़ता है। इसमें गलती होने की संभावना अत्यधिक है तथा यह अत्यधिक समय लगने वाला कार्य है।
असेम्बली भाषा
मशीन भाषा में प्रोग्राम लिखने में आनेवाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए एक अन्य असेम्बली भाषा का निर्माण किया गया। इसमें बाइनरी कोड (0 या 1) का इस्तेमाल न कर अक्षर अथवा चिह्नों का प्रयोग किया जाता है जिसे सिम्बॉल भाषा कहते हैं। इसमें न्यूमोनिक कोड का प्रयोग किया गया जिन्हें याद रखना आसान है। जैसे स्क्। तथा ैन्ठ के लिए इत्यादि। इनमें से प्रत्येक के लिए एक मशीन कोड भी निर्धारित किया गया, पर असेम्बली कोड से मशीन कोड या ऑब्जेक्ट कोड में परिवर्तन का काम एक प्रोग्राम के द्वारा किया जाता है। जिसे असेम्बलर कहा गया।
अतः असेम्बली भाषा में प्रोग्राम लिखना अपेक्षाकृत अधिक सरल तथा समय की बचत करने वाला है। इसमें गलतियों को सरलता से ढूँढ़ा जा सकता है।
उच्च स्तरीय भाषा
उच्च स्तरीय भाषा कम्प्यूटर में प्रयोग की जाने वाली वह भाषा है जिसमें अंग्रेजी जा संख्याओं एवं चिह्नों का प्रयोग कर प्रोग्राम लिखा जाता है। यह मशीन पर निर्भर नहीं है। इन प्रोग्रामिंग भाषाओं को कार्यानुसार चार वर्गों में विभाजित किया गया हैः
1.वैज्ञानिक प्रोग्रामिंग भाषाएँ: इनका प्रयोग मुख्यतः वैज्ञानिक कार्यों के लिए होता हैय जैसे-अल्गोल, बेसिक, फोरट्रॉन, पास्कल आदि।
2. व्यावसायिक प्रोग्रामिंग भाषाएँ: व्यापार संबंधित कार्यों, जैसे- बही खाता, रोजानामचा, स्टॉक आदि का लेखा-जोखा आदि के लिए इनका उपयोग किया जाता है। जैसे- च्स्1, कोबोल, डीबेस आदि।
3.विशेष उद्देश्य प्रोग्रामिंग भाषायें: ये भाषायें विभिन्न कार्यों को विशेष क्षमता के साथ करने के लिए प्रयाग की जाती है। जैसे- ।च्360, लोगो आदि।
4. बहुउद्देशीय भाषायें: जो भाषायें समान रूप से विभिन्न प्रकार के कार्यो को करने की क्षमता रखती है, उन्हें बहुउद्देशीय भाषाएँ
कहते हैं। जैसे- बेसिक, पास्कल, च्स्1 आदि।
कुछ उच्चस्तरीय भाषाएँ
1. फोरट्रॉन: इसका विकास सन् 1957 में प्ठड704 कम्प्यूटर के लिए जॉन बेकरी के नेतृत्व में हुआ था। यह गणितीय कार्यों, सूत्रों तथा गणनाओं को करने में पूर्णतः सक्षम है। इसका उपयोग वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों द्वारा किया जाता है। यह प्रोग्रामिंग के लिए विकसित की गई सर्वप्रथम भाषा है।
2. अल्गॉल: अल्गॉल का विकास सन् 1958 में अल्गाॅल 58 के नाम से हुआ था। 1960 में इसमें थोड़ा परिवर्तन कर अल्गॉल 60 लाया गया। इसका उपयोग वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग उद्देश्य से किया जाता है, तथा यह गणितीय गणना करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।
3. च्स्1: च्स्1 का विकास सन् 1960 में प्ठड के द्वारा व्यावसायिक तथा वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए किया गया था। यह एक सफल प्रोग्रामिंग भाषा है, सिवाय इसके कि यह बहुउद्देशीय प्रसाधन देने के कारण छोटे मशीनों के लिए बहुत बड़ा है।
4. पास्कल: सन् 1971 में निकलॉस विर्थ द्वारा पास्कल भाषा का विकास किया गया। इस समय अन्य भाषाओं में जो कमी थी उसे पास्कल में प्रदान करने की कोशिश की गई। इस भाषा में संरचित प्रोग्रामिंग तकनीकों की सुविधा प्रदान की गई। इसे विकसित करने का मूल प्रयोजन छात्रों को प्रोग्रामिंग के मूलभूत तत्वों से अवगत कराना था । यह शिक्षण कार्यों के लिए विकसित किया गया था।
5. बेसिक: 1964 में जॉन जार्ज कैमी और थॉमस यूजीन कुर्टज ने बेसिक भाषा का विकास किया। नये प्रोग्रामरों के लिए यह सरल तथा शक्तिशाली भाषा है। यह इनट्रैक्टिव उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उपयोग वैज्ञानिकों तथा व्यवसायियों दोनों द्वारा किया जाता है।
6. कोबोल: इस भाषा का विकास व्यावसायिक हितों के लिए किया गया। इस भाषा में लिखे गये वाक्यों के समूह को पैराग्राफ कहते हैं । सभी पैराग्राफ मिलकर एक सेक्शन बनाते हैं और सेक्शनों से मिलकर डिविजन बनता है। कोबोल में गणितीय शब्दावली के लिए ।क्क्, ैन्ठज्त्।ब्ज् और डन्स्ज्प्च्स्ल् का उपयोग होता है। यह अंग्रेजी भाषा की तरह है तथा इसमें सर्वाधिक उपयुक्त डाक्यूमेंटेसन
संभव है।
7. लोगो : इस भाषा का विकास कम्प्यूटर शिक्षा को सरल बनाने हेतु किया गया । इसमें चित्रण इतना सरल है कि छोटे बच्चे भी चित्रण कर सकते हैं। लोगो भाषा में चित्रण के लिए एक प्रकार की त्रिकोणाकार आकृति होती है जिसे टरटल कहते हैं। यह बनाता जाता है जिससे अनेक प्रकार के चित्रों को सरलता से बनाया जा सकता है।
8. ‘सी‘: सी प्रोग्रामिंग भाषा 1970 के दशक में डेनिस रिची द्वारा विकसित किया गया था। सी कम्पाईलर सारे मशीनों/कम्प्यूटरों पर कार्य करने में सक्षम है। अतः इसका उपयोग बहुत ही व्यापक रूप् से होता है। यह सामान्य उद्देशीय प्रोग्रामिंग भाषा है। इसका डिजाइन तो सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाने के लिए हुआ था, पर इसका उपयोग अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर बनाने में भी काफी होता है।
9. सी $$: यह सिस्टम प्रोग्रामिंग के साथ-साथ सामान्य उद्देश्य प्रोग्रामिंग भाषा है। यह सी से थोड़ा बेहतर है तथा ऑब्जेक्ट उन्मुख प्रोग्रामिंग भाषा है। सी $ $, सी की अपेक्षा कठिन प्रोग्रामिंग भाषा है।
10. कोमल: यह सन् 1973 में डेनमार्क के बेनेडिक्ट लॉफस्टड और ब्रौज क्रिस्टनसन के द्वारा विकास किया गया था। कोमल बेसिक और पास्कल भाषा का मिला-जुला रूप है जो छात्रों को शिक्षा देने के लिए डिजाइन किया गया था।
11. प्रोलॉग: यह प्रोग्रामिंग इन लॉजिक का संक्षिप्त है। यह डाटा स्ट्रक्चर का धनी संग्रह है। इसका उपयोग बुद्धिमान सिस्टम, विशेषज्ञ सिस्टम को विकसित करने में किया जाता है, जो तार्किक और भावनात्मक प्रोग्रामिंग में संभव है।
12. आर पी जी: यह 1961 में प्ठड द्वारा विकसित किया गया था। यह व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए एक प्रोग्रामिंग भाषा है जो रिपोर्ट बनाकर देता है।
13. सी शार्प: सी शार्प को ब्रु भी लिखा जाता है। ब्रु एक कम्प्यूटर भाषा है, जो माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित की गई है । यह एक बहु कार्यात्मक तथा ऑब्जेक्ट ओरिएन्टेड प्रोग्रामिंग भाषा है।
14. जावा: जावा मूल रूप से सन माइक्रोसिस्टम द्वारा विकसित किया गया है और 1995 में इसे जारी किया गया। जावा, सिन्टैक्स सी तथा सी $$ का डेरिभेटीव है। यह ऑब्जेक्ट ओरिएन्टेड भाषा है। यह सामान्य उद्देश्यीय प्रोग्रामिंग भाषा है जो विभिन्न विशेशताओं के कारण इंटरनेट या वर्ल्ड वाइड वेव के लिए उपयुक्त भाषा है।
कमांड भाषा
यह एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता ऑपरेटिंग सिस्टम से संचार स्थापित करता है।
कुछ कमांड भाषा निम्नलिखित हैं:
1. डी सी एल: ये DEc~ VAX/VM ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ प्रयुक्त होता है।
2. शेल: शेल कमांड भाषा यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ प्रयुक्त होता है। यूनिक्स का अधिकतर उपयोग वेब सर्वर या सर्वर में होता है।
3. एम एस डॉस: यह प्ठड साथ प्रयुक्त होता है। इसके साथ अधिकतर डेटाबेस पैकेज डीबेस प्रयुक्त होता है।
चैथी पीढ़ी की भाषा
तीसरी पीढ़ी की भाषाओं में प्रोग्राम लिखने के लिए बहुत सारे कोड लिखने हा त्रुटि ढूँढ़ना तथा कोई परिवर्तन करना कठिन होता है। परन्तु 4 थी पीढ़ी की भाषा में निर्देशों की संख्या कम होती है अतः प्रोग्राम लिखना आसान होता है।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. …………..का उपयोग करते हुए पहले कम्प्यूटर प्रोग्राम किए गये थे।
(अ) एसेंबिल लैंग्वेज (ब) मशीन लैंग्वेज (स) सोर्स कोर्ड (द) ओब्जेक्ट कोड (इ) स्पगैटी कोड
2. 1964 में किसने बेसिक कम्प्यूटर भाषा का विकास किया?
(अ) निकोलस बर्थ (ब) जॉन० जी० कैमी (स) ग्रेस मूरी हॉपर
(द) जिम क्लार्क (़इ) इनमें से कोई नहीं
3. पास्कल:
(अ) को कम्प्यूटर की एक भाषा है (ब) कम्प्यूटर की इकाई है (स) कम्प्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम है
(द) कम्प्यूटर का एक प्रकार है (इ) इनमें से कोई नहीं
4. प्रोग्रामन हेतु विकसित की गई सर्वप्रथम भाषा कौन है?
(अ) कोबोल (ब) फोरट्रॉन (स) सी (द) सी़ (इ) इनमें से कोई नहीं
5. ……………वे वर्डस हैं जिसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ने अपने स्वयं के उपयोग हेतु अलग रखा है।
(अ) कंट्रोल वर्ड्स (ब) कंट्रोल स्ट्रक्चर्स (स) रिजड वर्ड्स (द) रिजर्व कीस (इ) इनमें से कोई नहीं
6. किसी प्रोग्राम का चित्र के रूप में प्रदर्शन क्या कहलाता है? ।
(अ) चार्ट (ब) हल चार्ट (स) फ्लोचार्ट (द) मिक्स चार्ट (इ) इनमें से कोई नहीं
7. छोटे बच्चों को ग्राफिक रेखानुकृतियों की शिक्षा देने के लिए कम्प्यूटर में किस भाषा का प्रयोग किया जाता है?
(अ) पायलट नायक (ब) सी (स) लोगो (द) कोमाल (इ) इनमें से कोई नहीं
8. निम्नलिखित में से कौन-सी वैज्ञानिक कम्प्यूटर भाषा है ? –
(अ) BASIC (ब) COBOL (स) FORTRAN (द) PASCAL (इ) इनमें से कोई नहीं
9. कम्प्यूटर भाषा FORTRAN किस क्षेत्र में उपयोगी है ?
(अ) व्यवसाय (ब) रेखाचित्र – (स) विज्ञान (द) वाणिज्य (इ) इनमे से कोई नहीं पाया
10. कम्प्यूटर भाषा COBOL किसके लिए उपयोगी है ?
(अ) व्यावसायिक कार्य (ब) ग्राफिक कार्य (स) वैज्ञानिक कार्य (द) इनमें कोई नहीं (इ) इनमें से कोई नहीं
11. किस कम्प्यूटर भाषा का प्रयोग वाणिज्यिक कार्यों में किया जाता है?
(अ) FORTRAN (ब) BASIC (स) COBOL (द) PASCAL (इ) इनमें से कोई नहीं
12. अंग्रेजी भाषा के समान उच्चस्तरीय कम्प्यूटर भाषा है
(अ) थ्व्त्ज्त्।छ (ब) च्।ैब्।स् (स) ब्व्ठव्स् (द) ब़़् (इ) इनमें से कोई नहीं
13. किस भाषा में सर्वाधिक उपयुक्त डॉकूमेन्टेशन संभव है ?
(अ) FORTRAN (ब) COBOL (स) PASCAL (द) C़़ (इ) इनमें से कोई नहीं
14. FORTRAN, ALGOL, PASCAL आदि भाषाओं को सिखाने के लिए किस भाग ‘नींव का पत्थर‘ कहा जाता है?
(अ) C़़ (ब) BASIC (स) COBOL (द) उपर्युक्त तीनों (इ) इनमें से कोई नहीं
15. जटिल वैज्ञानिक गणनाओं के लिए प्रयोग किया जाता हैः
(अ) BASIC (ब) FORTRAN (स) COBOL (द) PASCAL (इ) इनमें से कोई नहीं
16. BASIC भाषा का प्रयोग निम्न में से किस कार्य के लिए किया जाता है ?
(अ) वाणिज्यिक कार्यों के लिए (ब) वैज्ञानिक गणना हेतु (स) बच्चों को सिखाने हेतु
(द) प्रारंभ में सरल भाषा को सिखाने हेतु वद (इ) इनमें से कोई नहीं
17. भाषा जिसे कम्प्यूटर बिना ट्रांसलेशन प्रोग्राम के समझता है, कहलाती है।
(अ) अमरीकन भाषा (ब) मशीनी भाषा (स) गुप्त प्रच्छल भाषा (द) उपर्युक्त तीनोंय
(इ) इनमें से कोई नहीं
18. कम्प्यूटर भाषा JAVA के आविष्कारक कौन हैं ?
(अ) IBM (ब) माइक्रोसॉफ्ट (स) सन माइक्रोसिस्टम (द) इनफोसिस्टम
(इ) इनमें से कोई नहीं
19. अधिकतर कम्प्यूटर समझ सकता है
(अ) अंग्रेजी भाषा सदृश उच्चस्तरीय निर्देश (ब) BASIC (स) कोई भी भाषा (द) उपर्युक्त तीनों
(इ) इनमें से कोई नहीं।
20. सारे कम्प्यूटरों में लागू होती हैः
(अ) बेसिक भाषा (ब) कोबोल भाषा (स) मशीनी भाषा (द) फोरट्रान भाषा (इ) इनमें से कोई नहीं
21. ……… की-बोर्ड, सिंवाल्स का एक सेट और स्टेटमेंट कन्स्ट्रक्ट करने के लिए नियमों के एक सेट है, जिसके द्वारा मानव कम्प्यूटर द्वारा निष्पादित किये जाने वाले अनुदेशों के संप्रेषित कर सकता है।
(अ) कम्प्यूटर प्रोग्राम (ब) प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (स) एसेंबल (द) सिंटैक्स (इ) इनमें से कोई नहीं
22. इंटरनेट पर प्रयुक्त कम्प्यूटर लैंग्वेज है
(अ) बेसिक (ब) कोबोल (स) जावा (द) पास्कल (इ) इनमें से कोई नहीं
23. मल्टीमीडिया वेबपेज, वेबसाइट और वेब आधारित एप्लिकेशन विकसित विकसित कर लिए सबसे लोकप्रिय लैंग्वेज निम्न में से कौन-सी है?
(अ) कोबोल (ब) जावा (स) बेसिक (द) एसेम्बलर (इ) इनमें से कोई नहीं
24. यूनिक्स नामक ऑपरेटिंग प्रणाली विशेष रूप से …… हेतु प्रयोग में लायी जाती है।
(अ) डेस्कटॉप कंप्यूटर (ब) लैपटॉप कंप्यूटर (स) सुपर कर (द) वेब सर्वर्स (इ) ये सभी
25. C, BASIC, COBOL और जावा …… भाषाओं के उदाहरण हैं।
(अ) लो-लेवल (ब) कंप्यूटर (स) सिस्टम प्रोग्रामिंग (द) हाइ-लेवल (इ) इनमें से कोई नहीं
26. किस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को ट्रांसलेटर की जरूरत नहीं होती है ?
(अ) BASIC (ब) हाई लेवल लैंग्वेज (स) एसेंबली लैंग्वेज
(द) ब् (इ) मशीन लैंग्वेज ।
27. निम्नलिखित में से कौन-सा मशीन इंडिपेंडेंट प्रोग्राम है?
(अ) हाई लेवल लैंग्वेज (ब) लो लेवल लैंग्वेज (ब) लो लेवल लैंग्वेज (स) एसेंबली लैंग्वेज
(द) मशीन लैंग्वेज (इ) इनमें से कोई नहीं
28. एसेम्बली लैंग्वेज क्या है ?
(अ) मशीन लैंग्वेज (ब) हाई-लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वजाती (स) लो-लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज
(द) कंप्यूटरों को असैम्बल करने के लिए लैंग्वेज (इ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर
1. (ब) 2. (ब) 3. (अ) 4. (ब) 5. (स) 6. (स) 7. (स) 8. (स) 9. (स) 10. (अ)
11. (स) 12. (स) 13. (ब) 14. (ब) 15. (ब) 16. (द) 17. (ब) 18. (स) 19. (अ) 20. (स)
21. (अ) 22. (स) 23. (ब) 24. (द) 25. (द) 26. (इ) 27. (अ) 28. (स)