इंटरनेट की परिभाषा क्या है , इंटरनेट किसे कहते हैं Internet definition in hindi अर्थ मतलब बताइए

यहाँ हम जानेंगे कि इंटरनेट की परिभाषा क्या है , इंटरनेट किसे कहते हैं Internet definition in hindi अर्थ मतलब बताइए  ?

कम्प्यूटर [COMPUTERS पाठ्यक्रम कम्यूटर का सामान्य परिचय कम्प्यूटर के विभिन्न भाग, कम्प्यूटर हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर, इनपुट एव। आउटपुट प्रणालियां बाइनरी संख्याएं एवं अंकगणित, कम्प्यूटर भाषाओं का परिचय, प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर का सामान्य परिचय (GENERAL INTRODUCTION TO COMPUTER)

मानव-समाज के कई मूलभूत संसाधनों में सूचना एक अति महत्वपूर्ण संसाधन है। मनुष्य को प्रकृति ने सूचना-संसाधन के रूप में ‘भाषा’ प्रदान की है. किन्तु मनुष्य ने अपनी बुद्धि का प्रयोग कर अपने सूचना-संसाधन को अत्यन्त विकसित किया है। मानव ने सूचना-संसाधन को अपने वश में करने के लिए कम्प्यूटर का विकास किया है। कम्प्यूटर एक ऐसा यन्त्र है जो सूचनाओं को एकत्र कर उन्हें आवश्यकता पड़ने पर सुनियोजित ढंग से प्रस्तुत करता है। कम्प्यूटर जटिल गणनाओं को कुछ ही सेकण्डों में सम्पन्न कर देता है। आज कम्प्यूटर, संस्थाओं में अच्छे प्रबन्ध के लिए प्रयुक्त किया जाता है। आज कम्प्यूटर के माध्यम से बैंकों में कामकाज शुद्धता और तेजी से हो रहा है। हम कम्प्यूटर की सहायता से क्रेडिट कार्डो द्वारा खरीदारी कर सकते हैं। कम्प्यूटर द्वारा वाययान, रेलवे तथा होटलों में सीटों का आरक्षण होता है। अन्तरिक्ष-यात्रियों द्वारा पृथ्वी से सचनाओं के आदान-प्रदान में भी कम्प्यूटर की भूमिका महत्वपूर्ण है। विश्व भर के कम्प्यूटरों के परस्पर संयोजन से बना एक संचार-जाल (Communication Network). जिसे इण्टरनेट (Internet) कहते हैं, कम्प्यूटर-युग की सबसे बड़ी उपलब्धि है। कम्प्यूटर केवल एक निर्जीव यन्त्र ही नहीं है बल्कि यह मानव के ज्ञान को संकलित करके मानव की क्षमता से परे कार्यों को क्रियान्वित कर सकने वाला साधन है। इसमें कोई सन्देह नहीं कि कम्प्यूटर का आरम्भ गणितीय गणनाओं के लिए हुआ। मनुष्य सदा से ऐसे साधनों की खोज में था, जिनसे वह मानसिक और शारीरिक कार्यों को शीघ्रता और गुणवत्ता से पूरा कर सके। कम्प्यूटर में तेजी से कार्य करने की विलक्षण प्रतिभा है। इसकी शुरुआत चाहे जटिल गणितीय गणनाओं की शीघ्र सम्पन्नता के लिए हुई हो, लेकिन आज इसका क्षेत्र अत्यन्त व्यापक हो गया है। । कम्प्यूटर ने मानव की बौद्धिक क्षमता को उत्प्रेरित कर ज्ञान की नई शाखा को जन्म दिया है जिसे सचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) कहते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी में व्यापर का एक नया स्वरूप आया है जिसे ई-कॉमर्स (e-Commerce) कहते हैं। ई-कॉमर्स (e-Commerce) इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स (Electronic Commerce) का संक्षिप्त नाम है। कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक यन्त्र है और इसके द्वारा किया जाने वाला व्यापार ‘ई-बिजनेस’ कहलाता है। कम्प्यूटर की सहायता से किए जाने वाले ई-बिजनेस (e-Business) के कार्य ‘ई-कॉमर्स’ (e-Commerce) विषय को जन्म देते हैं। प्रक्षेपास्त्र की सफलता का मूल कारण कम्प्यूटर प्रणाली की सुविधाओं का उपलब्ध होना है। आधनिक काल की युद्ध-प्रणाली के अनेक अस्त्र-शस्त्र भी बिना कम्प्यूटर के व्यर्थ सिद्ध होते हैं। अन्तरिक्ष और चांद तक की यात्राएं कम्प्यूटर के माध्यम से ही सम्पन्न हो सकी हैं।

आज किसी राष्ट्र की क्षमता का आकलन उसके सैन्य-बल या अर्थ-बल से नहीं, बल्कि सूचना बल (Information Power) से भी किया जाता है। वही देश विकसित कहलाता है, जो सूचनाओं का आदान-प्रदान अधिक तीव्रता से कर सके। पिछले दशक में कम्प्यूटर नेटवर्क (परस्पर जुड़े कम्प्यूटर) और दूरसंचार का महत्व तेजी से बढ़ा है। भौगोलिक दूरियां मिटाकर सारा विश्व एक गांव बन गया है। वस्तुतः इस महान क्रान्ति–वैश्वीकरण का श्रेय कम्प्यूटर को ही है। कम्प्यूटर की इण्टरनेट प्रणाली की सहायता से ई-मेल की सुविधा मिलती है जिससे हम अपने सन्देश एक शहर से दूसरे शहर में संचार माध्यम द्वारा भेज सकते हैं। वॉयस मेल (Voice Mail) के माध्यम से हम अपने प्रियजनों की आवाज सुन सकते हैं, उनको देख सकते हैं और संवाद भी कर सकते हैं। इसे सुगम बनाया है—ध्वनि (Sound), दृश्य और पाठ (Text) के सम्मिलित रूप ‘मल्टीमीडिया’ (Multimedia) ने।

आज अन्तरिक्ष, फिल्म-निर्माण, यातायात-नियन्त्रण, उद्योग, व्यापार तथा शोध का कोई भी क्षेत्र कम्प्यूटर से अछूता नहीं है। जापान में तैयार किया गया हेल्मेट आकृति का कम्प्यूटर ‘साइलेण्ट स्पीच’ (Silent Speech) पर आधारित है। और रिमोट कन्ट्रोल (Remote Control) से नियन्त्रित है। मन में कुछ सोचते ही कम्प्यूटर तुरन्त संकेतों को समझाकर कार्य करने लगता है। जहां ‘फिट्स-3’ नामक अद्भुत कम्प्यूटर ने 1989 में विश्वप्रसिद्ध शतरंजखिलाड़ी को हरा दिया था, वहीं घड़ी के समान कलाई पर आ सकने वाले कम्प्यूटर परिचयपत्र की तरह भी काम आ सकेंगे। ऐसे कम्प्यूटर से उद्योगपति दुकानों, कार्यालयों और कारखानों में कर्मचारियों पर नजर रख सकेगे। जर्मनी में ‘किचन कम्प्यूटर’ रसोईघर के लिए बना है,

जो समाप्त हो चुके सामान की सूचना देकर खरीदे जाने वाले सामान को तय करना है। घरों के लिए ऐसे कम्प्यूटर भी उपलब्ध हैं, जो घर का दरवाजा घर के सदस्य की आवाज सुनकर खोल देते हैं। जहां नए-नए सॉफ्टवेयर शिक्षा के प्रसार में महत्वपूर्ण सिद्ध हुए हैं, वहीं वे गम्भीर बीमारियों के निदान का कार्य भी कर रहे हैं। वे मशीनों और इमारतों की डिजाइनिंग भी कर रहे हैं। कम्प्यूटर क्या है कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली ( Device) है जो निर्देशों के समूह (प्रोग्राम) के नियन्त्रण में डाटा या लक्ष्य पर क्रिया (Process) करके सूचना  (Information) उत्पन्न ( Generate) करता है। कम्प्यूटर में डाटा (Data) को स्वीकार ( Accept) करके प्रोग्राम (Program) को क्रियान्वित करने की क्षमता होती है। यह डाटा पर गणितीय  (Mathematical) व तार्किक (Logical) क्रियाओं को करने में सक्षम है। कम्प्यूटर में डाटा (Data) स्वीकार करने के लिए इनपुट डिवाइस (Input Device) होती है जबकि क्रिया  (Process) से प्राप्त परिणाम को प्रस्तुत करने के लिए आउटपुट डिवाइस (Output Device) होती है। प्रोसेसिंग (Processing) का कार्य जिस डिवाइस में होता है, उसे सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) कहते हैं। सी. पी. य. कम्प्यूटर का दिमाग होता है। दूसरे शब्दों में कम्प्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Device) है जिसमें निम्नलिखित क्षमताएं हैं: –

  1. मानव या यूजर (User) द्वारा प्रदत्त (Supplied) डाटा को स्वीकार (Accept) करना।
  2. इनपुट (Input) संग्रह या स्टोर (Store) करके निर्देशों (Instructions)को क्रियान्वित करना। 3. गणितीय क्रियाओं (Mathematical Operations)व तार्किक क्रियाओं (Logical Operations) को क्रियान्वित करना।
  3. मानव या यूजर (User) की आवश्यकतानुसार आउटपुट (Output) या परिणाम देना।

कम्प्यूटर सिस्टम (Computer System) एक या एक से अधिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कार्यरत इकाइयों के समूह को एक प्रणाली (System) कहते हैं। जैसे—अस्पताल एक सिस्टम है जिसकी इकाइयां (भाग) हैं डॉक्टर, नर्स, चिकित्सा के उपकरण, ऑपरेशन थियेटर मरीज. दवाइयां आदि। इसका लक्ष्य है मरीजों की सेवा व चिकित्सा। इसी प्रकार कम्प्यूटर भी एक सिस्टम (System) के रूप में कार्य करता है जिसके निम्नलिखित भाग या इकाइयां (Units) होती है :

  1. कम्प्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware) कम्प्यूटर के यान्त्रिक (Mechanical), वैद्युत (Electrical) तथा इलेक्ट्रॉनिक (Electronic) भाग, कम्प्यूटर हार्डवेयर कहलाते हैं।
  2. कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर (Computer Software) ये वे प्रोग्राम (Program) हैं जो कम्प्यूटर को यह निर्देश देते हैं कि किस प्रकार डाटा प्रोसेस (Process) किया जाए और आवश्यक सूचना (Information) जनित (Generate) की जाए।
  3. कम्प्यूटर पर्सनेल (Computer Personnel) या यूजर (User)-वे लोग जो कम्प्यूटरीकृत (Computerized) डाटा तैयार करते हैं, प्रोग्राम (Program) लिखते हैं, कम्प्यूटर को चलाते हैं और आउटपुट प्राप्त करते है, कम्प्यूटर पर्सनेल (Computer Personnel) या यूजर (User) कहलाते हैं। एक कम्प्यूटर सिस्टम (Computer System) प्रभावशाली रूप से तभी कार्य कर सकता है जबकि इसके तीनों भाग (Components) सुचारु रूप से क्रियाशील हों। किसी भी एक भाग (Component) के क्रियाशील न होने की दशा में सम्पूर्ण कम्प्यूटर सिस्टम काम नहीं कर सकेगा।

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