Hardness or softening at the center किसी केंद्र में कठोरीकरण अथवा मृदुकरण का सहजीवन : किसी कठोर केन्द्र से मृदु एवं ध्रुवणीय अर्दाशो के जुड़ने से कठोर केंद्र की कठोरता कम हो जाती है।
इसी प्रकार किसी मृदु केन्द्र से कठोर एवं अध्रुवणीय अर्दाशो के जुड़ने से मृदु केंद्र की मृदुता कम हो जाती है। यही क्रिया सहजीवन या sysmbiosis कहलाती है।
अथवा
कठोर केंद्र से मृदु केन्द्र जुड़ने से कठोर केंद्र की कठोरता कम हो जाती है एवं मृदु केन्द्र से कठोर केंद्र जुड़ने से मृदु केन्द्र की मृदुता कम हो जाती है यह क्रिया सहजीवन कहलाती है।
उदाहरण : Bf3 vs BH3
प्रश्न : क्या कारण है की Bf3 कठोर अम्ल एवं BH3 मृदु अम्ल हैं ?
उत्तर : B3+ एक कठोर अम्ल है और BF3 में B3+ से कठोर अर्दाश f– जुड़ने से BF3 में कठोरता बनी रहती है। अत: यह कठोर अम्ल होता है।
परन्तु BH3 में B3+ से मृदु केंद्र H– के जुड़ने से B3+ केन्द्र का मृदुकरण हो जाता है इसलिए BH3 एक मृदु अम्ल हैं।
प्रश्न : CO2+ सीमान्त अम्ल है जबकि [Co(CN)5]3- एक मृदु अम्ल है क्यों ?
उत्तर : [Co(CN)5]3- संकुल आयन में CO2+ आयन 5 CN– से जुड़ा हुआ है जो मृदु केन्द्र होते है इसलिए [Co(CN)5]3- संकुल आयन मृदु अम्ल होता है क्योंकि मृदु केंद्र CN– , CO2+ की कठोरता को कम करते देते है।
प्रश्न : [CO(CN)5I]3- एवं [CO(CN)5F]3-में से कौनसा अधिक स्थायी होगा और क्यों ?
उत्तर : उपरोक्त दोनों संकुलों में से [CO(CN)5I]3- अधिक स्थायी होता है क्योंकि [CO(CN)5] मृदु अर्द्धांश होता है जो अपने समान ही मृदु केंद्र I के साथ वरीयता से जुड़ता है , इस कारण यह संकुल आयन अधिक स्थायी होता है।
प्रश्न : प्रकृति में Ca और Mg , कार्बोनेट के रूप में पाए जाते है जबकि Cu तथा Ag सल्फाइड के रूप में पाये जाते है क्यों ?
उत्तर : क्षार एवं क्षारीय मृदा धातु आयन एवं हल्के संक्रमण धातु आयन प्रकृति में कठोर होने के कारण कठोर स्थितियाँ चुनते है। इसलिए ये प्रकृति में ये कार्बोनेट के रूप में पाए जाते है , इस कारण Ca , Mg प्रकृति में कार्बोनेट के रूप में पाये जाते है।
इसके विपरीत भारी संक्रमण धातु आयन जैसे Ag+ , Cu+ आदि मृदु प्रकृति के होने के कारण ये मृदु स्थितियाँ चुनते है। अत: Cu और Ag सल्फाइड के रूप में पाए जाते है।
प्रश्न : कारण सहित समझाइए की Ag+ , Cu+ , Fe3+ , Co3+ में वर्ग (a) के धातु आयन कौनसे है और वर्ग b के धातु आयन कौनसे है ?
उत्तर : Fe3+ , Co3+ आयन कठोर प्रकृति के होने के कारण ये वर्ग A के आयन है।Ag+ , Cu+ , मृदु प्रकृति के होने के कारण ये वर्ग B के धातु आयन है।