Faraday’s first and second law On electrolysis फैराडे का प्रथम व द्वितीय नियम विद्युत अपघटन पर आधारित
(1) फैराडे का प्रथम नियम (Faraday’s first law) :
जब किसी विद्युत अपघट्य के विलयन में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो इलेक्ट्रोडो पर निक्षेपित (इकठ्ठा ) होने वाले पदार्थ की मात्रा W आवेश की मात्रा Q के समानुपाती होती हैं।
अर्थात
W ∝ Q
आवेश की मात्रा = धारा x समय
Q = I x t
अतः
W ∝ I x t
W = ZIt
यहाँ Z एक स्थिरांक है जिसे विधुत रासायनिक तुल्यांक कहते है इसे निम्न प्रकार से परिभाषित किया जाता हैं।
यदि I = 1 ऐम्पियर तथा t = 1 सेकण्ड है तो
W = Z
अतः जब किसी विधुत अपघट्य के विलयन में 1 एम्पियर की धारा 1 सेकंड तक प्रवाहित की जाती है तो निक्षेपित (इक्क्ठे) पदार्थ की मात्रा को विधुत रासायनिक तुल्यांक कहते है।
(2) फैराडे का द्वितीय नियम(Faraday’s second law) :
जब दो या दो से अधिक विधुत अपघट्य के विलयन में समान मात्रा की विधुत धारा प्रवाहित की जाती है तो इलेक्ट्रोड पर निक्षेपित होने वाले पदार्थ की मात्रा W उनके रासायनिक तुल्यांक (E) के समानुपाती होती हैं।
अर्थात
W ∝ E
प्रथम विधुत अपघट्य के लिए W1 ∝ E1
द्वितीय विधुत अपघट्य के लिए W2 ∝ E2
या