JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi sociology physics physical education maths english economics geography History

chemistry business studies biology accountancy political science

Class 12

Hindi physics physical education maths english economics

chemistry business studies biology accountancy Political science History sociology

Home science Geography

English medium Notes

Class 6

Hindi social science science maths English

Class 7

Hindi social science science maths English

Class 8

Hindi social science science maths English

Class 9

Hindi social science science Maths English

Class 10

Hindi Social science science Maths English

Class 11

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Class 12

Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics

chemistry business studies biology accountancy

Categories: chemistry

ट्रिप्सिन एंजाइम का क्या कार्य है , रेनिन एंजाइम का कार्य , पेप्सिन एंजाइम के कार्य work of trypsin , renin , pepsin enzyme in hindi

work of trypsin , renin , pepsin enzyme in hindi , ट्रिप्सिन एंजाइम का क्या कार्य है , रेनिन एंजाइम का कार्य , पेप्सिन एंजाइम के कार्य :-

एंजाइम : एन्जाइम शब्द सर्वप्रथम विली नामक वैज्ञानिक ने सन 1878 में दिया था। एंजाइम शब्द का शाब्दिक अर्थ निम्न होता है –

Enzyme → En + Zymase → In Zymase → Inzymase → obtained from zymase

अब तक तीन हजार एंजाइम खोजे जा चुके है।

अब तक 300 का औधोगिक उत्पादन किया जा चूका है।

परिभाषा : हमारे शरीर में जैव रासायनिक अभिक्रियाओ को पूर्ण करने वाले जैव उत्प्रेरक एंजाइम कहलाते है।

उदाहरण : C12H22O11 + H2O → C6H12O6 + C6H12O6

एन्जाइमो का नामकरण : इनके नामकरण में शर्करा के अंत में O-ase शब्द प्रयुक्त किया जाता है।

उदाहरण : माल्टोस (शर्करा)

माल्टेस (एंजाइम)

एंजाइम का वर्गीकरण :

Class of enzyme
1.       Oxido reductase ये शरीर में ऑक्सीकरण व अपचयन का कार्य करते है |
2.       Transferase’s ये स्थानान्तरण में सहायक है |

AB + CD → AC + BD

3.       Hydrolase’s ये जल अपघटन में सहायक है |

AB + H2O → A(OH) + HB

4.       Lyase’s ये अपघटन में सहायक है |

AB → A + B

5.       Isomerase’s ये समावयवीकरण में सहायक है |
6.       Ligase’s ये ATP को कार्य स्थल तक पहुंचाते है |

एन्जाइम के भौतिक गुण

यह रंगीन क्रिस्टलीय ठोस होते है।

यह अम्ल , क्षार , लवण में अविलेय होते है।

यह जल में अविलेय होते है।

यह कोलाइडी प्रकृति के होते है।

यह उच्च अणुभार युक्त होते है।

यह विशिष्ट होते है [एक एंजाइम = एक अभिक्रिया]

यह शरीर के अनुकूलतम ताप 310 केल्विन पर प्रभावी कार्य करते है।

यह शरीर की pH 6 से 8 पर प्रभावी कार्य करते है।

यह अभिक्रिया के वेग को 1020 गुना तक बढ़ा देते है।

कुछ महत्वपूर्ण एंजाइम व उनके कार्य :

  1. मुंह की लार में टायलीन की उपस्थिति में : पोली पेप्टाइड→डेक्स्टॉस
  2. अग्नाशय रस में Amylopsin : पोलीपेप्टाइड → माल्टोस
  3. उदर जठर रस में पेप्सिन की उपस्थिति में : प्रोटीन → पोली पेप्टाइड
  4. अग्नाशय रस में ट्रिप्सिन की उपस्थिति में : एमीनो अम्ल
  5. जठर रस में lypase की उपस्थिति में : fat → fatty अम्ल / ग्लिस्रोल
  6. आंत्र रस में पाया जाने वाला माल्टेस की उपस्थिति : माल्टोस → ग्लूकोज
  7. आंत्र अग्नाशय रस में डीओक्सी ribo nuclease की उपस्थिति में : DNA/RNA → mono/oligo nucleoxide
  8. दूध → cheese

प्रश्न : एंजाइम की क्रियाविधि को समझाइये ?

या

एन्जाइम उत्प्रेरण की क्रियाविधि को समझाइये ?

उत्तर : सर्वप्रथम माइकेलिस व मेंटेन ने सन 1925 में यह क्रियाविधि दी।

यह क्रियाविधि निम्न पदों में संपन्न होती है –

पद-I  : इसमें एंजाइम , substrate के साथ क्रिया कर एंजाइम substrate जटिल बनाता है।

E + S → [ES]

पद-II  : यह एंजाइम , सब्सट्रेट जटिल , एंजाइम मध्यम जटिल में बदलता है।

[ES] पद-I  → [EI]

पद-III  : यह एंजाइम मध्यम जटिल , एंजाइम उत्पाद जटिल में बदलता है।

[EI] → [EP]

पद-IV : यह एंजाइम उत्पाद जटिल उच्च ऊर्जा युक्त होने के कारण ये एंजाइम व उत्पाद में बदलता है।

[EP] → E + P

इसी क्रियाविधि को सन 1898 में फिशर ने ताला-चाबी सिद्धांत द्वारा समझाया।

एंजाइम के उपयोग

  • यह शरीर की जैव रासायनिक अभिक्रियाओ को पूर्ण करते है।
  • ट्राईसिनेज एंजाइम द्वारा एल्बुनिजप रोग के निदान में सहायक होता है।
  • स्ट्रेप्टोकाइनेज के कारण रक्त तरल होता है जिससे हार्ट अटैक नहीं आता है।
  • रेनिन एंजाइम द्वारा दूध से पनीर बनाया जाता है।
Sbistudy

Recent Posts

four potential in hindi 4-potential electrodynamics चतुर्विम विभव किसे कहते हैं

चतुर्विम विभव (Four-Potential) हम जानते हैं कि एक निर्देश तंत्र में विद्युत क्षेत्र इसके सापेक्ष…

1 day ago

Relativistic Electrodynamics in hindi आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा

आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी नोट्स क्या है परिभाषा Relativistic Electrodynamics in hindi ? अध्याय : आपेक्षिकीय विद्युतगतिकी…

3 days ago

pair production in hindi formula definition युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए

युग्म उत्पादन किसे कहते हैं परिभाषा सूत्र क्या है लिखिए pair production in hindi formula…

6 days ago

THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा

देहली अभिक्रिया ऊर्जा किसे कहते हैं सूत्र क्या है परिभाषा THRESHOLD REACTION ENERGY in hindi…

6 days ago

elastic collision of two particles in hindi definition formula दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है

दो कणों की अप्रत्यास्थ टक्कर क्या है elastic collision of two particles in hindi definition…

6 days ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now