अल्कोहल के उपयोग (uses of alcohol) , CH3-OH , ग्लिसरीन , ethylene glycol , CH3-CH2-OH , absolute alcohol in hindi

[D] एल्कोहल में ऑक्सीजन के अयुग्मित इलेक्ट्रॉन पर क्रिया (reaction due to lone pair electron of oxygen in alcohol) : 

(1) HCl के साथ अभिक्रिया :

प्रश्न : परिशुद्ध एल्कोहल (absolute alcohol) किसे कहते है ?

उत्तर : 100% शुद्ध एल्कोहल (pure alcohol) को परिशुद्ध एल्कोहल (absolute alcohol) कहते है।

प्रश्न : परिशोधित एल्कोहल (rectified alcohol) किसे कहते है ?

उत्तर : 95.5% C2H5OH + 4.5% H2O = परिशोधित एल्कोहल (rectified alcohol)

प्रश्न : पॉवर एल्कोहल (power alcohol) किसे कहते है ? उपयोग भी दीजिये।

उत्तर : एल्कोहल (एथेनोल) + बेंजीन + पेट्रोल = पॉवर एल्कोहल (power alcohol)

इसका उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है।

प्रश्न : विकृतिकृत एल्कोहल (denatured alcohol) किसे कहते है ?

उत्तर : CuSO4 + C5H5N

एल्कोहल में CuSO4 नीले रंग के लिए न पिरीडीन को दुर्गन्धकारी के रूप में प्रयुक्त किया जाता है जिससे व्यक्ति एल्कोहल का शराब के रूप में सेवन करता है।

प्रश्न : मेथिलीकृत एल्कोहल या मैथिलीकृत स्प्रिट किसे कहते है ?

उत्तर : 99% C2H5OH + 1% CH3OH = मेथिलीकृत एल्कोहल (methylated alcohol) या मैथिलीकृत स्प्रिट

इस मेथिलीकृत एल्कोहल का उपयोग भी एल्कोहल के विकृतिकरण में किया जाता है।

प्रश्न : CH3-OH निर्माण की औद्योगिक विधि में प्रयुक्त जल गैस या भाप अंगार गैस का मिश्रण दीजिये।

उत्तर : CO + H2 = जल गैस या भाप अंगार गैस

प्रश्न : CH3-OH निर्माण की औद्योगिक विधि में जल गैस या भाप अंगार गैस का निर्माण कैसे किया जाता है ?

उत्तर : CH4 + H2O → CO + 3H2

उपयोग (uses of alcohol)

I. CH3-OH
  1. पेन्ट , वर्निश सेल्युलायड में विलायक के रूप में।
  2. H-CHO , CHI3 के निर्माण में
  3. एथिल एल्कोहल के विकृतिकरण में।
  4. गाडी मोहरों में रेडीमेटर में प्रतिहिम के रूप में।
II. CH3-CH2-OH :-
  1. पेन्ट व वर्निश में विलायक के रूप में।
  2. एस्टर , इथर , क्लोरल , आयोडल , क्लोरोफॉर्म व आयोड़ोफॉर्म बनाने में।
  3. पूतिरोधी के रूप में तथा पारदर्शी साबुन बनाने में
  4. निर्जलीकरण के रूप में
  5. टिंचर आयोडीन बनाने में।
  6. पेय पदार्थ के रूप में।
III. ethylene glycol :
  1. स्नेहक के रूप में।
  2. टेरीलीन बनाने में।
  3. परिरक्षक के रूप में।
IV. ग्लिसरीन :
  1. बोरोक्लिसरिन व ग्लिसरोफोस्फेटिक अम्ल औषधि बनाने में।
  2. यह आंद्रतागामी होता है , इससे शेविंग क्रीम टूथपेस्ट आदि बनाते है।
  3. इसे स्नेहक के रूप में भी काम में लेते है।
  4. प्लास्टिक बनाने में।
  5. विस्फोटक पदार्थ बनाने में।
  6. गाडी मोटरों के रेडीमेंरेरो में प्रतिहिम के रूप में।