What is solid (ठोस) , definition type, difference in crystalline (क्रिस्टलीय) and non crystalline (अक्रिस्टलीय) solids ठोस क्या है , परिभाषा प्रकार , क्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय ठोसों में अंतर
ठोस(solid) :
- प्रत्येक ठोस अवयवी कणों से मिलकर बनता है। ये अवयवी कण अणु , परमाणु या आयन होते है। ये closely packed(अच्छे से दबाकर पैक किया हुआ) अर्थात निबिड संकुलित होते है तथा असंपीडिय होते है अतः ठोस कठोर होते हैं।
- ठोस के अवयवी कणों के मध्य रिक्त स्थान कम होता है। इनकी स्थिति स्थिर बनी रहती हैं अतः ठोस का आयतन निश्चित बना रहता है।
- इनका घनत्व गैस तथा द्रव की तुलना में अधिक होता है। (d =M/V)
- इनका गलनांक प्राय: अधिक होता है।
- ये माध्य स्थिति के सापेक्ष दोलन करते है।
ठोसों के प्रकार :
ठोस दो प्रकार के होते है
- क्रिस्टलीय ठोस
- अक्रिस्टलीय ठोस
नोट : ठोसों का यह वर्गीकरण अवयवी कणों की व्यवस्था के आधार पर किया गया है।
क्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय ठोसों में अंतर
गुण | क्रिस्टलीय (Crystalline) | अक्रिस्टलीय (non crystalline) |
1. ज्यामितीय आकार | इनका ज्यामितीय आकार निश्चित होता है। | इनका ज्यामितीय आकार निश्चित नहीं होता। |
2. अवयवी कणों की व्यवस्था | परासी व्यवस्था होती होती है। | परासी व्यवस्था होती होती है |
3. प्रकृति | ये वास्तविक ठोस है। | ये आभासी ठोस या अतिशीतित द्रव है।
अर्थात द्रवों के भाँति बहने वाले। |
4. गलनांक | इनका गलनांक निश्चित होता है। | इनका गलनांक निश्चित नहीं होता ये एक ताप परास पर धीरे धीरे पिघलते है। |
5. गलन ऊष्मा | गलन ऊष्मा निश्चित होती है। | गलन ऊष्मा निश्चित नहीं होती। |
6. विदलन गुण | तेज धार वाले औजार से काटने पर ये सपाट व चिकनी सतह वाले दो भागो में विभक्त हो जाते है। | तेजधार वाले औजार से काटने पर ये समान व चिकनी सतह वाले दो भागो में विभक्त नहीं होते है। |
7. दैशिकता | ये विषम दैशिक होते है।
उदाहरण : पोटेशियम नाइट्रेट , बेन्जोइक अम्ल , कॉपर , चाँदी , लोहा , सोना , नैफ्थलीन , क्वार्ट्ज़ आदि |
ये सम दैशिक होते है।
उदाहरण : काँच , लकड़ी , रबड़ , PVC (पोलीविनाइल क्लोराइड) , टेफ्लॉन , रेशा कांच , फाइबर आदि |