सरल घनीय जालक , अंत: केन्द्रित घनीय , फलक केन्द्रित घनीय जालक , षट्कोणीय सुसंकुलित

सरल घनीय (sc) जालक (simple cubic lattice) : जैसा चित्र में दिखाया गया है कि इस त्रिविम जालक में जालक बिन्दुओं की स्थिति एकांक कोष्ठिकाओं के कोनों पर होती है , अर्थात जब किसी त्रिविम जालक में जालक बिंदु केवल एकांक कोष्ठिकाओं के कोनों पर स्थित हो तो ऐसे त्रिविम जालक को सरल घनीय जालक कहते है।

जैसा चित्र में दिखाया ही कि इस जालक के आठ कोने है और आठों कोनो पर जालक बिंदु उपस्थित है तो इसे सरल घनीय जालक कहा जाता है।

अंत: केन्द्रित घनीय (fcc) जालक (body centred cubic lattice)

ऐसा जालक जिसमें जालक बिंदु , एकांक कोष्ठिकाओं के कोनों के साथ साथ जालक के केंद्र में भी स्थित हो तो उसे अंत: केंद्रित घनीय जालक कहते है।
अर्थात
ऐसा जालक जिसमे जालक बिंदु एकांक कोष्ठिका के कोनो पर तो स्थित होते ही है साथ में जालक के विकर्ण के प्रतिच्छेदन पर अर्थात जालक के केंद्र पर भी स्थित हो तो उसे अंत: केंद्रित घनीय जालक कहते है।
चित्रानुसार इस जालक में इसके कोनो पर जालक बिंदु स्थित है और जालक के केंद्र पर भी जालक बिंदु स्थित है इसलिए यह अंत: केंद्रित घनीय जालक का उदाहरण या प्रदर्शन रूप है।

फलक केन्द्रित घनीय (fcc) जालक (face centred cubic lattice)

ऐसा जालक जिसमें जालक बिंदु , एकांक कोष्ठिका के आठों कोनो के साथ साथ छ: फलकों पर भी स्थित हो तो उसे फलक केंद्रित घनीय जालक कहते है।
अर्थात इस प्रकार के जालक में जालक बिंदु एकांक कोष्ठिका के सभी (आठ) कोनों पर होते है और सभी (छ:) फलकों पर स्थित होते है , ऐसा जालक को फलक केन्द्रित घनीय जालक कहते है।
यहाँ ध्यान दे कि जालक बिंदु इसके केंद्र में स्थित नहीं है , केवल कोनों और फलकों पर स्थित है।

उपसहसंयोजक संख्या (co ordination number)

किसी जालक में किसी जालक बिंदु के चारों ओर निकटस्थ कितने पडोसी जालक बिंदु स्थित है , उनकी संख्या को उपसह्संयोजक संख्या कहते है।
अर्थात किसी कोई जालक बिंदु किसी जालक में कितने पडोसी जालक बिन्दुओं द्वारा घिरा हुआ है , उनकी संख्या को उप्सह्संयोजक संख्या कहा जता है।
सरल घनीय जालक की उपसह्संयोजक संख्या 6 होती है।
अंत: केन्द्रित घनीय जालक में उपसहसंयोजक संख्या 12 होती है।
फलक केन्द्रित घनीय जालक में उपसहसंयोजक संख्या 8 होती है।

षट्कोणीय सुसंकुलित (HCP) जालक की संरचना (hexagonal close packed structure)

इसकी संरचना निम्न चित्रानुसार होती है –
इसकी समन्वय संख्या 12 होती है।
प्रति एकांक कोष्ठिका परमाणुओं की संख्या 6 होती है।
मैग्नीशियम , HCP जालक संरचना का एक उदाहरण है।