सममितता केन्द्र , सममितता तल , सममितता अक्ष , सममितता अवयव (centre of symmetry in hindi)

(centre of symmetry in hindi) सममितता केन्द्र , सममितता तल , सममितता अक्ष , सममितता अवयव क्या है , इनकी परिभाषा लिखिए , किसे कहते है , इन तीनों में क्या अंतर है ? इन सभी के उत्तर यहाँ दिए गए है |
सममितता केन्द्र (centre of symmetry) : क्रिस्टल में स्थित वह काल्पनिक बिंदु जिससे गुजरने वाली लाइन (रेखा) क्रिस्टल के किसी भी तरफ पृष्ठ को समान दूरी पर काटती है , इस काल्पनिक बिंदु को सममितता केन्द्र कहते है।
अर्थात किसी क्रिस्टल में स्थित वह बिंदु जिससे सभी तरफ क्रिस्टल के पृष्ठ की दूरी बराबर हो , उस बिंदु को सममितता केन्द्र कहा जाता है।

चित्र में सममितता केन्द्र को बिंदु से दर्शाया हुआ है , घन का सममितता केन्द्र इसके केंद्र में स्थित होता है।  याद रखे की किसी भी क्रिस्टल का सममितता केन्द्र केवल एक हो सकता है , एक से अधिक सममितता केन्द्र संभव नहीं है तथा कई क्रिस्टल ऐसी भी होते है जिनका कोई सममितता केन्द्र नहीं होता है।

सममितता तल (Plane of symmetry)

वह काल्पनिक तल जो क्रिस्टल के केंद्र से गुजरता है और क्रिस्टल को समान दो भागों में बांटता है , ऐसे तल को सममितता कहते है। अर्थात किसी क्रिस्टल से गुजरने वाला वह काल्पनिक तल जो क्रिस्टल को दो बराबर या समान भागो में बाँट देता है अर्थात पहला भाग दुसरे भाग का प्रतिबिम्ब प्राप्त होता है , उस तल को सममितता तल कहा जाता है। सममितता तल द्वारा दो भागो में बांटे जाने के बाद प्राप्त दोनों भाग एक दुसरे के प्रतिबिम्ब होते है।

सममितता अक्ष (Axis of symmetry)

इसे घूर्णन अक्ष भी कहा जाता है।
वह काल्पनिक रेखा जिसे किसी क्रिस्टल से गुजारने पर और फिर इस रेखा के परित: क्रिस्टल को घूर्णन करवाने पर अर्थात घुमाने पर एक पूर्ण चक्कर में समान रूप एक से अधिक बार दिखाई देता है , इस रेखा को सममितता अक्ष या घूर्णन अक्ष कहते है।
सममितता अक्ष चित्र में दिखाई गयी है , इस अक्ष पर परित: जब क्रिस्टल को घुमाया जाता है तो एक ही तरह की साइड अर्थात समान संरचना अर्थात अपना रूप एक से अधिक बार प्रदर्शित होता है।
माना क्रिस्टल किसी अक्ष के परित: 360/n कोण पर घुमाने पर समान रूप दोहराता है तो n को उस अक्ष के फोल्ड अक्ष कहते है।

सममितता अवयव (elements of symmetry)

किसी घन क्रिस्टल द्वारा प्रदर्शित सभी सममितताओं के योग को अर्थात सममितता के तल , सममितता अक्ष और सममितता केंद्र के सभी योग को सममितता अवयव कहते है।
अर्थात सममितता अवयव का मान ज्ञात करने के लिए सममितता अक्षों , सममितता तलों तथा सममितता अक्षों का योग किया जाता है जिससे सममितता अवयव का मान प्राप्त हो जाता है।
एक घन क्रिस्टल में कुल 23 सममितता अवयव होते है।
जो निम्न प्रकार प्राप्त होते है –
सममितता तल = 3 + 6 = 9
सममितता केंद्र = 1
सममितता अक्ष = 3 + 4 + 6 = 13
अत: घनाकार क्रिस्टल में कुल सममितता अवयव = 9 + 13 + 1 = 23