साँच को आँच नहीं मुहावरा का अर्थ क्या होगा | saanch ko aanch nahin meaning in hindi वाक्य प्रयोग

saanch ko aanch nahin meaning in hindi साँच को आँच नहीं मुहावरा का अर्थ क्या होगा वाक्य प्रयोग बताओ |

96. लाठी के बल बँदरी नाचे = दण्ड के भय से सभी वशीभूत हो जाते हैं अथवा चंचल प्रकृति के व्यक्ति भी डर के वशीभूत हो जाते हैं।
प्रयोग-कल्लू निरन्तर उपद्रव कर रहा था, किन्तु अपने पिताजी को देखकर पढ़ने बैठ गया। सच है, लाठी के बल बँदरी नाचे ।
97. साँच को आँच कहाँ = सत्य की विजय होती है।
प्रयोग-नौकर पर चोरी का आरोप लगाकर मालिक ने पुलिस बुलाने की धमकी दी, तो उसने कहा-“बुला लीजिए। साँच को आँच कहाँ ।”
98. साँप मरे ना लाठी टूटे = बिना हानि के कार्य सम्पन्न करना । प्रयोग-उसने अपने शत्रु का काम भी कर दिया और एक पैसा भी खर्च नहीं किया । वास्तव में वह इस कहावत में विश्वास करता है कि साँप मरे ना लाठी टूटें।
99. सावन हरे न भादों सूखे = सदा एक-सा रहना।
प्रयोग-दिनेशजी में कोई परिवर्तन नहीं है। भले ही अब वे रिटायर्ड हो गये हैं। उन्हें देखकर लगता है कि सावन हरे न भादों सूखे ।
100. सूत न कपास जुलाहे से लट्ठम लट्टा = आधार बिना किसी से झगड़ा करना।
प्रयोग-पार्टी में राधेलाल को चुनाव का टिकट देने की चर्चा तक नहीं है, पर वे गाँव वालों को गालियाँ दे रहे हैं कि लोग मेरा टिकट कटवाना चाहते हैं। लोगों ने उन्हें समझाया कि ‘सूत न कपास, जुलाहे से लट्ठम लट्ठा’ अच्छी बात नहीं होती है।
101. साप मरे ना लाठी टूटे = बिना हानि के कार्य सम्पन्न कर लेना।
प्रयोग-उसने बिना अधिक पैसा खर्च किए मुकदमा जीत लिया । इसे देखकर किसी ने टिप्पणी की कि इसे कहते है सांप मरे ना लाठी छूटें।
102. हाथ कंगन को आरसी क्या = प्रत्यक्ष के लिए प्रमाण की क्या आवश्यकता ।
प्रयोग-यमुना में बाढ़ आई हुई है। अविश्वास क्यों करते हो, हाथ कंगन को आरसी क्या? कौन बहुत दूर है?
103. होनहार बिरवान के होत चीकने पात = जो होनहार होते हैं, उनके गुण और उज्ज्वल भविष्य के लक्षण प्रारम्भ में ही दिखाई पड़ जाते हैं।
प्रयोग-लालबहादुर शास्त्री जी बचपन से ही साहसी और निर्भीक थे। उनको देखकर लोग कहते थे-होनहार बिरवान के होत चीकने पात।
विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्न
निम्नलिखित मुहावरों का सही अर्थ दिये गये विकल्पों में से चुनिए-
1. लकीर का फकीर होना-
(अ) परम्परावादी होना। (ब) आधुनिक होना।
(स) आडम्बरविहीन होना। (द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-(अ) परम्परावादी होना ।
ज्ञान-लकीर का फकीर होना = परम्परावादी होना । आडम्बर विहीन होना या आधुनिक होना इस मुहावरे का अर्थ नहीं है। प्रयोग-उसके पिताजी तो पूरे लकीर के फकीर हैं, अपनी जाति को श्रेष्ठ मानकर लड़के की शादी गैर जाति में नहीं कर सकते।
2. आँख की किरकिरी होना-
(अ) धोखा देना। (ब) अप्रिय होना।
(स) कष्टदायक होना। (द) बहुत प्रिय होना।
उत्तर-(ब) अप्रिय होना।
ज्ञान-आँख की किरकिरी होना = अप्रिय होना।
प्रयोग-वह तो मेरी आँख की किरकिरी बन गया है जब देखो तब रास्ते में छेड़ता है।
3. गाँठ का पूरा होना
(अ) कुलीन (ब) मालदार
(स) धैर्यवान (द) होशियार
उत्तर-(ब) मालदार
ज्ञान-गाँठ का पूरा होना = मालदार (धनवान) होना।
प्रयोग-राधा ने उससे इसलिए विवाह किया क्योंकि वह गाँठ का पूरा है।
4. छठी का दूध याद आना- हरियाणा टी.ई.टी.
(अ) बहुत मेहरबानी होना।
(ब) अत्यधिक कठिन होना।
(स) अवसर से लाभ उठाना।
(द) काम न बनना।
उत्तर-(ब) अत्यधिक कठिन होना।
ज्ञान-छठी का दूध याद आना = अत्यधिक कठिन होना।
प्रयोग-गणित का पेपर देखकर मुझे तो छठी का दूध याद आ गया।
5. माथा ठनकना
(अ) भेद खुलना। (ब) शक होना।
(स) भय से घबराना। (द) पराजित होना।
उत्तर-(ब) शक होना।
ज्ञान-माथा ठनकना = शक होना।
प्रयोग-नौकर को घर से गायब देखकर मेरा माथा ठनक गया और मुझे पता चल गया कि चोरी उसीने की है तभी वो घर से भाग गया।