Hardy Schulze law in hindi हार्डी शुल्जे का नियम क्या है
हार्डी शुल्जे का नियम :
इस नियम के अनुसार स्कन्दित करने वाले आयन की संयोजकता जितनी ज़्यादा होती है उसकी स्कन्दन क्षमता उतनी ही अधिक होती है अतः हार्डी शुल्जे के नियम से
(1) As2S3 सॉल (आर्सेनिक सल्फाइड ) (ऋणावेशित सॉल ) के स्कन्दन के लिए स्कन्दन क्षमता का बढ़ता क्रम
NaCl < mgcl2 < AlCl3
Or
Na+ < mg2+ < Al3+
(2) Fe2O3 . H2O जल योजित फेरिक ऑक्साइड (धनावेशित सॉल ) के स्कन्दन के लिए स्कन्दन क्षमता का बढ़ता क्रम
NaCl < Na2SO4 < Na3PO4 < K4[Fe(CN)6–]
Or
Cl– < SO42- < PO43- < [Fe(CN)6]4
7 . अणु संख्य गुण :
किसी विलयन के वे भौतिक गुण जो विलेय के कणों की संख्या पर निर्भर करते है उन्हें अणु संख्य गुण कहते है
ये निम्न है
- वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन
- क्वथनांक का उन्नयन
- हिमांक में अवनमन
- परासरण दाब
वास्तविक विलयन में कणों की संख्या अधिक होती है जबकि कोलॉइडी विलयन में कणों की संख्या कम होती है क्योंकि कोलॉइडी विलयन में कणों की संख्या कम होती है क्योंकि कोलाइडी कण अनेक परमाणु या अणुओं के झुण्ड है।
कोलॉइडी विलयन में कणों की संख्या कम होने के कारण अणु संख्य गुणों के मान भी कम होते है।