साधारण बीमा निगम क्या है | भारतीय साधारण बीमा निगम लिमिटेड का गठन अध्यक्ष General Insurance Corporation in hindi

General Insurance Corporation in hindi साधारण बीमा निगम क्या है | भारतीय साधारण बीमा निगम लिमिटेड का गठन अध्यक्ष कौन थे ?

साधारण बीमा निगम
वर्ष 1973 में साधारण बीमा क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण के पश्चात् साधारण बीमा निगम का गठन इसके चार तत्कालीन सहायक कंपनियों के साथ किया गया था। जी आई सी की चार तत्कालीन सहायक कंपनियाँ निम्नलिखित है:
क) दि न्यू इंडिया ऐश्युरेन्स कंपनी लिमिटेड ।
ख) युनाइटेड इंडिया इंश्युरेन्स कंपनी लिमिटेड
ग) दि ओरिएण्टल इन्श्युरेन्स कंपनी लिमिटेड
घ) नेशनल इन्श्युरेन्स कंपनी लिमिटेड
उपर्युक्त सभी कंपनियाँ समाज के विभिन्न वर्गों की विविध और उभरती हुई आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए अनेक बीमा योजनाएँ चला रही हैं। चार सहायक कंपनिया का स्थापना का यह उद्देश्य था कि उनके बीच परस्पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो, सेवाओं में सुधार हो और एक निगम की शिथिलता को कम किया जाए। उपलब्ध उत्पाद सदृश थे और मूल्य निर्धारण मुख्य रूप से आम टैरिफ व्यवस्था द्वारा नियंत्रित होता था। प्रचालन का भौगोलिक क्षेत्र भी समान है।

नवम्बर, 2000 के माह में जी आई सी ने स्वयं को धारक कंपनी की स्थिति से अलग कर लिया और अब तत्कालीन सहायक कंपनियों ने स्वतंत्र कंपनियों के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया है तथा जी आई सी पुनः बीमाकर्ता (त्मपदेनतमत) बन गया है।

जी आई सी भी विकासात्मक वित्तीय संस्थाओं के साथ सावधि ऋणों, अल्पकालिक ऋणों और नई तथा विद्यमान औद्योगिक उपक्रमों के शेयरों और डिबेंचरों में प्रत्यक्ष अभिदान करके औद्योगिक परियोजनाओं के वित्त पोषण में बड़े पैमाने पर भाग ले रही है। नीचे दी गई तालिका 27.7 में 1997-98, 1998-99 और 1999-2000 वर्षों के लिए घटकवार जी आई सी द्वारा वित्त पोषण के स्वरूप को दर्शाया गया है।

स्रोत: भारत में डेवलपमेंट बैंकिंग 2000-01 संबंधी आई डी बी आई प्रतिवेदन ।

उपर्युक्त तालिका 27.7 को देखने से स्पष्ट होता है कि जी आई सी अपनी सहायता में से आधा से अधिक सावधि ऋण में निवेश करती है। इसका कारण यह है कि सावधि ऋण कम जोखिम पूर्ण होता है और प्रतिलाभ अधिक निश्चित होता है।