(fluid statics and dynamics in hindi) द्रव स्थैतिकी और द्रव गतिकी क्या है , उदाहरण , अंतर : तरल यांत्रिकी के दो भाग होते है द्रव स्थैतिकी और द्रव गतिकी। अब सबसे पहले बात करते है की तरल यांत्रिकी क्या होती है उसके बाद इन दोनों को भी अध्ययन करते है।
तरल यान्त्रिकी (Fluid Mechanics) : यह एक भौतिक विज्ञान की शाखा है जिसमे तरलों तथा उन पर कार्यरत बलों का अध्ययन किया जाता है।
तथा तरल यांत्रिकी को दो भागों में बांटा गया है –
1. द्रव स्थैतिकी (fluid statics)
2. द्रव गतिकी (fluid dynamics)
आइये अब इन दोनों के बारे में अध्ययन करते है।
1. द्रव स्थैतिकी (fluid statics) : भौतिक विज्ञान की वह शाखा जिसमें विराम तरलों का अध्ययन किया जाता है अर्थात जो तरल विराम अवस्था में होते है उनका अध्ययन किया जाता है उस शाखा को द्रव स्थैतिकी कहा जाता है। तरल की विराम अवस्था में यदि उस पर कोई बाह्य बल कार्य भी कर रहा है और तरल विराम अवस्था में है तो इसका अभिप्राय है कि उस बाह्य बल को कोई तरल का बल संतुलित कर रहा है और तरल को विराम अवस्था में बनाये रखा है इस संतुलन और बाह्य बल की स्थिति का भी अध्ययन इस शाखा में किया जाता है और इससे सम्बंधित नियमों का अध्ययन भी इसमें विस्तार से पढ़ा जाता है।
2. द्रव गतिकी (fluid dynamics) : भौतिक विज्ञान की वह शाखा जिसमें गतिशील तरलों का अध्ययन किया जाता है अर्थात जब तरल गति शील अवस्था में हो तो उस तरल का अध्ययन इस शाखा में किया जाता है।
जब दो तरल आपस में संपर्क में आते है तो उनके कणों के मध्य होने वाली क्रियाओं आदि का अध्ययन भी इस शाखा में किया जा सकता है , बशर्ते दो तरलों का यह संपर्क एक बड़े पैमाने पर होना चाहिए।