एनोड किरण , धन किरणें क्या है , कैनाल किरण , एनोड किरणें (anode rays in hindi)(positive or canal rays)

(anode rays in hindi) एनोड किरण , धन किरणें क्या है , कैनाल किरण , एनोड किरणें : याद रखिये कि ये तीनों एक ही प्रकार की किरणें है एनोड किरणों को ही धन किरणें या कैनाल किरण (positive ray or canal ray) कहा जाता है।

विसर्जन नलिका के सिरों पर जब कम दाब पर उच्च विभवान्तर आरोपित किया जाता है तो एक किरणों की धारा (बीम) या बौछार एनोड से कैथोड इलेक्ट्रोड की ओर गति करती है , इन किरणों को ही एनोड किरणें या धन किरणें या कैनाल किरण कहा जाता है।

ये किरणें धनावेशित आयनों का एक पुंज होता है तो एनोड से कैथोड की और चलती है।

एनोड या धन किरणों की खोज यूजीन गोल्डस्टीन (Eugen Goldstein) द्वारा की गयी थी।

ऐनोड या धन या कैनाल किरणों के कुछ विशेष गुण होते है जो इन किरणों को बाकी अन्य प्रकार की किरणों से भिन्न बनाते है जो निम्न है –

गुण (Properties)

  • ये किरणें सीधी रेखा में गति करती है।
  • ये किरणें चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा विक्षेपित हो जाती है।
  • इन किरणों की आयनीकरण की क्षमता कैथोड किरणों की तुलना में बहुत अधिक होती है।
  • ये एलुमिनियम की पतली चादर की पार कर सकती है लेकिन इनकी भेदन क्षमता कैथोड किरण की तुलना में कम होती है।
  • ये किरणें प्रतिदीप्त और स्फुरदीप्ती उत्पन्न कर देती है।
  • जब इलेक्ट्रान व धन किरणें समान वेग से गतिशील हो तो हम पाएंगे की इस स्थिति में धन किरणों की गतिज ऊर्जा का मान इलेक्ट्रान की गतिज उर्जा से अधिक होती है।
  • धन किरण विद्युत क्षेत्र से विक्षेपित हो जाती है।
  • धन किरणों की चुम्बकीय क्षेत्र तथा विद्युत क्षेत्र द्वारा विक्षेपित होने की दिशा , कैथोड किरणों के विपरीत दिशा में होती है , यह गुण दोनों प्रकार की किरणों में अंतर को दर्शाती है।