x rays विवर्तन , Reciprocal lattice in hindi , x rays diffraction

(x rays diffraction in hindi) x rays विवर्तन : जब किसी कण पर उसके आकार की कोटि के बराबर wave length की किरणें आपतित करवाई जाती है तो उस कण द्वारा ये किरणें अपने मार्ग से विचलित हो जाती है अर्थात किरणों का विवर्तन हो जाता है।  यदि कणों का समूह हो तो इन कणों द्वारा अनेक किरणें विवर्तित होगी।  ये किरणें परस्पर अध्यारोपित होकर समपोषी व विनाशी व्यतिकरण represent करती है जिसके कारण पर्दे पर विवर्तन प्रतिरूप प्राप्त होता है।इसे हम विवर्तन पैटर्न कहते है।

Laue के अनुसार एक क्रिस्टल ग्रेटिंग की तरह कार्य करता है क्योंकि क्रिस्टल के कणों का अन्तराल अत्यल्प का होता है। Laue ने x किरणों के एक पुंज की क्रिस्टल में से गुजारा तथा परिणामी बलों को फोटोग्राफिक प्लेट पर गिरने दिया , जिससे

फोटोग्राफिक प्लेट एक विशिष्ट प्रारूप प्राप्त हुआ जिसे Laue विवर्तन पैटर्न प्राप्त हुआ।

ब्रेंग ने Laue प्रारूप की explanation की तथा बताया की जब x किरण पुंज क्रिस्टल में से गुजरता है तो x किरणें lattice तल में उपस्थित कणों द्वारा विवर्तित हो जाती है।  ये किरणें अलग अलग कोणों से विवर्तित होती है जिनके अध्यारोपण से फोटोग्राफिक प्लेट पर एक धब्बा मिलता है।

 क्रिस्टल पर x rays प्रकीर्णन के लिए प्रतिबंध

x rays के लिए दो प्रतिबंध संतुष्ट होने चाहिए ताकि प्रकीर्णन के समय उर्जा व momentum संरक्षित हो।

आपतित व प्रकीर्णित x rays की आवृति समान होनी चाहिए।

आपतित व प्रकीर्णित wave के लिए wave vector का मान भी समान होना चाहिए।

Reciprocal lattice

यह उन काल्पनिक बिन्दुओ का set होता है जिनकी रचना इस प्रकार की जाती है की मूल बिन्दु से उन बिन्दुओ की ओर सदिश की दिशा सामान्य lattice plane के अभिलम्ब की ओर होती है व मूल बिन्दु से दूरी real inter planner distance के व्युत्क्रमानुपाती होती है।

Reciprocal lattice की रचना 

किसी एक lattice point को मूल बिन्दु मानते है।

मूल बिन्दु से real lattice के समान्तर तलों पर अभिलम्ब डालते है।

अभिलम्ब की लम्बाई समान्तर तलों के दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होती है।

प्रत्येक अभिलम्ब के शीर्ष पर स्थित बिन्दुओ का समुच्चय एक lattice (array) का निर्माण करता है।