लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी संतति को जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं, क्यों ? क्या यह कथन हर समय सही होता है ?

प्रश्न 4. लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी संतति को जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं, क्यों ? क्या यह कथन हर समय सही होता है ?
उत्तर : लैंगिक जनन (sexual reproduction) में विपरीत लिंग वाले और भिन्न आनुवंशिक संगठन वाले जीवों की आवश्यकता होती है। लैंगिक जनन के माध्यम से उत्पन्न संतति अपने जनकों के या आपस में भी समरूप (identical) नहीं होती , इनमें विभिन्नताएँ (variations) पायी जाती हैं। यह विभिन्नता युग्मक निर्माण के समय होने वाले अर्द्धसूत्री विभाजन में जीन विनिमय (crossing over) , गुणसूत्रों का पृथक्करण और युग्मकों के यादृच्छिक संलयन (random fusion) के कारण उत्पन्न होती है।
ये विभिन्नताएँ जीव को बदले पर्यावरण में सफल उत्तरजीविता की सम्भावनाएँ प्रदान करती हैं। अर्थात बदलते पर्यावरण परिवेश में भी वह आसानी से जीवनयापन कर सकता है ऐसी क्षमता उसके अन्दर आ जाती है | लैंगिक जनन प्रायः अच्छे अवसर ही प्राप्त कराता है। हानिकारक लक्षण धीरे-धीरे समष्टि से विलुप्त हो जाते हैं, परन्तु पर्यावरण की भी इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। लक्षणों का चुना जाना (अच्छा होना अथवा न होना) पर्यावरण पर भी निर्भर करता है। कुल मिलाकर लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी संतति को जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं।

सरल शब्दों में निम्न प्रकार उत्तर दे सकते है –

जैसा कि हम जानते है कि लैंगिक जनन में मादा और पुरुष के गुणसूत्रों का आदान प्रदान होता है अर्थात परिणामस्वरूप जो संतति उत्पन्न होती है उसमें मादा और नर दोनों के लक्षण पाए जाते है और इन लक्षणों का स्थानांतरण गुणसूत्रों के माध्यम से होता है | इस प्रकार संतति में बेहतर लक्षण माता और पिता से स्थानांतरित हो जाते है जिनमें ऐसे लक्षण होते है जो बदलते पर्यावरणीय परिवेश को भी सहन करते हुए अपना जीवनयापन करते है और अपना जीवनकाल सफलतापूर्वक निर्वहन करते हैं | इस प्रकार लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी संतति को जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं |

लेकिन यह कथन हमेशा सही नहीं होता है क्योंकि जैसा हमने बताया कि गुणसूत्रों के माध्यम से माता और पिता के लक्षण संतति में स्थानांतरित हो जाते है तो यदि माता और पिता में कोई रोग होते है वे रोग भी कई बार गुणसूत्रों के द्वारा संतति में स्थानांतरित हो जाते है जिससे संतति रोगग्रस्त उत्पन्न होती है |