नाम से लेकर सॉफ्टवेयर किसे कहते हैं उदाहरण सहित सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं उदाहरण सहित समझाइए आदि को जान लेंगे यहाँ हम जो निम्नलिखित है |
सॉफ्टवेयर : एक परिचय
‘कम्प्यूटर में तैयार किए गए प्रोग्रामों के समूह को सॉफ्टवेयर कहत है। कम्प्यूटर हार्डवेयर को संचालित करने के लिए मानव द्वारा निर्देश देने की विधि सॉफ्टवेयर के रूप में होती है। साफ्टवेयर, मानव और कम्प्यूटर के मध्य परस्पर सम्पक स्थापित करता है।
कम्प्यूटर में सॉफ्टवेयर की भूमिका एक निश्चित कार्य को सम्पन्न करने के लिए निर्देशों का समूह प्रोग्राम या साफ्टवेयर कहलाता है। प्रोग्राम के निर्देश कम्प्यूटर को इनपुट-क्रिया, डाटा-प्रक्रिया और परिणामों को प्रदान करने का निर्देशन करते हैं।
सॉफ्टवेयर के प्रकार
सॉफ्टवेयर निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत किए गए हैं :
(1) सिस्टम सॉफ्टवेयर
(2) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
(3) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
(4) सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर
(1) सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्रामों का समूह जो कम्प्यूटर-सिस्टम की क्रियाओं को नियन्त्रित करता है, सिस्टम सॉफ्टवेयर कहलाता है। ये प्रोग्राम यूजर के कम्प्यूटर-सिस्टम पर कार्य करने में सहायक होते हैं। सिस्टम सॉफ्टवेयर कम्प्यूटर में मशीन स्तर पर चलते हैं। सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयरों का संचालन भी करते हैं। अतः सिस्टम सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का आधार होते हैं।
सिस्टम सॉफ्टवेयर के कार्य
(a) अन्य सभी सॉफ्टवेयरों को कम्प्यूटर में चलाना।
(b) सभी पेरीफेरल डिवाइसों, जैसे—प्रिण्टर, डिस्क, टेप, मॉनीटर, आदि में परस्पर सम्पर्क स्थापित करना।
(c) अन्य सॉफ्टवेयरों को तैयार करना। सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण-ऑपरेटिंग सिस्टम, इंटरप्रेटर, कम्पाइलर, आदि।
(2) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ऐसे अनेक प्रोग्रामों के समूह जो एक निश्चित कार्य को करते हैं, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। उदाहरणार्थ, किसी विद्यालय की परीक्षा के परिणाम की गणना करके प्रगति-पत्र, आदि तैयार करना, विद्यार्थियों के शुल्क का ब्यौरा रखना, आदि । एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्यों की क्षमता सीमित होती है। कुछ विशेष कार्यों के लिए भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बनाए जाते हैं, जैसे—बैंकिंग, शेयर बाजार, बीमा कम्पनी के कार्य, विद्यालय का प्रबन्ध, आदि।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर अनेक प्रोग्रामों का एक समूह होता है। इसलिए इसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पैकेज भी कहते हैं। ये सॉफ्टवेयर किसी संस्था-विशेष के कार्यों के अनुरूप तैयार किए जाते हैं जिससे इन्हें सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता है।
(3) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर – ऐसे प्रोग्राम जो कम्प्यूटर सिस्टम और इसके विभिन्न भागों का रख-रखाव और उनकी मरम्मत करते हैं, यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। उदाहरणार्थ, डिस्क की मरम्मत के लिए डिस्क रिकवरी प्रोग्राम। यूटिलिटी प्रोग्राम को सर्विस प्रोग्राम भी कहते हैं। ये अन्य प्रोग्रामों में संशोधन एवं नवीनीकरण का कार्य भी करते हैं।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयरों के उदाहरण
(a) टेक्स्ट एडीटर
(b) लोडर
(c) लिंकर
(d) सॉर्ट
(e) फाइल मैनेजर
(4) सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्रामों का समूह जिन्हें यूजर अपनी आवश्यकतानुसार सामान्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उपयोग में लेते हैं, सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। उदाहरणार्थ, स्प्रेड शीट सॉफ्टवेयर जिसका प्रयोग गणनाएं और ग्राफ तैयार करने में होता है। सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयरों को कोई भी संस्था या यजर उपयोग कर सकता है। सभी प्रकार के सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर आजकल बाजार में उपलब्ध हैं। सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर निम्नलिखित क्षेत्रों से सम्बन्धित हो सकते हैं :
(a) व्यापारिक कार्य
(b) शैक्षिक कार्य
(c) शब्द-प्रक्रिया
(d) वित्तीय और डाटा-प्रक्रिया
(e) कम्प्यूटर-आधारित डिजाइन (CAD)
(f) डाटा बेस प्रबन्ध
(g) सूचना-संचार
(h) ग्राफिक्स के कार्य
MS-Word (शब्द-संसाधन के लिए), MS-Excel (स्प्रेडशीट कार्य के लिए, dBase (डाटाबेसप्रबन्धन के लिए), AutoCAD (कम्प्यूटर-आधारित इन्जीनियरिंग ड्राइंग, वास्तुशिल्प ड्राइंग और इन्टेरियर डिजाइनिंग के लिए), Photoshop (ग्राफिक्स और चित्रों को व्यवस्थित करने के लिए), आदि।
सामान्य उद्देश्य के सॉफ्टवेयर के उदाहरण
- एम. एस. वर्ड W Microsoft Word
यह एक आधुनिक वर्ड प्रोसीसग एक आधुनिक वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम है जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन, अमेरिका ने विकसित किया है। वर्ड प्रोसेसिंग का अर्थ है शब्दों का प्रोसेसिंग जिसमें सभी प्रकार के शब्द लेखन (Text writing) कार्य सम्मिलित हैं। उदाहरणार्थ पत्र, पुस्तक, विज्ञापन, सुचना आदि। इन सभी टेक्स्ट (text) को कम्प्यूटर पर टाइप करके , डिजाइन करके विभिन्न प्रकार के आकर्षक रूपों में प्रिण्ट कराया जा सकता
- एम. एस. एक्सेल
यह एक आधुनिक वर्कशीट (wroksheet है जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन, अमेरिका ने विकसित किया है सारणाबद्ध सूचनाओं (Tabular informations) को तकनीकी भाषा में वर्क-शीट कहते है। इनमें सभी सूचनाए लाइनों (rows) तथा स्तम्भ (columns) में व्यवस्थित होती है। यह एक ऐसा साफ्टवयर है जो सारणी बनाने, उन्हें विभिन्न प्रकार से व्यवस्थित करने, उनकी सूचनाओं पर ग्राफ बनाने आदि का कार्य करता है। इसकी सहायता से इतनी बड़ी सारणी बनाई जा सकती है जिसमें 16, 364 लाइने तथा 256 कालम हो सकते हैं. अतः इसे इलेक्टॉनिक स्प्रेडशीट (electronic spread sheet) भी कहत है।
- फोटोशॉप
यह फोटोग्राफी का सॉफ्टवेयर है जिसमें विभिन्न तस्वीरों को बनाना, व्यवस्थित करना, रंग संयोजन करना, इच्छानुसार आकार व आकृति देना तथा बैकग्राउण्ड आदि देने के कार्य सम्पन्न होते हैं।
- पेजमेकर
यह सॉफ्टवेयर अखबार, पत्रिकाओं आदि की छपाई करने में उपयोगी है। इसमें छापने वाली सामग्री को विभिन्न रंग, शब्दों (फॉण्ट) के आकृति व आकार आदि को छोटे-बड़े पैराग्राफ बनाकर व्यवस्थित किया जा सकता है।
- कोरेल ड्रा
यह सॉफ्टवेयर ड्रॉइंग सम्बन्धी आइटम जैसे लोगो, मोनोग्राम, नक्शे आदि बनाने में प्रयुक्त होता है।