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सहायक शिक्षण सामग्री की उपयोगिता क्या है teaching aids in hindi सहायक शिक्षण सामग्री किसे कहते है अर्थ

teaching aids in hindi meaning definition सहायक शिक्षण सामग्री की उपयोगिता क्या है सहायक शिक्षण सामग्री किसे कहते है अर्थ  महत्व उपयोग ?

प्रश्न :  सहायक शिक्षण सामग्री से आपका क्या अभिप्राय हैं ? रसायन विज्ञान शिक्षण में शिक्षण सामग्री के महत्त्व की चर्चा कीजिये।
What do you mean by the term “Teaching Aids” ?Discuss the importance of teaching aids in chemistry teaching.
उत्तर-श्रव्य-दृश्य सामग्री वे उपकरण तथा युक्तियाँ हैं, जिनकी सहायता से बहुत-सी शिक्षण अधिगम परिस्थितियों में व्यक्तियों तथा समूहों के बीच विचारों का आदान-प्रदान सरल बन जाता है।
एक चीनी कहावत है कि, “एक बार का देखना हजारों बार के सुनने से बेहतर है।”
सहायक सामग्री का महत्त्व-
1. स्थायी ज्ञान प्रदान करना-दृश्य – श्रव्य सामग्री बालकों तथा अध्यापक को स्थायी रूप से सीखने तथा समझने में मदद करती है। इससे समय की बचत होती है और जो ज्ञान प्राप्त होता है, वह प्रभावशाली होता है।
2. छात्रों को सक्रिय रखना– इससे विद्यार्थी और अध्यापक दोनों का ही ध्यान एक स्थान पर लगा रहता है। विद्यार्थी अधिक सक्रिय रहते हैं तथा उनकी मानसिक तथा शारीरिक क्रियाओं में उत्तेजना बनी रहती है।
3. प्रत्यक्षीकरण का अनुभव होना – इस सामग्री द्वारा बालकों को सजीव नमूने (स्पअपदह ैचमबपउमदे), ठोस वस्तुएँ तथा उपकरणों का प्रयोग करने से तथा प्रदर्शन को देखने से और स्वयं प्रयोग कार्य करने से उन्हें सीधा अनुभव प्राप्त होता है जो उन्हें सरलता से याद भी हो जाता है और उनके मस्तिष्क में स्थाई भी बन जाता है।
4. कठिन तथ्यों को समझने में सहायक – यह अनुभवों द्वारा ज्ञान प्रदान करती है जिससे बालकों को तथ्यों सिद्धान्तों तथा नियमों का स्पष्ट ज्ञान मिलता है जो उनको कठिन पाठों को समझने में सहायक होता है।
5. छात्रों को प्रेरणा प्रदान करना –  सहायक सामग्री को देखने से बालकों की ज्ञानेन्द्रियों को प्रेरणा मिलती है और उनमें वैज्ञानिक वृत्ति का विकास होता है।
6. वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना – सहायक सामग्री के प्रयोग से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने तथा वैज्ञानिक विधि का प्रशिक्षण प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
7. चिन्तनशीलता का विकास – इसके द्वारा प्राकृतिक एवं सार्थक सम्बन्ध स्थापित करने में सहायता मिलती है जिससे व्यक्ति शुद्ध चिन्तन की ओर अग्रसर होता है।
8. कल्पना शक्ति तथा विचार शक्ति में वृद्धि – सहायक सामग्री द्वारा बालक पेचीदा और सूक्ष्म बातों व बारीकियों को आसानी से समझ जाते हैं। इस प्रकार गूढता से देखने और समझने से उनकी कल्पना शक्ति तथा विचार शक्ति में वृद्धि होती है।
9. अधिक छात्रों को समझाने में सहायक – इस प्रयोग से एक ही समय में अधिक वडार्थियों को पढ़ाया जा सकता है और प्रयोगों द्वारा आसानी से समझाया भी जा सकता है ।
10. अध्यापक के लिए शिक्षण कार्य में सहायक – अध्यापक को इस प्रकार की सामग्री बडी सहायक होती है क्योंकि उनको विज्ञान शिक्षण की क्रिया में मदद मिलती है तथा जो अधिक सार्थक और उपयोगी सिद्ध होती है।
11. स्वयं कार्य करने की क्षमता का विकास – सहायक सामग्री के प्रयोग से विद्यार्थियों में स्वयं कार्य करने की क्षमता का विकास होता है, वे स्वयं आत्मनिर्भर बनते हैं और अपने को अधिक योग्य एवं साधन सम्पन्न समझने लगते हैं, उनके उत्साह में वृद्धि भी होती है।
12. शिक्षण को रोचक बनाने के लिए – कक्षा में सहायक सामग्री दिखाने से उनमें खुशी होती है और कक्षा की नीरसता समाप्त हो जाती है। बालक फिल्म या स्लाइड देखने के बाद प्रसन्नचित्त दिखाई देते हैं। उनमें विज्ञान के प्रति उत्सुकता बढ़ती है।
इसके द्वारा उन्हें वस्तुओं को प्रत्यक्ष देखने का अवसर मिलता है जिसके कारण बालक पढ़ने में अधिक रुचि लेते हैं।
13. खोज के प्रति लगाव – सहायक सामग्री द्वारा बालकों में विभिन्न विषयों के अन्वेषण के प्रति उत्सुकता पैदा होती है। उनकी भाषा सम्बन्धी कठिनाइयाँ भी हल हो जाती हैं।