परानुकंपी तंत्रिका तंत्र क्या है , Parasympathetic nervous system in hindi , पराअनुकम्पी तन्त्रिका तन्त्र

Parasympathetic nervous system in hindi परानुकंपी तंत्रिका तंत्र क्या है ?

पराअनुकम्पी तन्त्रिका तन्त्र (Parasympathetic nervous system) : इस तन्त्र तन्त्रिकायें सिर तथा त्रिक क्षेत्र में पायी जाती है। इनके गुच्छक अनुकम्पी गुच्छकों की भांति ए लड़ी में नहीं लगे होते लेकिन यह उन अंगों के भीतर या समीप स्थित होते हैं जिनमें ये तन्त्रिका जाती है। Carinal Nery तीसरी कपाल तन्त्रिका से प्रीगन्गिलियोनिक तन्तु नेत्र कोटर के सीलियरी गुच्छक (cillian ganglion) में जाती है। यहाँ से पोस्टगैंगगिलयोनिक तन्तु निकलकर आयरिस की पेशियों में जाती है।

अन्य पराअनुकम्पी तन्त्रिकायें साँतवी, नौवीं तथा दसवीं कपाल तन्त्रिकाओं से निकलती है त लार ग्रन्थियों के स्त्रावण, हृदय की गतिविधि, अमाशय, यकृत, अग्नाशय तथा आंतों के रू परिसंचरण को नियंत्रित करती है। इसी प्रकार त्रिक भाग की पराअनुकम्पी तन्त्रिकायें 2 और 3 कि स्पाइनल तन्त्रिकाओं से निकलकर पैल्विक गुच्छक (pelvic ganglion) बनाती हैं जिनमें से पोट गैंगलियोनिक तन्तु निकलकर मूत्राशय, कोलन, वृक्क, जननांगों तथा मलाशय में जाती है।

इन तन्त्रिका तन्तुओं के सिर से एसिटाइल कोलीन (acetylcholine) नामक रसायनिक पदार्थ | निकालता है। यह सभी तन्त्रिकायें मेरूरज्जु के मस्तिष्क तथा त्रिक क्षेत्र से निकलती है इसलिये इन तन्त्रिकाओं को क्रेनियो-सेक्रल समूह (cranio sacral group) कहते हैं।

अनुकम्पी तथा परअनुकम्पी तन्त्रिका तन्त्र के कार्यों की तुलना (Comparison of sympathetic and parasympathetic functions)

अनुकम्पी तथा परअनुकम्पी तन्त्रिका तन्त्र के कार्य एक दूसरे के विपरीत होते हैं। इनके विरोधात्मक प्रभाव के कारण ही आंतरांगों की क्रियाएँ जिससे जन्तु स्वयं अनभिज्ञ रहता है सामान्य संतुलित दशा में होती है और शरीर के भीतर का वातावरण भी अखण्ड बना रहता है। तालिका संख्य 6.3 में इन कार्यों का विवरण दिया गया है।

प्रश्न (Questions)

  1. निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिए:

(Write notes on the following questions)

(ii) सोडियम पौटेशियम पम्प

(iv) विध्रुवण एवं पुर्नध्रुवण

(i) संप्त कला विभव

(iii) क्रिया विभव

(v) प्रतिवर्ती चाप

(vi) न्यूरॉन साइनेप्स

(vii) साइनेप्स

(viii) न्यूरॉन्स के प्रकार

(ix) अनुकम्पी तंत्रिका तंत्र

(x) तन्त्रिका आवेग

(xi) अनुकम्पी तंत्रिका तंत्र

(xii) प्रतिवर्ती क्रियाओं के प्रकार

(xiii) विश्राम कला विभव

(xiv) ऐक्सोलेमा की पारगम्यता

(xv) तंत्रिका आवेग की उत्पत्ति

(xvi) वल्गी चालने

(xvii) अनैच्छिक प्रतिक्रियाऐं

(xviii) आंतरांगीय प्रतिक्रियाऐं

(xix) अनुकम्पी तंत्र के प्रभाव

(xx ) परानुकम्पी तंत्र के प्रभाव

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के विस्तृत उत्तर दीजिये : (Give detailed answers of the following questions)

(i) तंत्रिका कोशिका की झिल्ली के ध्रुवीकरण एवं विध्रुवीयकरण में अन्तर स्पष्ट कीजिये । (ii) अनुकम्पी तथा परानुकम्पी तंत्रों को विस्तार से समझाइये |

(iii) न्यूरॉन का सचित वर्णन कीजिये तथा कार्यों के आधार पर इनके विभिन्न प्रकारों को समझाइये।

(iv) तंत्रिका आवेगों के संचरण में विद्युत एवं रासायनिक घटनाओं का वर्णन कीजिये । (v) तंत्रिका आवेग क्या है ? तंत्रिका तंतु में तंत्रिका आवेग का संवहन किस प्रकार होता है? रेखाचित्र की सहायता से स्पष्ट कीजिये।

(vi) प्रतिवर्ती क्रिया और अनुकूलित प्रतिवर्ती क्रिया से आप क्या समझते हैं ? स्पष्ट कीजिये । (vii) तंत्रिका आवेग से आप क्या समझते हैं ? तंत्रिका तन्तु में इसका संवहन किस प्रकार होता है ?

(viii) साइनेप्टिक संचरण से आप क्या समझते हैं ? इससे सम्बन्धित पदों का वर्णन कीजिये । (ix) प्रतिवर्ती क्रिया से आप क्या समझते हैं ? इन क्रियाओं की क्रियाविधि और प्रकार बताइये। (x) स्वायत्त तंत्रिका तन्त्र क्या है ? इसके प्रकारों में अन्त स्पष्ट कीजिये ।

(xi) नान माइलीनेटेड तन्त्रिका तन्तु में तन्त्रिका आवेग का चालन किस प्रकार होता है। यह माइलिनेटेड तन्त्रिका तन्तु में होने वाले चालन में कैसे भिन्न है ?

(xii) न्यूरॉन को परिभाषित कजिये तथा सामान्य प्रकार के न्यूरॉन की संरचना का वर्णन कीजिये । (xiii) तन्त्रिका आवेग क्या है ? किसी तन्त्रिका तन्तु से तन्त्रिका आवेग का प्रेषण किस प्रकार

होता है ?

(xiv) सिनेप्स शब्द को परिभाषित कीजिये तथा सिनेप्टिक प्रेषण में काम आने वाले पदार्थों का वर्णन कीजिये ।

(xv) प्रतिवर्ती क्रियाएँ क्या है ? प्रतिवर्ती चाप द्वारा प्रतिवर्ती क्रिया विधि का उल्लेख कीजिये एवं इनका नियंत्रण किस प्रकार होता है। समझाइये |