पेसमेकर किसे कहते हैं ? पेसमेकर का अर्थ परिभाषा क्या है pacemaker in hindi meaning definition

pacemaker in hindi meaning definition पेसमेकर किसे कहते हैं ? पेसमेकर का अर्थ परिभाषा क्या है ?

पैसमेकर (pacemaker) : ह्रदय की पम्पिंग क्रिया के दौरान , आलिन्द और निलय नियमित रूप से संकुचित होते रहते हैं। प्रत्येक समय संकुचन की इस तरंग का आवेग दायें आलिन्द में उपस्थित SA नोड (साइनस नोड) से शुरू होता है। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि SA नोड ह्रदय स्पंदन का नियंत्रण करता है। इस प्रकार यह ह्रदय का प्राकृतिक पेसमेकर (वास्तविक पेसमेकर) गति नियमन केंद्र हैं। कभी कभी इसकी अक्रियाशीलता के कारण ह्रदय स्पंदन में अनियमितताएँ उत्पन्न हो जाती हैं जैसे निलयों द्वारा आलिन्दीय आवेगों की प्राप्त करने से असमर्थता अथवा आलिन्द और निलय का पूर्ण अनिर्भर संकुचन। इस प्रकार के रोगियों को एक कृत्रिम इलेक्ट्रॉनिक युक्ति प्रदान की जाती है जो नियत रूप से ह्रदय की स्पंदनता को बनाये रखने के लिए नियमित विद्युत आवेश भेजता रहता है। यह कृत्रिम पेसमेकर कहलाती है। 

यह ऊपरी वक्षीय भाग जो ह्रदय से कनेक्शन रखता है उसमें सबक्यूटेनियसली स्थापित कर दी जाती है। मरीज में ventricular escape (stokes – adams syndrome ) , के लक्षण होते हैं। इसमें आलिन्द आवेग निलय में स्थानांतरित नहीं होते। यह कुछ सेकंड से कुछ घण्टों के लिए होती है। कृत्रिम पेसमेकर इसकी नियमितता के नियंत्रण के लिए दायें निलय से जोड़ दिया जाता है। कृत्रिम पेसमेकर विद्युत आवेग उत्पन्न करने के लिए स्पंदन उत्पन्न करने वाली इकाई से बना होता है। इसकी लीड तार के रूप में होती है जो आवेग का परिवहन करती है और एक इलेक्ट्रोड जो कि ह्रदय के एक भाग से जुड़ा होता है , जहाँ आवेग का परिवहन किया जाता है।