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network definition in electronics in hindi , जाल / नेटवर्क की परिभाषा का है विद्युत परिपथ में

जाने network definition in electronics in hindi , जाल / नेटवर्क की परिभाषा का है विद्युत परिपथ में ?

जाल (network) / नेटवर्क : विद्युत स्रोत (electric source) और विभिन्न विद्युत चालक अवयवों (circuit elements) जैसे प्रतिरोध (resistor) , प्रेरकत्व (inductor) , संधारित्र (capacitor) , डायोड (diode) , ट्रांसिस्टर (transistor) आदि के संयोजन से बने और एक दूसरे से सम्बद्ध परिपथों के समूह को जाल (network) कहते हैं |

यदि किसी जाल में ऊर्जा स्रोत न हो तो वह जाल निष्क्रिय (passive) जाल कहलाता है | इसके विपरीत जनित्र या ऊर्जा स्रोतों से युक्त जाल सक्रीय (active) जाल कहलाता है |

यदि किसी जाल में दो सुस्पष्ट (अलग) टर्मिनलों (terminals) के युग्म हो अर्थात दो निवेशी (input) और दो निर्गम (output) टर्मिनल हो तो वह जाल चतुर्टर्मिनल जाल (four terminal network) कहलाता है |

यदि निवेशी और निर्गम टर्मिनलों के युग्मों का एक टर्मिनल उभयनिष्ठ समान (common) हो तो वह जाल त्रि टर्मिनल (three terminal network) होता है तथा यदि जाल में केवल दो सुस्पष्ट टर्मिनल ही हो (चतुर्टर्मिनल जाल का एक युग्म लघुपथित करने पर) तो वह जाल द्वि टर्मिनल जाल (two terminal network) बन जाता है |

जाल की परिभाषा : किसी विद्युत परिपथ में विभिन्न प्रकार के अवयव लगे होते है , इस प्रकार विभिन्न अवयवों से मिलकर बने विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक परिपथ को ही जाल या नेटवर्क कहा जाता है | यहाँ ध्यान देने वाली बात यह भी है कि इस परिपथ में लगे अवयव एक दूसरे से सम्बद्ध होने चाहिए |

निष्क्रिय जाल : ऐसा विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक पथ जिसमें कोई ऊर्जा का स्रोत उपस्थित न हो तो ऐसे परिपथ को निष्क्रिय जाल कहते हैं |

सक्रीय जाल : ऐसा परिपथ जिसके अन्दर एक या एक से अधिक ऊर्जा के स्रोत उपस्थित हो अर्थात ऐसे परिपथ जिसके पास खुद का ऊर्जा स्रोत होता है उसे सक्रीय जाल कहते हैं |

चतुर्टर्मिनल जाल : ऐसे जाल जिसके अन्दर दो निवेश टर्मिनल हो और दो ही निर्गत टर्मिनल हो अर्थात जिसमें कुल मिलाकर चार टर्मिनल हो तो ऐसे जाल को ही चतुर्टर्मिनल जाल कहा जाता है |

त्रि टर्मिनल : ऐसा परिपथ जिसमें तीन टर्मिनल होते है जिसके अन्दर एक निवेश और दो निर्गत हो सकते है या दो निवेश और एक निर्गत हो सकता है अर्थात इस प्रकार के जाल में दो टर्मिनल को मिलाकर एक कर दिया जाता है अर्थात उसे उभयनिष्ठ किया जाता है |

द्वि टर्मिनल जाल : ऐसे जाल जिसके अन्दर स्पष्ट रूप से एक निवेशी टर्मिनल हो और एक ही निर्गत टर्मिनल हो उसे द्वि टर्मिनल जाल कहते हैं |