मूक शब्द का अर्थ है | मूक शब्द का मतलब क्या होता है | मूक किसे कहते है mook meaning in hindi

mook meaning in hindi मूक शब्द का अर्थ है | मूक शब्द का मतलब क्या होता है | मूक किसे कहते है ?

उत्तर :  मूक – गूंगा, विवश।

इसका (मूक) अभिप्राय गूंगा अथवा विवश के लिए होता है |

प्रयोग : विजय मूक बना बैठा है | इसका मतलब यह है कि विजय या तो गूंगा है इसलिए बोल नही पा रहा अथवा विजय विवश है जिसके कारण वह गूंगा न होकर भी अपनी विवशता के कारण बोल नहीं पा रहा |
महाजन सूदखोर, साहूकार, बड़ा आदमी, एक जाति विशेष ।
महावीर हनुमान, जैन तीर्थंकर, विष्णु, गरुड़, वज ।
मित्र सूर्य, दोस्त।
मुद्रा अंगूठी, सिक्का, भावमुद्रा।
मद नशा, मस्ती, अहंकार, कस्तूरी।
मोहर सील (ठप्पा), छापा, अशर्फी ।
मोर मयूर, मेरा।
योग जोड़, योग साधना।
रंग वर्ण, मौज-आनन्द ।
रस काव्यानन्द, जूस।
राशि ढेर, राशियाँ।
रास लगाम, रासलीला, एक नृत्य ।
रूपक एक अलंकार, नाटक।
रसाल आम, रसीला, ईख।
राय मत, एक उपाधि (रायसाहब)।
रूढ़ प्रसिद्ध अर्थ (रूढ़ अर्थ), अविभाज्य (रूढ़ संख्या), आरूढ़।
लगन शुभ मुहूर्त, प्रेम, धुन।
लाल पुत्र, लाल रंग, माणिक्य ।
लंगर जहाज का लंगर (रुकना), गुरुद्वारों का लंगर (जहाँ भोजन
बँटता है) निशुल्क।
वंश बाँस, कुल।
वत्स पुत्र, बछड़ा।
वर श्रेष्ठ, दूल्हा, वरदान।
वर्ण रंग, अक्षर, उच्च वर्ण, निम्न वर्ण (जाति)।
विधि विधाता, ढंग।
विवर बिल, गड्ढा , गुफा।
वृंदा तुलसी, राधा।
व्यंजन व्यंजन वर्ण, खाद्य व्यंजन ।
व्यास त्रिज्या (तंकपने) का दुगुना, एक ऋषि, कृष्ण द्वैपायन व्यास
(वेदव्यास)।
वृत्त गोल घेरा, वृतांत, छन्द (वर्ण वृत्त)।
विग्रह शरीर, समास-विग्रह, मूर्ति (देव विग्रह)।
वास निवास, दुर्गन्ध ।
बिहार एक प्रदेश, बौद्ध भिक्षुकों के मठ।
वृक भेड़िया, गीदड़, कौवा, उल्लू, चोर, बज, एक असुर द्य
वर्ग कक्षा, एक आयत जिसकी सभी भुजाएँ समान होती हैं।
वाद सिद्धांत, तर्क, दावा (मुकदमा)।
विषय गणित, साहित्य आदि विषय (ैनइरमबज) इन्दिय ग्राह्य पदार्थ। शिखी मोर, ब्राह्मण, पर्वत, अग्नि।
शेर सिंह, उर्दू के शेर।
श्याम काला, श्रीकृष्ण।
शाल एक वृक्ष, ऊनी या रेशमी चादर ।
शुद्ध स्वच्छ, पवित्र, साफ, ठीक ।
शूर वीर, योद्ध, विष्णु, सिंह।
श्री शोभा, लक्ष्मी, सम्पत्ति।
श्रुति वेद, कान।
सर सरोवर, बाण, प्रमुख (यथा-सरपंच)।
सन्धि जोड़, दरार, नाट्य सन्धियाँ, मेल (दो वर्णों का मेल)।
स्वरंग मोर, हिरन, सिंह, हाथी, भ्रमर, कोयल आदि
सुधा अमृत, दूध, जल, शहद।
सैंधव घोड़ा, नमक।
सोम स्वर्ण, शयन करना।
स्नेह घृत, तेल, प्रेम।
सुरभि गाय, सुगन्ध, शराब, तुलसी।
सोना चन्द्रमा, एक देवता।
हार पराजय, माला।
हंस सूर्य, एक पक्षी।
हर हरण करना, शिवजी।
हरि विष्णु, इन्द्र, सूर्य, सिंह।
हल समाधान, खेत जोतने का हल ।
हेम स्वर्ण, धतूरा।
हस्ती हाथी, हैसियत।
हलधर बलराम, बैल, किसान ।
विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्न
कौन-सा अर्थ दिये गये शब्द का नहीं है-
1. सारंग-
(अ) धनुष (ब) हिरन
(स) मेघ (द) कृष्ण
उत्तर-(द) कृष्ण
ज्ञान-धनुष, हिरन, मेघ है, परन्तु सारंग का अर्थ कृष्ण नहीं है।
2. सुरभि-
(अ) गाय (ब) सुगन्ध
(स) मदिरा (द) चन्द्रमा
उत्तर-(द) चन्द्रमा
ज्ञान-सुरभि = गाय, सुगंध, मदिरा है पर सुरभि का अर्थ चन्द्रमा नहीं है।
3. स्नेह –
(अ) बुढ़ापा (ब) घृत
(स) तेल (द) प्रेम
उत्तर-(अ) बुढ़ापा
ज्ञान-स्नेह = तेल, घृत, प्रेम है परन्तु स्नेह का अर्थ बुढ़ापा नहीं है।
4. सुधा-
(अ) अमृत (ब) सागर
(स) दूध (द) जल
उत्तर-(ब) सागर
ज्ञान-सुधा = अमृत, दूध, जल है परन्तु सुधा का अर्थ सागर नहीं है
5. सुदर्शन-
(अ) सुदर्शन चक्र (ब) सुन्दर
(स) मछली (द) सर्प
उत्तर-(द) सर्प
ज्ञान-सुदर्शन = सुदर्शन चक्र, मछली, सुन्दर है परन्तु सुदर्शन का अर्थ सर्प नहीं है।
6. दण्ड-
(अ) जुर्माना (ब) सजा
(स) डण्डा (द) जेल
उत्तर-(द) जेल
ज्ञान-डण्डा, जुर्माना, सजा है परन्तु दण्ड का अर्थ जेल नहीं है।
7. तात-
(अ) बेटा (ब) स्त्री
(स) पिता (द) गुरु
उत्तर-(ब) स्त्री
ज्ञान-तात-बेटा, पिता, गुरु के लिए प्रयुक्त शब्द है पर स्त्री के लिए नहीं।
8. तरणि-
(अ) सूर्य (ब) नौका
(स) सूर्य और नौका दोनों (द) गंगा
उत्तर-(द) गंगा
ज्ञान-तरणि = सूर्य, नौका, है परन्तु गंगा नहीं है।
9. जनक
(अ) पिता (स) विदेहराज
(ब) सीता के पिता (द) लंकापति
उत्तर-(द) लंकापति
ज्ञान-जनक = सीता के पिता, विदेहराज, पिता के लिए प्रयुक्त होता है परन्तु लंकापति के लिए नहीं।)
10. गोपाल
(अ) वसुदेव (ब) कृष्ण
(स) अहीर (द) ग्वाला
उत्तर-(अ) वसुदेव
ज्ञान-गोपाल = कृष्ण, ग्वाला, अहीर परन्तु वसुदेव के लिए यह प्रयुक्त नहीं होगा।
11. ‘स्नेह‘ के दो अर्थ हैं-
(अ) प्रेम, तेल (ब) गंगा, यमुना
(स) पृथ्वी, आकाश (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(अ) प्रेम, तेल
ज्ञान-प्रेम, तेल परन्तु स्नेह = गंगा, यमुना या पृथ्वी आकाश नहीं है।
12. ‘श्रुति‘ के दो अर्थ हैं-
(अ) स्मृति, सुषुति (ब) वेद, कान
(स) चन्द्रमा, सोमरस (द) अमृत, विष
उत्तर-(ब) वेद, कान
13. ‘वास‘ के दो अर्थ हैं-
(अ) सुगन्ध, आवास (ब) मकान, छत
(स) निवास, दुर्गन्ध (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(स) निवास, दुर्गन्ध
14. ‘वर्ण‘ के दो अर्थ हैं-
(अ) रंग, अक्षर (ब) विधाता, विष्णु
(स) शंकर, कामदेव (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(अ) रंग, अक्षर
15. सैंधव के दो अर्थ हैं-
(अ) नमक, घोड़ा (ब) रथ, सारथी
(स) हाथी, घोड़ा (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(अ) नमक, घोड़ा