guess paper in hindi (Model paper 2019 – 2020) , physics , chemistry , english , hindi , biology for RBSE board half yearly exam raj board :-
भौतिक विज्ञान Model paper 2019 – 2020 guess paper in hindi
पाठ : स्थिर वैधुत विभव तथा धारिता
- विद्युत विभव एवं विभवान्तर की परिभाषा दीजिये।
- बिंदु आवेश Q के कारण R दूरी पर विभव की गणना कीजिये |
- विद्युत द्विध्रुव के कारण सामान्य बिन्दु पर विभव की गणना कीजिये तथा अक्षीय एवं निरक्षीय बिन्दुओ पर विभव का मान लिखिए |
- समविभव पृष्ठ की परिभाषा दीजिये , चित्र में प्रदर्शित कीजिये | इसकी दो विशेषताएँ लिखिए |
- स्थिर विद्युत परीक्षण एवं पैरावैधुत सामर्थ्य को परिभाषित कीजिये |
- किसी चालक में आवेश बाहरी सतह पर ही क्यों रहता है ?
- किसी चालक के अन्दर विद्युत तीव्रता का मान शून्य क्यों होता है ?
- चालक की सतह पर विद्युत तीव्रता सतह के लम्बवत होती है क्यों ?
- चालक के अन्दर विभव वही होता है जो सतह पर ऐसा क्यों ?
- धारिता की परिभाषा दीजिये तथा 1 फैरड की परिभाषा दीजिये |
- किसी चालक के आवेश एवं विभव में लेखा चित्र खिचिये |
- समान्तर पट्टिका संधारित्र की धारिता का व्यंजक ज्ञात कीजिये |
- समान्तर पट्ट संधारित्र के प्लेटों के बीच आंशिक रूप से पैरावैधुत माध्यम रखने पर धारिता का सूत्र ज्ञात कीजिये |
- संधारितो को श्रेणीक्रम एवं पाशर्वक्रम में जोड़ने पर तुल्य धारिता का सूत्र ज्ञात कीजिये |
- आवेशित संधारित्र के लिए संचित ऊर्जा का मान ज्ञात कीजिये |
- आवेशित संधारित्र की पट्टिकाओ के मध्य निर्वात की बजाय पैरावैधुत माध्यम रखे तो धारिता आवेश , विभवान्तर विद्युत तीव्रता एवं संचित ऊर्जा में परिवर्तन लिखिए |
- आवेशित संधारित्र से बैट्री जुडी है , यदि अब प्लेटो के दूर कर दिया जावे तो आवेश धारिता , ऊर्जा , विभवान्तर , विद्युत तीव्रता में परिवर्तन लिखिये |
- वानडेग्राफ जनित्र का कार्य , सिद्धांत चित्र एवं कार्य प्रणाली समझाइये |
- 6 MF व 12 MF धरिताओ के संधारित्र श्रेणीक्रम में जोड़े गए है , यदि 12 MF धारिता संधारित्र पर विभवान्तर 2V है तो बैटरी की वोल्टता ज्ञात कीजिये |
- 8 x 10-7 C व -12 x 10-7 C के दो आवेश 10 सेंटीमीटर की दूरी पर रखे है , इनके मध्य बिंदु पर विभव की गणना कीजिये |
- आवेशित पट्टिका पर आवेश घनत्व का मान 20 cm-2 है इस पट्टिका के समान्तर दो समविभव पृष्ठ है जिनके बीच की दूरी 2 नैनोमीटर है , समविभव पृष्ठों के विभव में अंतर ज्ञात कीजिये |
- निम्न में सुमेलित कीजिये –
कोलम – 1 | कॉलम – 2 |
A. दो आवेशो के निकाय की स्थितिज ऊर्जा | P. ½ qV |
B. ऊर्जा घनत्व | Q. KP/r2 |
C. संधारित्र में संचित ऊर्जा | R. E.KA/d |
D. समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता | S. Kq1q2/r |
E. द्विध्रुव के अक्षीय रेखा पर विभव | T. ½ E.E2 |
- धातु के 5 सेमी त्रिज्या के खोखले गोले को इतना आवेशित किया जाता है कि उसके पृष्ठ का विभव 10V हो जाता है , इस गोले के केंद्र पर विभव लिखिए |
- एक कुलाम आवेश को परिभाषित कीजिये |
- एक चालक से 500 इलेक्ट्रॉन निकलने पर द्रव्यमान में कमी ज्ञात कीजिये |
- 20 x 10-8एवं 40 x 10-8 आवेश एक दुसरे से 40 सेमी पर रखे है , इनके मध्य बिंदु पर विद्युत तीव्रता का मान एवं दिशा ज्ञात कीजिये |
- यदि E = 2x + y विद्युत तीव्रता में क्षेत्रफल रखा है , विद्युत फलस्क ज्ञात कीजिये |
- एक बिंदु आवेश से 20 सेमी दूरी पर तीव्रता 10 N/C है , इसे आवेश से 8 सेमी दूरी पर तीव्रता ज्ञात कीजिये |
- गाउस का नियम लिखिए , इस नियम की सहायता से गोलीय कोश के कारण तीव्रता ज्ञात कीजिये जबकि बिंदु सतह पर , बाहर एवं सतह के अन्दर है |
- 10 सेमी त्रिज्या के गोले केंद्र पर एक विद्युत द्विध्रुव रखा है जिसका द्विध्रुव आघूर्ण 20 C-M है , गोले से निर्गत विद्युत फ्लक्स का मान ज्ञात कीजिये |
- विद्युत क्षेत्र रेखाएँ किसे कहते है ? इनकी चार विशेषताएँ लिखिए |
पाठ- स्थिर विद्युतिकी
- आवेशों की ध्रुवता की परिभाषा दीजिये |
- चालक एवं कुचालक में अंतर समझाइये |
- उस युक्ति का नाम लिखिए जिससे आवेश का संसूचन करते है |
- एक कुलाम आवेश को परिभाषित कीजिये |
- 200 ग्राम जल में कितने धन तथा ऋण आवेश होते है ?
- आवेशो के क्वाथीकरण को समझाइये |
- यदि कोई पिण्ड 20 इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है तो उस पर आवेश का मान क्या होगा ?
- किसी पदार्थ पर 16 माइक्रो कूलाम आवेश है , इस पदार्थ से कितने इलेक्ट्रान निकले हुए है ?
- किसी धातु के गोले को 2 माइक्रो कुलाम आवेश से आवेशित करने पर द्रव्यमान में परिवर्तन ज्ञात कीजिये |
- क्या किसी पिंड पर 6.0 x 10-18 C आवेश प्राप्त किया जा सकता है ? समझाइये |
- दो समान आवेश , प्रत्येक 1 माइक्रो कुलाम का परस्पर 1 सेंटीमीटर की दूरी पर है , इनके मध्य कार्यरत बल का मान ज्ञात कीजिये |
- दो प्रोटोन के मध्य स्थिर विद्युत प्रतिकर्षण बल की तुलना गुरुत्वीय आकर्षण बल से कीजिये |
- 20 mc के समान आवेश X अक्ष पर X = 0,2,4,8 और 16 cm पर स्थित है | X = 2 cm पर स्थित आवेश पर परिणामी बल ज्ञात कीजिये |
- 8 mC एवं 4mC के दो आवेश परस्पर 20 सेंटीमीटर की दूरी पर रखे है , आवेशो के मध्य बल का मान ज्ञात कीजिये , यदि प्रत्येक आवेश दुगुना , दूरी को दोगुना एवं निर्वात की बजाय पैरा वैधुत 8 के माध्यम में आवेशों को रखने पर बल पहले की अपेक्षा कितना होगा |
- 4 mc एवं 20 mc आवेश परस्पर 20 सेंटीमीटर दूरी पर रखे है , इन आवेशो को मिलाने वाली रेखा पर q आवेश को कहा रखे कि पर आवेश पर परिणामी बल शून्य लगे |
- किसी विद्युत क्षेत्र में एक इलेक्ट्रान पर 2 x 105 N बल कार्य करता है , विद्युत तीव्रता का मान ज्ञात कीजिये |
- विद्युत तीव्रता एवं विद्युत फलस्क की परिभाषा दीजिये एवं इनमे सम्बन्ध लिखिए |
- यदि E = 2i + j – 3k V-m-1 तीव्रता में क्षेत्रफल da = i – j – 4k रख दे तो क्षेत्र से निर्गत विद्युत फ्लस्क ज्ञात कीजिये |
- यदि 8 NC विद्युत तीव्रता के लम्बवत एक आयताकार प्लेट रखी है जिसकी लम्बाई 10 सेमी एवं चौड़ाई 20 सेमी है , प्लेट से निर्गत विद्युत फलस्क ज्ञात कीजिये |
- एक 20 सेमी भुजा के घन के केंद्र पर एक इलेक्ट्रान रखा है , घन से निर्गत विद्युत फलस्क ज्ञात कीजिये |
- गाउस का नियम लिखिए एवं इसकी उत्पत्ति कीजिये |
- विद्युत क्षेत्र रेखाओ की कोई चार विशेषताएँ लिखिए ? एवं समझाइये की ये रेखाएं काटती क्यों नहीं है ?
- किसी बंद सतह में प्रवेशित एवं निर्गत विद्युत फलस्क का मान क्रमशः 8 x 103 एवं 8 x 103 Vm है | बंद पृष्ठ में आवेश का मान ज्ञात कीजिये |
- तीन आवेश Q1 = 1 mc , Q2 = 2 mc एवं Q3 = -3 mc तथा चार बंद पृष्ठ S1 , S2 , S3 , S4 चित्र में दर्शाए गए है , प्रत्येक पृष्ठ से निर्गत विद्युत फलस्क ज्ञात कीजिये |
- 4 mc एवं 8 mc के आवेश परस्पर 20 सेमी दूरी पर रखे है , इनके मध्य बिंदु पर तीव्रता का मान ज्ञात कीजिये |
- 200 सेमी लम्बे तार पर 2 mc आवेश है | इस तार के मध्य से लम्बवत 8 सेमी दूरी पर विद्युत तीव्रता ज्ञात कीजिये |
- विद्युत द्विध्रुव एवं द्विध्रुव आघूर्ण की परिभाषा दीजिये |
- बिन्दुवत आवेश के कारण तीव्रता के कारण तीव्रता E एवं दूरी r में लेखाचित्र दीजिये |
- आयताकार आवेशित पट्टिका के कारण तीव्रता E एवं दूरी r में लेखा चित्र दीजिये |
- एक बिंदुवत आवेश से 20 सेमी दूरी पर तीव्रता 10 वोल्ट/मीटर है , आवेश से 8 सेमी दूरी पर तीव्रता ज्ञात कीजिये |
- 2 mc का आवेश 10 सेमी भुजा के घन के केंद्र पर रखा है , प्रत्येक पृष्ठ से निर्गत विद्युत फलस्क का मान ज्ञात कीजिये |
chemistry model paper 2020 rbse in hindi
रसायन विज्ञान मॉडल पेपर 2020 राजस्थान बोर्ड हिंदी में –
पाठ – ठोस अवस्था
- ठोस कठोर क्यों होता है ?
- ठोस का आयतन निश्चित क्यों होता है ?
- काँच को अतिशीतित द्रव क्यों माना जाता है ?
- अवयवी कणों में बंधन के आधार पर ठोस कितने प्रकार के होते है ?
- अवयवी कणों की व्यवस्था के आधार पर ठोस कितने प्रकार के होते है ?
- निम्नलिखित को अक्रिस्टलीय व क्रिस्टलीय ठोसो में वर्गीकृत कीजिये –
पोलीयुरेथेन नैफ्थेलीन , बेन्जोइक अम्ल , टेफ़लोन , पोटेशियम नाइट्रेट , सेलोफेन , पीवीसी , रेशाकांच , ताम्बा , सोना , सोडियम , अमोनियम क्लोराइड
- कांच को अतिशितित द्रव क्यों माना जाता है ?
- क्रिस्टलीय व अक्रिस्टलीय ठोस में चार अन्तर कीजिये |
- कांच अक्रिस्टलीय ठोस जबकि क्वार्टज़ क्रिस्टलीय ठोस है , कारण दीजिये ?
- अन्तरा आणविक बलों की प्रकृति के आधार पर निम्न ठोसो को वर्गीकृत कीजिये –
पोटेशियम सल्फेट , टिन , बेन्जीन , यूरिया , अमोनिया , अमोनिया , जल , जिंक सल्फाइड , ग्रेफाईट , रुबिडियम , आर्गन , सिलिकोन कार्बाइड , क्वार्टज़ , बर्फ , चांदी आदि |
- ठोस एक अत्यधिक कठोर तथा ठोस व गलित दोनों अवस्थाओ में विधुतरोधी है और अत्यंत उच्च ताप पर पिघलता है , यह किस प्रकार का ठोस है |
- आयनिक ठोस गलित अवस्था में विद्युत चालक होते है ? परन्तु ठोस अवस्था में नहीं व्याख्या कीजिये |
- किस प्रकार के ठोस विद्युत चालक , अघातवर्धनीय और तन्य है ?
- निम्नलिखित आण्विक ठोसो को ध्रुवीय , अध्रुवीय हाइड्रोजन बंधी ठोसो में वर्गीकृत कीजिये |
आर्गन , कार्बन टेट्रा क्लोराइड , CO2 , SO2 , बर्फ , HCl , I2
- समदैशिकता व विषमदैशिकता का अर्थ स्पष्ट कीजिये |
- एक ठोस का अपवर्तनांक सभी दिशाओ से समान प्राप्त होता है , इस ठोस की प्रकृति क्या होगी ?
- विशाल अणु किस प्रकार के क्रिस्टलीय ठोस है ? विशाल अणु को अन्य कौनसे नाम से जाना जाता है ?
- ब्रेवे के अनुसार क्रिस्टल जालक तथा क्रिस्टल निकाय कितने प्रकार के होते है ?
- निम्नलिखित मात्रक कोष्ठिका को चित्र द्वारा दर्शाइए , प्रत्येक कोष्ठिका कितने परमाणुओं से बनी है तथा जालक बिंदु की संख्या बताइए |
(ii) अन्त: केन्द्रित मात्रक कोष्ठिका
(iii) फलक केन्द्रित मात्रक कोष्ठिका
(iv) अन्त्य: केन्द्रित मात्रक कोष्ठिका
- निम्नलिखित में विभेदी कीजिये –
(i) षटकोणीय और एकनताक्ष एकककोष्ठिका |
(ii) फलक केन्द्रित और अंत्य केन्द्रित एकक कोष्ठिका |
(iii) षटकोणीय व घनीय निबिड़ संकुलन में अंतर
(iv) चतुष्फलकीय रिक्ति व अष्ट फलकीय रिक्ति में अंतर |
(v) समदैशिकता व विषमदेशिकता
- कांच एवं क्वार्ट्ज जैसे ठोस किस प्रकार के है ? किन परिस्थितियों में क्वार्टज़ को कांच में रूपान्तरित किया जा सकता है |
- पुरानी इमारतों की खिडकियों और दरवाजो में जड़े शीशे दुधिया क्यों दिखाई देते है ?
- एकक कोष्ठिका को अभिलक्षित करने वाले पैरामीटर्स के नाम बताइये |
- सबसे सममित और सबसे असममित क्रिस्टल समूहों के नाम व पैरामीटर बताइये |
- ग्रेफाईट की एकक कोष्ठिका षटकोणीय होती है , इसके पैरामीटर बताइये |
- निम्नलिखित की उपसंयोजन संख्या तथा संकुलन क्षमता बताइये –
(i) घनीय निबिड़ संकुलित संरचना
(ii) अन्त: केन्द्रित घनीय संरचना BCC
(iii) फलक केन्द्रित घनीय संरचना , FCC या CCP
(iv) षटकोणीय निबिड़ संकुलित संरचना
- निम्न को उपसहसंयोजन संख्या बताइये –
(i) द्विविमा में वर्ग निबिड़ संकुलन
(ii) द्विविमा में षटकोणीय निविड़ संकुलन
- FCC संरचना के लिए एकक कोष्ठिका के किनारों की लम्बाई तथा परमाणु त्रिज्या के मध्य सम्बन्ध लिखो |
- BCC संरचना के लिए एकक कोष्ठिका के किनारों की लम्बाई तथा परमाणु त्रिज्या के मध्य सम्बन्ध लिखे |
- यूनिट सेल का घनत्व ज्ञात करने का सूत्र स्थापित कीजिये |
- जब एक ठोस को गर्म किया जाता है तो किस प्रकार का दोष उत्पन्न हो सकता है |
- निम्नलिखित को उदाहरण सहित बताइये –
(i) शॉट की दोष
(ii) फ्रेंकेल दोष
(iii) अंतराकाशी दोष
(iv) F केंद्र
- शॉट की व फ्रेंकेल दोष में चार अंतर लिखे |
- निम्नलिखित किस प्रकार का स्टाइकियोमिट्री दोष दर्शाते है |
(i) ZnS
(ii) AgBr
- कमरे के ताप पर ठोस जिंक ऑक्साइड सफ़ेद रंग का होता है परन्तु गर्म करने पर यह पीला हो जाता है ? कारण कीजिये ? उपयुक्त दोष का नाम बताइये |
- नॉन स्टाइकियोमीट्री दोष कितने प्रकार के होते है ?
- डोपिंग किसे कहते है ? आयनिक ठोसो में डोपिंग से कौनसा दोष उत्पन्न होता है | उचित उदाहरण देकर समझाइये , इस दोष के कारण ठोस के कौनसे भौतिक गुणों पर प्रभाव पड़ता है |
- विद्युत चालकता के आधार पर ठोस कितने प्रकार के होते है ? उदाहरण दीजिये |
- बैंड सिद्धांत के आधार पर चालक , अचालक , अर्द्ध चालक की व्याख्या कीजिये |
- ताप बढ़ाने पर अर्द्धचालकों की चालकता बढ़ जाती है , बैंड सिद्धांत की सहायता से समझाइये |
- नैज अर्द्धचालक किसे कहते है ?
- n प्रकार के , p प्रकार के अर्द्धचालक कैसे बनाये जाते है |
- n व p प्रकार के अर्द्धचालको के दो उपयोग लिखो |
- निम्न पर संक्षिप्त टिप्पणी उदाहरण सहित दीजिये –
(i) अनु चुम्बकत्व
(ii) प्रति चुम्बकत्व
(iii) लोह चुम्बकत्व
(iv) प्रतिलौह चुम्बकत्व
(v) फेरी चुम्बकत्व
- लौह चुम्बकीय पदार्थो से स्थायी चुम्बक बनायी जाती है , कारण दीजिये |