(bohr model of hydrogen atom in hindi ) बोर सिद्धान्त के मुख्य बिंदु :
इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा ज्ञात करने का सूत्र
यदि कोई परमाणु n वें कोश में उपस्थित है तो स्पेक्ट्रमी रेखाओं की कुल संख्या निम्न सूत्र से ज्ञात करते है
रेखाओं की कुल संख्या = n(n – 1)/2
बोर के परमाणु सिद्धांत की कमियां :
1. इस सिद्धांत द्वारा एक इलेक्ट्रॉन वाले परमाणु या आयन के रेखीय स्पेक्ट्रम की व्याख्या की जा सकती है , परन्तु वे परमाणु जिनमे अधिक इलेक्ट्रॉन होते है उनके रेखीय स्पेक्ट्रम की व्याख्या नहीं की जा सकती।
2. उच्च विभेदन क्षमता वाले स्पेक्ट्रम दर्शी यंत्र से यह पता लगा की ये एक रेखा नहीं है परन्तु कई रेखाओं का समूह है।
3. चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थित में एक रेखा अनेक रेखाओ में विभक्त हो जाती है।
इसे सीमान्त प्रभाव कहते है।
इसकी व्याख्या बोर सिद्धांत से नहीं की जा सकती है।
4. विद्युत क्षेत्र की उपस्थिति में एक रेखा अनेक रेखाओ में विभक्त हो जाती है इसे स्टार्क प्रभाव कहते है।
इसकी व्याख्या भी बोर सिद्धान्त से नहीं की जा सकती।