Lammert’s velocity filter method in hindi Lammert लैम्बर्ट / लैमर्ट की वेग फिल्टर विधि क्या है ?
लैमर्ट की वेग फिल्टर विधि (Lammert’s velocity filter method) : इस उपकरण पर निश्चित दूरी पर दो दांतेदार चक्रियां A व B लगी होती हैं (चित्र 1.18)| उपकरण के एक तरफ त ‘S’ द्वारा एक निश्चित ताप पर अणुओं (H2. N2 या CCL4) का एक पूज्ज स्लिटो का एक स इस प्रकार गुजारते हैं कि वह एक संकरे किरण पूञ्ज के रूप में हो। जब यह किरण पुज्ज दोना चाल दरी पर दो दांतेदार चक्रिया ACPN या CCL) का एक पुञ्ज सिल्टो की एक में इस प्रकार गुजारते है की वह एक संकरे किरण पुञ्ज के रूप में हो जब यह किरण पुञ्ज दोनों चक्रियों के खाली स्थान से गुजरेगा तो दूसरी तरफ से रेडियोमीटर में उसका संकेत अंकित हो जाएगा। अब यदि छ । को गतिमान किया जाए तो एक चक्री के खाली स्थान से गुजरने वाले वही अणु रेडियोमीटर तक पहुंच सकते हैं जिनका वेग चक्रियों के वेग का पूर्ण गणक होगा क्योंकि उसी स्थिति में एक चक्री के खाली स्थान है। गजरकर रेडियोमीटर तक पहुंच सकते हैं। छड़ । को भिन्न-भिन्न वेगों से घुमाकर रेडियोमीटर द्वारा भिन्न-भिन वेगों वाले अणुओं की संख्या ज्ञात कर ली जाती है। विभिन्न वेगों और उनसे सम्बद्ध अणुओं की संख्या में मध्य एक ग्राफ खींच लिया जाता है, यह ग्राफ मैक्सवेल के वितरण नियम के बिल्कुल अनुरूप होता है। इस प्रकार इस नियम का प्रायोगिक सत्यापन हो जाता है।
किसी गैस के एक मोल की गतिज ऊर्जा का परिकलन
PV = nRT (आदर्श गैस समीकरण)
PV = 1/3 mn c2 (अणुगति समीकरण )
C = c2i + c22 + c23 + c2n /n’
यहां, जहां, C1, C2, C3, ……, CM, आदि । अणुओं के लिए वेगों के अलग-अलग मान हैं। चूंकि n’ =nN जहां N ऐवोगैड्रो संख्या है अतः PV= mnNc2
PV का यह मान आदर्श गैस समीकरण में रखने पर,
1/3mnNC2 = nRT
दो से गुणा करके दो से भाग देने पर, 2/2 x 1/3 mnNC2 = Nrt अथवा 2/3 (1/2 mnNC2) = Nrt
अथवा 1/2mnNc2 = 3/2 Nrt
(1/2mnNC2 = n मोलों की गतिज ऊर्जा)
अतः गैस के n मोलों की गतिज ऊर्जा =3/2 mRT
किसी आदर्श के 1 मोल की औसत गतिज = 3/3RT
तथा एक अणु की औसत गतिज ऊर्जा= 3/2KT
जहां K प्रति अणु गैस स्थिरांक है और इसे बोल्ट्जमैन स्थिरांक कहते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि गैस के अणुओं की गतिज ऊर्जा उनके परम ताप के समानुपाती होती है। अर्थात् अणु की 1 अणु की KE – T
उदाहरण : 3000 K पर दो मोल की CO2, गैस की गतिज ऊर्जा का परिकलन कीजिए। यह गैस आदर्श गैस का आचरण रखती है।
हल : किसी आदर्श गैस के एक मोल की गतिज = 3/2 RT
2 मोलों की गतिज ऊर्जा = 2 x 3/2 RT = 3 RT
दिया गया है, T= 3000 K, R= 8.314 J mol–1 K-1
2 मोल CO2 , की गतिज ऊर्जा = 3 x 8.314 J K-1 x 3000 K = 74826 J = 74.826 kJ