indian scientists biography and achievements in hindi class 10 , भारतीय वैज्ञानिक : जीवन परिचय एवं उपलब्धियाँ कक्षा 10 वीं अध्याय 18 : इस पाठ में हम भारत में हुए उन महान वैज्ञानिको के जीवन के बारे में अध्ययन करेंगे जिन्होंने अपने आविष्कार से विज्ञान की दुनिया में एक नया मोड़ लाया जिससे उनके योगदान के कारण विज्ञान के क्षेत्र में भी भारत ने अपना नाम किया और खुद को विकसित देशों के श्रेणी में शामिल करवाया।
टॉपिक
- सुश्रुत
- चरक
- सी.वी.रमन
- हॉमी जहाँगीर भाभा
- प्रफुल्लचन्द राय (1861-1944)
- डॉ. पंचानन माहेश्वरी (1904-1966)
- डॉ. सलीम अली
- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
बहुचयनात्मक प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1 : डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से अभियांत्रिकी की कौनसी शाखा में अध्ययन किया ?
प्रश्न 2 : सर सी.वी. रमन को नोबल पुरस्कार किस वर्ष में मिला ?
प्रश्न 3 : पक्षी विज्ञानी है ?
प्रश्न 4 : भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (BARC) कहाँ स्थित है ?
प्रश्न 5 : चरक संहिता किस भाषा में लिखी गयी ?
अतिलघुरात्मक प्रश्न एवं उत्तर
प्रश्न 6 : डॉ. भाभा ने अन्तरिक्ष किरणों में किस कण की उपस्थिति को पहचाना ?
प्रश्न 7 : सुश्रुत किस ऋषि के वंशज थे ?
प्रश्न 8 : चरक के अनुसार आनुवांशिक दोष के क्या कारण थे ?
प्रश्न 9 : डॉ. सी.वी. रमन की प्रथम नियुक्ति किस पद पर हुई ?
प्रश्न 10 : डॉ. भाभा के निर्देशन में कौन कौनसे रियक्टरो की स्थापना हुई ?
प्रश्न 11 : भरतपुर में केवलादेव पक्षी अभयारण्य की स्थापना में किस विज्ञानी का योगदान था ?
लघुरात्मक प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 12 : डॉ. कलाम का रक्षा व अंतरिक्ष में क्या योगदान है ?
प्रश्न 13 : रमन प्रभाव क्या है , इसका क्या महत्व है ?
प्रश्न 14 : डॉ. पंचानन माहेश्वरी का वनस्पति विज्ञान में क्या योगदान है ?
प्रश्न 15 : सुमेलित करो –
(i) बर्ड मेन ऑफ़ इंडिया (a) सुश्रुत
(ii) मिसाइल मेन (b) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
(iii) प्लास्टिक सर्जरी के पिता (c) डॉ. भाभा
(iv) भारतीय परमाणु विज्ञान के पिता (d) डॉ. सलीम अली
निबंधात्मक प्रश्न व उनके उत्तर
प्रश्न 16 : सुश्रुत के जीवनवृत्त एवं विज्ञान में उनके योगदान का वर्णन करो।
प्रश्न 17 : डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवनवृत्त एवं विज्ञान में उनके योगदान का वर्णन करो ?
प्रश्न 18 : सर सी.वी. रमन के जीवन वृत्त एवं विज्ञान में उनके योगदान का वर्णन करो ?
प्रश्न 19 : डॉ. सलीम अली के जीवनवृत्त एवं विज्ञान में उनके योगदान का वर्णन करो।
महत्वपूर्ण बिंदु या भारतीय वैज्ञानिक : जीवन परिचय एवं उपलब्धियाँ का सारांश
- सुश्रुत : सुश्रुत विश्वामित्र के वंशज थे और सुश्रुत का जन्म लगभग 600 इसा पूर्व हुआ था। सुश्रुत ने अपना शुरूआती चिकित्सा ज्ञान धन्वन्तरी के आश्रम में प्राप्त किया था। विश्व को शल्य चिकित्सा के बारे में ज्ञान देने वाले या बताने वाले सुश्रुत ही माने जाते है। सुश्रुत एक चिकित्सक थे जिन्होंने सबसे पहले शल्य चिकित्सा का परिष्कार किया था और अपने शल्य चिकित्सा के ज्ञान का उपयोग करते हुए उस समय में ही शल्य ऑपरेशन सफलता पूर्वक पूरे किये थे , शल्य चिकित्सा में काम आने वाले उपकरणों या यंत्रो के बारे में सबसे पहले सुश्रुत ने ही ज्ञान करवाया था। सुश्रुत ने अपना शल्य चिकित्सा पर एक संहिता की रचना की थी जिसका नाम “सुश्रुत संहिता” है इस सुश्रुत संहिता में उन्होंने शल्य चिकित्सा को विस्तार पूर्वक वर्णन किया है।
- चरक : चरक एक महान आचार्य थे जिनको आयुर्वेद का अद्भुद ज्ञान प्राप्त था , चरक एक चिकित्सक के रूप में थे और चरक ने पाचन , उपापचय और शरीर के प्रतिरक्षा के बारे में काफी विस्तार पूर्वक और गहरा ज्ञान था , चरक ने बताया था कि शरीर को कार्य के कारण तीन दोष उत्पन्न हो सकते है वे पित्त , कफ और वात हो सकते है , जब तीनो दोष संतुलन की अवस्था में होते है तो शारीर में कोई रोग नहीं होता है लेकिन जब ये तीनो दोष असंतुलन अवस्था में होते है तो शरीर में रोग उत्पन्न हो जाते है। चरक ने 20 वीं शताब्दी ईसा पूर्व एक ग्रन्थ लिखा था जिसका नाम “चरक संहिता” है , चिकित्सा शास्त्र में इस ग्रन्थ को आज भी सम्मान दिया जाता है क्यूंकि इसमें लिखी गयी बाते चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत आगे प्राप्त हुई लेकिन उन्होंने इतने समय पूर्व ही यह ज्ञान अपने ग्रन्थ में लिख दिया था।