आईआईटी जेइइ भौतिक विज्ञान पाठ्यक्रम (11th , 12th कोर्स) हिन्दी में iit jee physics syllabus in hindi 2018 – 2019 : क्या आप IIT-JEE की तैयारी कर रहे है , अगर आपका भी सपना इंजिनियर बनकर देश की सेवा करने का है तो निश्चित रूप से आप आईआईटी जेइइ (IIT JEE) की तैयारी कर रहे होंगे। iit jee physics syllabus in hindi 2024 – 2025 ,12th आईआईटी जेइइ भौतिक विज्ञान पाठ्यक्रम (11th , 12th कोर्स) हिन्दी में
हम यहाँ आपको भौतिक विज्ञान (physics) का पाठ्यक्रम (syllabus) उपलब्ध करवायंगे जिसे देखकर आप अपनी तैयारी ठीक तरह से कर सके। कभी कभी ऐसा होता है की आपको पता ही नही होता की पढना क्या है इसलिए आप ठीक से तैयारी कर नही पाते लेकिन यहाँ ऐसा नही होगा , हम आपको पूरी पाठ्यक्रम की जानकारी देंगे और साथ ही आपके लिए हमारी वेबसाइट पर iit jee (आई आई टी जे इ इ) के नोट्स भी उपलब्ध करवाएंगे जिससे आप अपनी स्कूल के साथ ही अपनी अच्छी तैयारी कर सके।
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12th class iit jee physics syllabus in hindi
वैद्युत क्षेत्र और विद्युत विभव
- विद्युत आवेश क्या है , गुण , प्रकार आदि।
- आवेश का संतुलन
- कूलॉम का नियम
- आवेशित साबुन के बुलबुले का सन्तुलन
- विद्युत क्षेत्र
- स्थिर वैद्युत स्थितिज ऊर्जा
- विद्युत बल रेखाएँ
- वैद्युत द्विध्रुव
- विद्युत विभव
- एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखे द्विध्रुव पर कार्यकारी बल व बल आघूर्ण
- आवेश वितरण
- वितरण आवेश वितरणों के कारण विद्युत क्षेत्र एवं विभव
- एकसमान विद्युत क्षेत्र में द्वि ध्रुव को घुमाने में किया गया कार्य
- विभव प्रवणता
- एकसमान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा
- समविभव पृष्ठ
- एकसमान विद्युत क्षेत्र में आवेशित कण की गति
- एक आवेशित वस्तु के दोलनों का दोलनकाल
- उदासीन बिंदु एवं शून्य विभव
- आवेशित चालक पर बल का नियम , सूत्र
गॉस की प्रमेय और संधारित्र का अध्ययन
- विद्युत फ्लक्स
- आवेशित चालक की वैद्युत स्थितिज ऊर्जा
- गाउस का नियम
- आवेशित चालक को जोड़ने पर आवेश का पुनर्वितरण एवं ऊर्जा हास
- एकसमान आवेशित गोलीय कोश के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र एवं वैद्युत विभव
- संधारित्र क्या है , सिद्धांत
- एकसमान आवेशित अचालक गोले के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र और विभव
- संधारित्रो का संयोजन
- अनन्त लम्बाई के रेखीय आवेशित चालक के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र
- व्हिटस्टोन सेतु परिपथ
- श्रेणी RC परिपथ में संधारित्र का आवेशन और निरावेशन
- अनन्त विस्तार वाली अचालक समतल आवेशित प्लेट के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र
- विद्युत धारिता क्या है , अवधारण
विद्युत धारा
- वैद्युत धारा क्या है , परिभाषा
- विद्युत सेल
- सेलों का संयोजन
- धारा घनत्व
- अनुगमन वेग
- किरचॉफ का नियम
- ओम का नियम
- व्हिटस्टोन सेतु (ब्रिज)
- विभवमापी
- प्रतिरोधकता या विशिष्ट प्रतिरोध
- चालकत्व और चालकता
- विभिन्न मापन यन्त्र
- विभिन्न विद्युतीय चालक पदार्थो के विशिष्ट उपयोग
- विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव
- कार्बन प्रतिरोध का वर्णकोड
- प्रतिरोधो का संयोजन
- ताप विद्युतिकी
- विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव
प्रत्यावर्ती धारा
- प्रत्यावर्ती धारा और वोल्टेज
- धारा और विभव में आपस में सम्बन्ध
- प्रत्यावर्ती विभव क्या है
- प्रत्यावर्ती धारा प्रत्यावर्ती धारा और वोल्टता में माध्य और वर्ग माध्य मूल मान
- अनुनादी परिपथ
- वाटहीन धारा
- दिष्ट धारा और प्रत्यावर्ती धारा में अन्तर
- चोक कुण्डली प्रत्यावर्ती धारा परिपथ से सम्बन्ध राशियाँ
विद्युत धारा के चुम्बकीय प्रभाव
- विद्युत चुम्बकत्व
- चुम्बकीय क्षेत्र में आवेशित कण की गति
- बायोसावर्ट का नियम
- साइक्लोट्रॉन
- चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात करने के नियम
- हॉल प्रभाव क्या है
- एम्पियर का परिपथीय नियम
- एकसमान चुम्बकीय और विद्युत क्षेत्र में आवेशित कण की गति
- परिनालिका
- गतिमान बिंदु आवेश का चुम्बकीय क्षेत्र
- धारावाही चालक पर चुम्बकीय क्षेत्र में बल
- लोरेन्ज बल की दिशा ज्ञात करने के नियम
- दो समान्तर धारावाही चालकों के बीच बल
विद्युत चुम्बकीय प्रेरण
- चुम्बकीय फ्लक्स
- चुम्बकीय युग्मन गुणांक
- विद्युत चुम्बकीय प्रेरण प्रेरकों का संयोग
- विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के फैराडे के नियम
- प्रेरकीय परिपथ में धारा वृद्धि एवं क्षय
- फ्लेमिंग के दाएँ हाथ का नियम
- भंवर धाराएँ
- लेन्ज का नियम
- ट्रांसफार्मर क्या है , सिद्धांत , कार्यप्रणाली
- प्रेरित विद्युत वाहक बल
- डायनमो या जनित्र
- स्वप्रेरण
- दिष्ट धारा मोटर कैसे कार्य करती है , उदाहरण
- अन्योन्य प्रेरण
स्थिर चुम्बकत्व
- चुम्बक क्या है , परिभाषा
- पृथ्वी का चुम्बकत्व
- चुम्बकीय द्विध्रुव
- स्पर्शज्या नियम और धारामापी
- चुम्बकीय क्षेत्र
- विक्षेप चुम्बकत्मापी
- परमाण्वीय चुम्बकत्व
- दोलन चुम्बकत्वमापी
- चुम्बकत्व से सम्बन्धित विभिन्न राशियाँ
- चुम्बकीय पदार्थो का वर्गीकरण
- एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में दण्ड चुम्बक
- क्यूरी का नियम तथा क्यूरी ताप
- दण्ड चुम्बक के कारण चुम्बकीय क्षेत्र
- शैथिल्य लूप
किरण प्रकाशिकी
- प्रकाश का परावर्तन
- प्रिज्म क्या है , परिभाषा , कार्य
- गोलीय सतह से परावर्तन
- प्रकाश का प्रकीर्णन
- प्रकाश का अपवर्तन
- मनुष्य की आँख की कार्यप्रणाली
- पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
- दृष्टि दोष
- गोलीय सतह से अपवर्तन
- प्रकाशिक यन्त्र
- लेंस क्या है , प्रकार , उदाहरण
- विभेदन सीमा और विभेदन क्षमता
- न्यूटन का सूत्र क्या है
- प्रकाशमिति
- लेंस दोष
तरंग प्रकाशिकी
- प्रकाश और प्रकाश की प्रकृति
- विवर्तन
- तरंगों के अध्यारोपण का सिद्धांत
- प्रकाश का ध्रुवण
- व्यतिकरण
- पॉलेरॉइड
- यंग का द्विक रेखाछिद्र प्रयोग
- ब्रूस्टर का नियम
- पतली फिल्मो में प्रकाश का व्यतिकरण
- मैलस का नियम
- लॉयड दर्पण
- निकॉल प्रिज्म
- फ्रेनल द्विप्रिज्म
पदार्थ की द्वैत प्रकृति और विकिरण
- गैसों में विद्युत विसर्जन
- डेविसन जर्मर प्रयोग
- कैथोड किरणें
- हाइजेन बर्ग का अनिश्चितता का सिद्धांत
- इलेक्ट्रॉन के विशिष्ट आवेश e/m का मान ज्ञात करने की थॉमसन की विधि
- फोटोन
- प्रकाश वैद्युत प्रभाव
- मिलिकन का तेल बूंद प्रयोग क्या है
- कॉम्पटन प्रभाव
- धन किरणें या कैनाल किरणें
- X किरणें
- थॉमसन द्रव्यमान स्पेक्टोग्राफ
- X किरण स्पेक्ट्रम
- प्रकाश (विकिरण) की द्वैत प्रकृति
- मोसले का नियम क्या है
- द्रव्य तरंगें अथवा दे ब्रोग्ली तरंगे
ठोस और अर्द्धचालक युक्तियाँ
- ठोस क्या है , परिभाषा लिखिए
- ट्रांजिस्टर
- ट्रांजिस्टर प्रवर्धक के रूप में
- घनाकार जालक में विभिन्न सममिताएँ
- षट्कोणीय सुसंकुलित (HCP) जालक संरचना
- ट्रांजिस्टर दोलित्र के रूप में एकल , बहु और द्रव क्रिस्टल
- दशमलव और द्विआधारी संख्या पद्धतियाँ
- ठोंसो में ऊर्जा बैंड
- वोल्टेज सिग्नल क्या है , उपयोग
- निज और बाह्य अर्द्धचालक
- बूलियन बीज गणित
- अर्द्धचालक की चालकता
- लॉजिक गेट
- p-n सन्धि डायोड
- पश्च भंजन
- विशेष प्रकार के p-n संधि डायोड
परमाण्वीय और नाभिकीय भौतिकी
- परमाणु मॉडल
- नाभिकीय बल
- अल्फा कण प्रकीर्णन प्रयोग या रदरफोर्ड प्रकीर्णन का प्रयोग
- नाभिक का स्थायित्व
- रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल
- आइन्सटीन का द्रव्यमान ऊर्जा तुल्यता सिद्धांत
- बोहर का परमाणु मॉडल
- द्रव्यमान क्षति और बंधन ऊर्जा
- हाइड्रोजन सदृश परमाणु
- नाभिकीय विखंडन
- इलेक्ट्रॉन संक्रमण
- नाभिकीय भट्टी
- हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम
- नाभिकीय संलयन
- क्वान्टम संख्याएँ
- रेडियोएक्टिवता
- परमाणुओं का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- रेडियो एक्टिव क्षय नियम
- नाभिक का संगठन
- रेडियो ऐक्टिव श्रेणियाँ
- समस्थानिक , समभारी और समन्युट्रोनिक
- क्रमिक विघटन और रेडियो सक्रीय संतुलन
विद्युत चुम्बकीय तरंगे और संचार प्रणालियाँ
- विद्युतचुम्बकीय तरंगे
- प्रकाशिक तन्तु
- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम
- अनुरूप और अंकीय संकेत
- विद्युतचुम्बकीय तरंगो या रेडियो तरंगो का संचरण
- मॉडुलन क्या है ,परिभाषा , कार्य , कारण
- डी मॉडुलन
- सुदूर संवेदन
- तार संचार
- प्रकाशीय संचार