ग्राहम का विसरण नियम (graham’s law of diffusion in hindi) , विसरण की परिभाषा क्या है , सूत्र , उदाहरण

(graham’s law of diffusion in hindi) ग्राहम का विसरण नियम : ब्रिटेन के महान रसायनज्ञ थॉमस ग्राहम ने गैस के विसरण से सम्बंधित एक नियम दिया जिसे ग्राहम का विसरण का नियम कहते है , इस नियम के अनुसार –
“जब ताप और दाब को नियत रखा जाए तो गैस के विसरण को दर गैस के घनत्व के वर्गमूल के व्युत्क्रमानुपाती होती है। “
माना गैस के विसरण की दर r है तथा गैस का घनत्व d है तो इसे निम्न प्रकार लिखा जाएगा –
r ∝ 1 / √d
यहाँ दाब P व ताप T को नियत रखा गया है।
अब मान लेते है कि हमारे पास दो गैसें है गैस A तथा B
गैस A की विसरण की दर r1  है तथा गैस B की विसरण की दर r2 है। तथा गैसों का घनत्व क्रमशः d1 तथा d2 है , तो ग्राहम के विसरण नियम के अनुसार –

दोनों समीकरणों को साथ में लिखने पर –

यहाँ ध्यान दे की ताप T और दाब P का मान नियत होना आवश्यक है।
यदि उन दोनों गैसों का अणु भार क्रमशः M1 तथा M­2 हो तो गैसों की विसरण की दर को निम्न प्रकार लिखा जाता है –

क्या आप जानते है कि विसरण क्या होता है ? अगर नहीं तो चलिए इसे विस्तार से पढ़ लेते है।
विसरण (Diffusion) : किसी भी गैस की वह क्षमता जिससे वह चारों तरफ फ़ैल जाए और जो आयतन उपलब्ध हो उसे ग्रहण कर ले , और अगर अन्य गैसें जो पहले से उपलब्ध हो उन्हें प्रभावित न करे तो गैसों के इस गुण या प्रकृति को विसरण कहते है।
उदाहरण : माना किसी बोतल में कोई गैस भरी हुई है और इसका ढक्कन बंद है , कुछ देर बाद जब इस बोतल का ढक्कन खोला जाता है तो गैस के अणु बोतल से बाहर निकल जाते है और चारो तरफ फ़ैल जाते है , और चारों तरफ जो पहले से अन्य गैस के अणु उपस्थित है उन्हें प्रभावित न करते हुए उपलब्ध आयतन ग्रहण कर लेते है , इसे ही गैस का विसरण कहते है , जैसा चित्र में दर्शाया गया है –

थॉमस ग्राहम ने गैसों का विसरण का नियम 1831 में दिया था।