अब मान लेते है कि हमारे पास दो गैसें है गैस A तथा B
गैस A की विसरण की दर r1 है तथा गैस B की विसरण की दर r2 है। तथा गैसों का घनत्व क्रमशः d1 तथा d2 है , तो ग्राहम के विसरण नियम के अनुसार –
दोनों समीकरणों को साथ में लिखने पर –
यहाँ ध्यान दे की ताप T और दाब P का मान नियत होना आवश्यक है।
यदि उन दोनों गैसों का अणु भार क्रमशः M1 तथा M2 हो तो गैसों की विसरण की दर को निम्न प्रकार लिखा जाता है –
क्या आप जानते है कि विसरण क्या होता है ? अगर नहीं तो चलिए इसे विस्तार से पढ़ लेते है।
विसरण (Diffusion) : किसी भी गैस की वह क्षमता जिससे वह चारों तरफ फ़ैल जाए और जो आयतन उपलब्ध हो उसे ग्रहण कर ले , और अगर अन्य गैसें जो पहले से उपलब्ध हो उन्हें प्रभावित न करे तो गैसों के इस गुण या प्रकृति को विसरण कहते है।
उदाहरण : माना किसी बोतल में कोई गैस भरी हुई है और इसका ढक्कन बंद है , कुछ देर बाद जब इस बोतल का ढक्कन खोला जाता है तो गैस के अणु बोतल से बाहर निकल जाते है और चारो तरफ फ़ैल जाते है , और चारों तरफ जो पहले से अन्य गैस के अणु उपस्थित है उन्हें प्रभावित न करते हुए उपलब्ध आयतन ग्रहण कर लेते है , इसे ही गैस का विसरण कहते है , जैसा चित्र में दर्शाया गया है –
थॉमस ग्राहम ने गैसों का विसरण का नियम 1831 में दिया था।