बहते तरल या द्रव की ऊर्जा , दाब ऊर्जा , स्थितिज , गतिज उर्जा (energy of flowing fluid or liquid in hindi)

(energy of flowing fluid or liquid in hindi) बहते तरल या द्रव की ऊर्जा : जब कोई तरल पदार्थ गति कर रहा हो अर्थात बह रहा हो तो बहते हुए तरल या द्रव में तीन प्रकार की ऊर्जायें होती है जो निम्न है –

1 दाब ऊर्जा (pressure energy)

2. स्थितिज ऊर्जा (potential energy)

3. गतिज उर्जा (kinetic energy)

अब हम यहाँ इन तीनों प्रकार की तरल ऊर्जाओं के बारे में विस्तार से अध्ययन करते है और इनके लिए सूत्र ज्ञात करते है।

1 दाब ऊर्जा (pressure energy) : यह ऊर्जा तरल में संग्रहीत होती है और यह तरल के इकाई क्षेत्रफल पर कार्यरत बल बल के कारण होती है।

जब किसी तरल या द्रव में दाब के कारण जो ऊर्जा संग्रहीत रहती है उसे दाब ऊर्जा कहते है , इस ऊर्जा का मापन तरल को इसके दाब के विरुद्ध किये गए कार्य के रूप में होता है , द्रव के दाब के विरुद्ध कार्य करते समय द्रव के वेग में परिवर्तन नहीं होना चाहिए अर्थात वेग को नियत रखते हुए किसी द्रव के दाब के विरुद्ध किये गए कार्य को उस तरल की दाब ऊर्जा कहते है।

किसी द्रव की दाब ऊर्जा का सूत्र = pV

यहाँ p = दाब तथा V = आयतन

2. स्थितिज ऊर्जा (potential energy) : किसी द्रव में इसकी स्थिति के कारण निहित ऊर्जा को उस द्रव या तरल की स्थितिज ऊर्जा कहते है , जैसे कोई द्रव या तरल किसी निर्देश बिंदु (निर्देश तंत्र ) से ऊंचाई पर स्थित हो या किसी अन्य स्थिति पर हो तो इस द्रव में जो ऊर्जा निहित होती है वह इसकी स्थिति के कारण होती है और इसे ही स्थितिज उर्जा कहते है।

द्रव की स्थितिज ऊर्जा का सूत्र = mgH

यहाँ m = द्रव का द्रव्यमान

g = गुरुत्वीय त्वरण

H = निर्देश बिंदु से ऊँचाई

3. गतिज उर्जा (kinetic energy)

किसी तरल या द्रव की गतिशील अवस्था के कारण इसमें निहित ऊर्जा को गतिज ऊर्जा कहते है , जब कोई द्रव गति करता है , चाहे यह गति किसी भी प्रकार की हो (रेखीय गति , घूर्णन गति , कम्पन्न गति ) , द्रव में इस गति के कारण एक ऊर्जा संग्रहित होती है इसे गतिज ऊर्जा कहते है।
द्रव या तरल की गतिज ऊर्जा = mv2/2

यहाँ m = द्रव या तरल का द्रव्यमान , v = द्रव का वेग