(dew point in hindi) ओसांक क्या है , परिभाषा , उदाहरण , ओसान्क बिंदु किसे कहते है , प्रभाव : वह ताप जिस पर वायु में आद्रता का मान अधिकतम हो जाए उस ताप को द्रव का ओसांक कहते है।
यहाँ कहने का अभिप्राय है कि ओसांक पर वायु में आद्रता का मान संतृप्त हो जायेगा।
जैसा कि हम जानते है कि आद्रता का मान आपेक्षिक आद्रता के रूप में ज्ञात किया जाता है , आपेक्षिक रूप में ज्ञात करने के लिए वायु में उपस्थित वास्तविक वाष्प और उस वायु में अधिकतम कितनी वाष्प रह सकती है जो उसे संतृप्त बना सके उसका अनुपात होता है।
यहाँ 50% आद्रता का मान है कि वायु इसके संतृप्त मान से 50% कम इसमें वाष्प उपस्थित है अर्थात उस वायु में जितनी वाष्प अब उपस्थित है उतनी ही वाष्प और उपस्थित हो सकती है जिससे वह संतृप्त हो जायेगा।
100% आद्रता का मतलब है कि वायु में वाष्प का मान अधिकतम है अर्थात संतृप्त वाष्प अवस्था में है इससे ज्यादा वाष्प उस वायु में संभव नहीं है , और यह संतृप्त वाष्प अवस्था जिस ताप पर हमें प्राप्त होती है उसे ओसांक कहते है।
ओसांक (dew point)
वह निश्चित ताप का मान जिस पर वायु के निश्चित आयतन में उपस्थित जल वाष्प की मात्रा , उसे संतृप्त करने के लिए आवश्यक जल वाष्प के बराबर हो जाती है उसे उस द्रव का ओसांक बिंदु कहते है।
ओसांक का मान मौसम विभाग के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है इसके निम्न कारण होते है –
1. बहुत अधिक ओसांक का मान इस बात का संकेत होता है कि मौसम बहुत बुरा है , उच्च ओसांक का मान यह बताता है कि हवाएं अस्थिर रहेगी और तूफ़ान आ सकता है।
2. ओसांक को आद्रता का प्रतिबिम्ब कहा जा सकता है क्योंकि यह आद्रता से सम्बंधित है।
3. ओसांक बिंदु तापमान हमेशा वायु के तापमान से कम होना चाहिए।
ओसांक (Dew point) : वह निश्चित ताप जिस पर वायु के निश्चित आयतन में उपस्थित जल वाष्प की मात्रा उसे संतृप्त करने के लिए आवश्यक जल वाष्प के बराबर होती है , द्रव का ओकांक कहलाता है।