सान्द्रता सेल किसे कहते है , सांद्रता सेल क्या है , परिभाषा , प्रकार (concentration cells in hindi)

(concentration cells in hindi) सान्द्रता सेल किसे कहते है , सांद्रता सेल क्या है , परिभाषा , प्रकार : यह एक प्रकार का विद्युत अपघट्य सेल होता है।
सांद्रता सेल वह सेल होता है जिसमें दोनों इलेक्ट्रोड समान होते है अर्थात इस सेल के दोनों अर्द्ध सेल समान होते है लेकिन दोनों अर्द्ध सेलों की सांद्रता अलग अलग होती है या विद्युत अपघट्य की सांद्रता भिन्न होती है ,  इसलिए ही इसे सांद्रता सैल कहते है। चूँकि इसमें दोनों इलेक्ट्रोड के मध्य सांद्रता में अंतर पाया जाता है इसलिए इस सान्द्रता में अंतर के कारण इसमें इलेक्ट्रॉन एक इलेक्ट्रोड से दूसरे इलेक्ट्रोड की तरफ गति करते है।
सांद्रता सेल दो प्रकार के होते है –
1. इलेक्ट्रोड सान्द्रता सेल (Electrode Concentration Cells)
2. विद्युत अपघट्य सांद्रता सैल (Electrolyte- Concentration Cells)

1. इलेक्ट्रोड सान्द्रता सेल (Electrode Concentration Cells)

इस प्रकार के सेल में दोनों अर्द्ध सेल के विद्युत अपघट्य समान होते है तथा दोनों इलेक्ट्रोड भी समान होते है लेकिन दोनों इलेक्ट्रोड या अर्द्ध सेलों की सांद्रता का मान अलग अलग होता है , ऐसे सेलों को इलेक्ट्रोड सान्द्रता सेल कहते है।
यहाँ विभव का मान दोनों इलेक्ट्रोड के मध्य सांद्रता के अंतर के कारण उत्पन्न होता है।
उदाहरण : अमलगम सेल में दो समान इलेक्ट्रोड , समान विलयन विद्युत अपघट्य विलयन में डूबे हुए रहते है लेकिन दोनों इलेक्ट्रोड की सांद्रता का मान भिन्न होता है।

2. विद्युत अपघट्य सांद्रता सैल (Electrolyte- Concentration Cells)

ऐसा सेल जिसमें दोनों अर्द्ध सेल समान होते है अर्थात दोनों इलेक्ट्रोड समान होते है तथा दोनों अर्द्ध सेलो के लिए विद्युत अपघट्य भी समान होता है लेकिन दोनों विद्युत अपघट्यों की सांद्रता का मान भिन्न होता है , ऐसे सेल को विद्युत अपघट्य सांद्रता सैल कहा जाता है।
यहाँ सेल में विभव इलेक्ट्रोड और विद्युत अपघट्य के मध्य सांद्रता में अंतर के कारण उत्पन्न होता है , अर्थात एक इलेक्ट्रोड की सांद्रता का मान विद्युत अपघट्य से कम होता है और दूसरे इलेक्ट्रोड की सांद्रता का मान विद्युत अपघट्य से अधिक होता है , सांद्रता में इसी अंतर के कारण विभव उत्पन्न होता है जिसे सेल विभव कहते है।