हाइड्रोजन के प्रति क्रियाशीलता :
यह हाइड्रोजन से क्रिया करके HX प्रकार के यौगिक बनाते हैं अर्थार्थ HX , HF , HCl , HBr , HI योगिक बनाते हैं
प्रश्न 1 : बंध वियोजन एंथैल्पी का घटता क्रम
उत्तर : HF > HCl > HBr > HI
प्रश्न 2 : अम्लीय प्रकृति का बढ़ता क्रम
उत्तर : HF < HCl < HBr < HI
प्रश्न 3 : क्वथनांक का बढ़ता क्रम
उत्तर : HCl < HBr < HI < HF
प्रश्न 4 : HF का क्वथनांक HCl से अधिक होता है क्यों ?
उत्तर : H-F में अंतर आणविक हाइड्रोजन बंध अधिक होने के कारण संगुणन हो जाता है
क्लोरीन (Cl2) Chlorine:
बनाने की विधि
- मैंगनीज डाइऑक्साइड की क्रिया सांद्र HCl से करने पर
MnO2 + 4HCl → MnCl2 + 2H2O + Cl2
- KMnO4 को सांद्र HCl के साथ गर्म करने पर
2KMnO4 + 16HCl → 2KCl + 2MnCl2 + 8H2O + 5Cl2
- डेकॉन विधि :
4HCl + O2 → 2H2O + 2Cl2
गुण :
- यह हरे पीले रंग की तीक्ष्ण गंध युक्त गैस है
- धातु तथा अधातु से क्रिया
2Na + Cl2 → 2NaCl
2Al + 3Cl2 → 2AlCl3
P4 + 6Cl2 → 4PCl3
S8 + 4Cl2 → 4S2Cl2
2Fe + 3Cl2 → 2FeCl2
- हाइड्रोजन तथा उसके यौगिकों से क्रिया
H2 + Cl2 → 2HCl
अमोनिया से क्रिया
NH3 + HCl → NH4Cl
- एक भाग सांद्र HNO3 तथा तीन भाग सांद्र HCl मिलकर अम्ल राज (एक्ता रेजिया) , इसमें कम क्रियाशील धातु जैसे Pe तथा Au धूल जाती हैं
- दुर्बल अम्ल के लवणों से क्रिया
Na2CO3 + 2HCl → 2NaCl + H2O + CO2
Na2SO3 + 2HCl → 2NaCl + H2O + SO2
NaHCO3 + HCl → NaCl + H2O + CO2
उपयोग :
- प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में
- धातुओं के निष्कर्षण में