chand par thukna meaning in hindi चाँद पर थूकना मुहावरे का क्या अर्थ है या मुहावरा चाँद पर थूकना मीनिंग ?
121. अक्ल का दुश्मन (मूर्ख व्यक्ति)- कल्लू को समझने से क्या लाभ? वह तो अक्ल का दुश्मन है।
122. चार चाँद लगना (प्रतिष्ठा बढ़ना)- वह तो पहले से ही धनी और सम्मानित है, न्यायाधीश बन जाने पर तो उसकी प्रतिष्ठा में चार चाँद ही लग गए।
123. चैन की बंसी बजाना (सुख से रहना)- सब भगवान की कृपा है, चैन की बंसी बज रही है।
124. चाँद पर थूकना (निर्दोष पर दोष लगाना)- हमारे प्रिंसिपल पर दोष लगाना तो चाँद पर थूकने जैसा है।
125. छाती पर साँप लौटना (बहुत ईर्ष्या होना)- अपनी श्रेणी में जुनेद को प्रथम आते देख मेरी छाती पर साँप लौटने लगा।
126. छाती पर पत्थर रखना (चुपचाप आपत्ति सहन करना)- उमा ने तो उसी दिन से छाती पर पत्थर रख लिया था, जिस दिन उसका पति दूसरी शादी करके आया था।
127. गिरगिट की तरह रंग बदलना (सिद्धांतहीन होना)- उस दल-बदलू को कौन विश्वास करता है? वह तो गिरगिट की तरह रंग बदलता है।
128. गाँठ बदलना (अच्छी तरह याद रखना)- महात्मा गाँधी की इस शिक्षा को अच्छी तरह गाँठ बाँध लो ‘‘अहिंसा एक प्रचंड शस्त्र है।’’
129. छुपा रुस्तम ( देखने में साधारण, वास्तव में गुणी)- यह लेखक तो छुपा रुस्तम निकला। देखते ही देखते कई उपन्यास लिख डाले।
130. दिल को छूना (प्रभावित करना)- उत्सव की बातों में इतनी सच्चाई थी कि वे सीधे दिल को छू गई।
131. दिल न पसीजना (सहानुभूति न होना)- बहुत विनती करने पर भी सागर का दिल नही पसीजा तो शौर्य को क्रोध आ गया।
132. पहाड़ टूट पड़ना ( भारी विपत्ति आना)- नौजवान बेटे के मरते ही बाप पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
133. पराई आग में कूदना (दूसरों की जगह स्वयं विपत्ति सहना)- तुम्हें पराई आग मे कुदने की क्या आवश्यकता है? अगर वह नहीं मानता तो मरने दो।
144. ठगा सा रहा जाना (आश्चर्यचकित हो जाना)- ताजमहल का सौंदर्य देखकर मैं ठगी सी रह गई।
145. डंके की चोट पर कहना (सबके सामने कहना)- डंके की चोट पर नायक ने अपना प्रेम प्रकट कर दिया।
146. उल्टी गंगा बहाना (विपरीत काम करना)- पंडित जी आप चोरों से क्षमा माँगकर उल्टी गंगा क्यों बहा रहे हैं।
147. उठाना-रखना (दोष निकालना)- पाकिस्तान ने भारत को बदनाम करने के लिए कुछ उठा नहीं रखा।
148. जहर उगलना (ईर्ष्या पूर्ण बात करना)- हमें किसी दूसरे धर्म के प्रति जहर नहीं उगलना चाहिए।
149. मुट्ठी में होना ( वश में होना)- वह तो मेरी मुट्ठी में है उससे तो जो चाहो काम करवा दूं।
150. नाक-भौं चढ़ाना (घृणा प्रकट करना)- दूध के नाम पर आजकल बच्चे नाक-भौं चढ़ाने लगते हैं।
151. कमर टूटना (बहुत निराश हो जाना)- एकमात्र पुत्र के भाग जाने की खबर सुनकर उसकी कमर टूट गयी।
152. आँख मिलाना (एक-दूसरे को देखना)- शांता रेखा से कई दिनों से बच रही थी, लेकिन कल आँखे मिल ही गई।
153. फूटी आँख न सुहाना (अच्छा न लगना)- कपटी मित्र मुझे फूटी आँख नहीं सुहाते।
154. आँखें चुराना (कतराना)- जबसे अक्ष के कम अन्त आने लगे हैं, वह सबसे आँखे चुराने लगा है।
155. बाँछे खिल जाना (प्रसन्न होना)- युद्धभूमि में पुत्र की बहादुरी की प्रशंसा सुनकर पिता की बाँछे खिल गई।
156. बाल-बाल बचना (मुश्किल से बचना)- आज तो वह गाड़ी के नीचे आने से वह बाल-बाल बचा।
157. आँखें मूंद कर विश्वास करना (बिना सोचे समझे मान लेना)- दिवाकर बहुत भोला है, वह सबकी बातों पर आँखों मूंदकर विश्वास कर लेता है?