बरनौली प्रमेय के अनुप्रयोग (applications of bernoulli’s theorem in hindi)

(applications of bernoulli’s theorem in hindi) बरनौली प्रमेय के अनुप्रयोग : सामान्यता बर्नोली की प्रमेय किसी गतिशील द्रव के दाब , गतिज और स्थितिज ऊर्जा के मध्य सम्बन्ध को स्थापित करता है जबकि वह द्रव नियत वेग से रेखीय प्रवाह गतिशील हो और इसका संपीड़न और श्यानता का मान नगण्य हो। इस प्रमेय का उपयोग किसी तरल का वेग और दाब ज्ञात करने के लिए भी किया जा सकता है।

बरनौली प्रमेय के अनुप्रयोग

1. हवाई जहाज में : बर्नौली की प्रमेय का प्रयोग हवाई जहाज में भी किया जाता है , हवाई जहाजों के पंख ऊपर को वक्र रूप दिया जाता है अर्थात इनके पंख ऊपर से कुछ मुड़े हुए होते है तथा ये पंख निचे से सपाट अर्थात समतल होते है।
हवाई जहाज के पंख को ऊपर से वक्र और निचे से समतल रखने का कारण निम्न होता है –
चूँकि पंख निचे से समतल है अत: निचे से हवा धीरे गति करती है जिससे पंख के निचे हवा का दाब अधिक बन जाता है , इसी प्रकार पंख का ऊपर का हिस्सा वक्र करने से यहाँ हवा का गमन तेजी से होता है जिससे पंख के ऊपर का वायु दाब कम होता है और इन दोनों कारणों के कारण प्लेन आसानी से हवा में उड़ने लगता है।
2. बेसबॉल में : जब आप बेसबॉल को देखंगे तो आप पाएंगे की इसमें कुछ टाँके लगे होते है , क्या आप जानते है बल पर ये टाँके क्यों लगे होते है ?
वास्तविकता में बाल को वक्र रूप देने के लिए इस पर टाँके लगाये जाते है , क्यूंकि टांके लगाने से इसका यह भाग वक्र हो जाता है जिससे इस वक्र वाले भाग से हवा की गति तेजी से होती है जिससे यहाँ का दाब कम हो जाता है जबकि दूसरा भाग इसका समतल रखा जाता है जहाँ से हवा की गति धीरे होती है जिससे बेसबॉल के दुसरे भाग का दाब अधिक हो जाता है।
जिससे जब इसे फेंका जाता है तो दाब में अंतर के कारण यह सीधी गति नहीं करती है , अर्थात यह या तो ऊपर की तरफ हलकी सी उठती हुई गति करती है या निचे जाती हुई या साइड में हल्का सा मार्ग विचलित होता है जिससे इसे बॉल का सही मार्ग समझ नही आता है यह खेल और अधिक रोमांचक बनता है।
3. जब आपके रूप में बहुत अधिक गर्मी हो जाती है और आप जब कमरे से बाहर देखते है तो महसूस करते है की कमरे की तुलना में बाहर अधिक ठण्ड है।  कमरे को ठंडा करने के लिए आप खिड़की खोलते है लेकिन जब तक आप गेट को नहीं खोलते है तब तक कमरे का ताप बहुत अधिक जल्दी से ठंडा नहीं होता है इसका कारण यह है कि कमरे के गेट पर अन्दर की तरफ का दाब अधिक है जिससे यहाँ का ताप अधिक रहेगा और बाहर का दाब कम है इसलिए ठंडा आसानी से कमरे के अन्दर प्रवेश नहीं कर पाती है।
लेकिन जब हम कमरे का दरवाजा खोल देते है तो गेट का दाब कम हो जाता है और खिड़की से आसानी से और बहुत अधिक तीव्रता से ठंडक अन्दर प्रवेश करने लग जाती है और कमरा शीघ्रता से ठंडा हो जाता है।