लवण NACL और NaOH | 10th science nacl and naoh reaction in hindi

इस से पहले के article मे अम्ल और क्षारक के अभिकिया को discuss किया था जिससे उत्पाद की तरह लवण और जल बनता है इस article मे दैनिक जीवन मे स्सबसे ज्यादा use किये जाने वाले लवण को discuss करेगे | इस article मे लवण की निर्माण, गुणधर्म एवं उपयोग  को discuss करेगे |सबसे पहले मुख्य लवण के फोर्मुले निन्म   है :
पोटैशियम सल्प़फ़ेट : K2SO4
सोडियम सल्प़फ़े :  NA2SO4
कैल्सियम सल्प़ फ़ेट :  CaSO4
मैग्नीशियम सल्प़ फ़ेट : MgSO4
कॉपर सल्प़ फ़ेट :  CuSO4
सोडियम क्लोराइड : NACL
सोडियम नाइट्रेट :  NaNo3
सोडियम कार्बोनेट : NaCo3इन सभी लवण को बानेने के लिए निन्म अम्ल और क्षारक को use किया जाता है :-
पोटैशियम सल्प़फ़ेट : K2SO4 के लिए अम्ल H2SO4 और  क्षारक KOH को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
H2SO4 + 2KOH ——–> K2SO4 +2 H2O
सोडियम सल्प़फ़ेट :  NA2SO4 के लिए अम्ल H2SO4 और  क्षारक NAOH को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
H2SO4 + 2NAOH ——–> NA2SO4 +2 H2O
कैल्सियम सल्प़ फ़ेट :  CaSO4 के लिए अम्ल H2SO4 और  क्षारक Ca(OH)2 को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
Ca(OH)2 + H2SO4 ——–> CaSO4+ H2O
मैग्नीशियम सल्प़ फ़ेट : MgSO4 के लिए अम्ल H2SO4 और  क्षारक Mg(OH)2 को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
Mg(OH)2 + H2SO4 ——–> MgSO4+ H2O
सोडियम क्लोराइड : NACL के लिए अम्ल HCL और  क्षारक NAOH को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
HCL + NAOH ——–> NACL + H2O
सोडियम नाइट्रेट :  NaNo3 के लिए अम्ल HNO3 और  क्षारक NAOH को use किया जाता है | इसका अभिकिया निन्म होता है :-
HNO3 + NAOH ——–> NaNo3 + H2O

अलग अलग अम्ल और क्षारक की ph को calculate करने के लिए निन्म प्रयोग को use किया जाता है :
1.एक परखनली मे  सोडियम क्लोराइड, पोटैशियम नाइट्रेट, ऐलुमिनियम क्लोराइड, जिंक सल्प़ फ़ेट, कॉपर सल्प़ फ़ेट, सोडियम ऐसीटेट, सोडियम कार्बोनेट एवं सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट का विलयन लेते है
2. जल में इनकी विलेयता की जाँच कीजिए | विलयन बनाने के लिए केवल आसवित जल ( जिस जल की ph 7 होती है ) का उपयोग कीजिए।
3.लिटमस पर इन विलयनों की क्रिया की जाँच कीजिए एवं phपेपर का उपयोग कर इनके ph के मान का पता लागाइए।
इसके लिए निन्मph मान आता है :
पोटैशियम सल्प़फ़ेट : K2SO4 :- less than 7
सोडियम सल्प़फ़े :  NA2SO4 :-6.1
कैल्सियम सल्प़ फ़ेट :  CaSO4 :- 7.07
मैग्नीशियम सल्प़ फ़ेट : MgSO4 :- between 5.5 to 6.5
कॉपर सल्प़ फ़ेट :  CuSO4  :- less than 7
सोडियम क्लोराइड : NACL  :- 6.4
सोडियम नाइट्रेट :  NaNo3  :- 7.0
सोडियम कार्बोनेट : NaCo3 :- 10.52

in chemical लवण की ph की value के आधार  ये निष्कर्ष  निकलता है की प्रबल अम्ल (hcl,h2so4) एवं प्रबल क्षारक (naoh ,ca(oh)2 ) के लवण (nacl,cacl2 आदि )के ph का मान 7 होता है तथा ये उदासीन होते हैं। जबकि प्रबल अम्ल (hcl,h2so4) एवं दुर्बल क्षारक (Mg(oh)2 ,Ba(oh)2 )के लवण के ph (MgSO4 आदि )का मान 7 से कम होता है तथा ये अम्लीय होते हैं। प्रबल क्षारक एवं दुर्बल अम्ल के लवण के ph का मान 7 से अधिक होता है तथा ये क्षारकीय होते हैं।

साधारण नमक  (NaCl)
सोडियम क्लोराइड (nacl)का निर्माण हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन की अभिक्रिया से होता हैं। इसकी रासायनिक अभिकिया निन्म है :-
HCL + NAOH ——–> NACL + H2O
इसी लवण का सबसे ज्यादा use ,भोजन में उपयोग करते हैं। और ये लवण उदासीन लवण है | अतःइससे किसी भोजन मे use किया जा सकता है | इसका प्राकतिक source समुद्री जल होता है| समुद्री जल में कई प्रकार के लवण घुले होते हैं। इन लवणों से सोडियम क्लोराइड को पृथक किया जाता है।
इसके अलावा  विश्व के कई भागों में भी साधारण नमक  (NaCl) ठोस लवण के रूप मे भी पाया जाता  है।  बड़े आकार के यह क्रिस्टल का रंग भूरे रंग के होते हैं। इसे खनिज नमक कहते हैं। इसे खनिज नमक कहते है | खनिज नमक को भी कोयले की तरह खनन करके प्राप्त किया जाता है ।
साधारण नमक  (NaCl) का उपयोग
साधारण नमक-रसायनों का कच्चा पदार्थ इस प्रकार प्राप्त साधारण नमक दैनिक जीवन मे उपयोग किये  जाने वाले पदार्थों जैसे-सोडियम हाइड्रॉक्साइड, बेकिग सोडा, वाशिग सोडा, विरंजक चूर्ण आदि के लिए एक महत्वपूर्ण raw material की तरह करते  है।

सोडियम हाइड्रॉक्साइड
सोडियम हाइड्रॉक्साइड को बनाने के लिए use किये गयी अभिकिया को क्लोर-क्षार कहते है | इस अभिकिया मे, सोडियम क्लोराइड के जलीय विलयन (लवण जल) से विद्युत प्रवाहित करने पर सोडियम आयान  वियोजित होकर सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करता है। इससे   क्लोर-क्षार इसलिए कहते है क्योंकि इससे निर्मित उत्पाद – क्लोरीन (क्लोर) एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड (क्षार) होते हैं।
2NaCl(aq) + 2H2O(l) ———-> 2NaOH(aq) + Cl2(g) + H2(g)
इस अभिकिया मे विदुत अपघटन होता है क्योकि इस विलयन मे विदुत को प्रहवित करते है | और इस विलयन मे दो इलेक्ट्रोड होते है | क्लोरीन गैस ऐनोड पर मुक्त होती है एवं हाइड्रोजन गैस कैथोड पर। कैथोड पर
सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन का निर्माण भी होता है। इस प्रक्रिया से उत्पन्न हुए तीनों उत्पाद उपयोगी हैं।
ऐनोड कैथोड पर क्लोरिन मिलता है जिसका use निन्म है :
क्लोरिन को ईंधन की तरह use किया जासकता है |
क्लोरिन का use, खाद के लिए अमोनिया के साथ किया जाता है |
इसके अलावा धातुओं से ग्रीज़ हटाने के लिए उपयोग किया जाता है |
क्लोरिन गैस साबुन तथा अपमार्जक, कागज़ बनाने के लिए, कृत्रिम झिल्ली फाइबर बनाने के लिए प्रकिया मे महत्वपूण अभिकारक है |

इस अभिकिया  के मुख्य उत्पाद नमक का घोल का use निन्म applicationमे किया जाता है :-
नमक का घोल  का use जल की स्वच्छ करने के लिए उअसे किया जाता है | इसका मुख्या उपयोग  स्वीमिंग पूल, पीवीसी, रोगाणुनाशक, सीएफसी, कीटनाशक की तरह use किया जाता है |

इस article मे केवल दो मुख्य लवण NACL और NaOH के निर्माण, गुणधर्म एवं उपयोग  को discuss किया है अब आगे के article मे दुसरे लवण को discuss करेगे |

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