कार्बोक्सिलिक अम्ल (Carboxylic acid)
परिचय :
- -COOH को कार्बोक्सिलिक अम्ल कहते है।
- इसका सामान्य सूत्र CnH2n+1-OOH या CnH2nO2होता है।
- इनका IUPAC नाम Alkanoic acid होता है।
- इनका साधारण नाम Form , acet , propion , buter , veler , capro अंत ic acid लगाकर नाम दिया जाता है। 5. अंत में सभी कार्बोक्सिलिक अम्ल NaHCO3से क्रिया करके CO2 गैस बाहर निकालते है। (पहचान के लिए परिक्षण )
R-COOH + NaHCO3 → R-COONa + CO2 + H2O
H-COOH | Formic acid | Methanoic acid |
CH3-COOH | Acetic acid | Ethanoic acid |
CH3-CH2COOH | Propic acid | Propanoic acid |
CH3-CH2-CH2-COOH | Butyric acid | Butanoic acid |
2(COOH) | ऑक्सेलिक अम्ल | Ethane-1,2.dioic acid |
HOOC-CH2-COOH | मेलोनिक अम्ल | Propane-1,3-dioic acid |
HOOC-CH2-CH2-COOH | सक्सिनिक अम्ल | Butan-1,4, dioic acid |
HOOC-(CH2)3-COOH | ग्लूटेरिक अम्ल | Pentan-1,5-dioic acid |
HOOC-(CH2)4-COOH | एडीपिक अम्ल | Hexan-1,6-dioic acid |
C6H5-COOH | x | Benzoic acid या बेंजीन कार्बोक्सिलिक अम्ल |
C6H5-CH2-COOH | फेनिल एसिटिल अम्ल | 2-phenyl ethanoic acid |
कार्बोक्सिलिक अम्ल बनाने की विधियां (Methods of making carboxylic acid):
RMgX की क्रिया ठोस CO2 से करने पर तथा बने पदार्थ के जल अपघटन से
CH3-MgX + CO2 → CH3-COOMgX (+H2O)→ CH3-COOH
C6H5-MgBr + + CO2 → C6H5-COOMgBr → C6H5-COOH
नोट : इस विधि से फॉर्मिक अम्ल नहीं बनाया जा सकता।
सायनाइड के पूर्ण जल अपघटन से :
R-CN + H2O → R-CO-NH2
R-CO-NH2 + H2O → R-COOH + NH3
R-CN + 2H2O → R-COOH + NH3
C6H5-CN + 2H2O → C6H5-COOH + NH3
अम्ल क्लोराइड के जल अपघटन से :
R-COCl + H-OH → HCl + R-COOH
CH3-COCl + H-OH → HCl + CH3-COOH
C6H5-COCl + H-OH → HCl + C6H5-COOH
ऐमाइड के पूर्ण जल अपघटन से :
R-CO-NH2 + H-OH → NH3 + R-COOH
CH3– CO-NH2 + H-OH → NH3 + CH3-COOH
C6H5-CO-NH2 + H-OH → NH3 + C6H5– COOH
एस्टर के जल अपघटन से :
एस्टर का अम्लीय माध्यम में जल अपघटन करने पर कार्बोक्सिलिक अम्ल व ऐल्कोहल बनते है जबकि क्षारीय माध्यम में जल अपघटन करने पर कार्बोक्सिलिक अम्ल का लवण तथा एल्कोहल बनते है।
R-COOR + H-OH → R-COOH + R-OH
CH3-COOC2H5 + H-OH → CH3-COOH + C2H5-OH
CH3-COOC2H5 + NaOH → CH3-COONa + C2H5-OH → CH3-COOH + Na
एल्डिहाइड या एल्कोहल के ऑक्सीकरण से
R-CHO + (O) → R-COOH
R-CH2-OH + (O) → R-CHO → R-COOH
नोट : जोन्स अभिकर्मक CrO3 तथा सांद्र H2SO4 सीधे ही 10 एल्कोहल को कार्बोक्सिलिक अम्ल में बदल देता है।
R-CH2-OH + 2(O) → R-COOH + H2O
एल्किल बेंजीन का क्षारीय KMnO4 तथा जल द्वारा ऑक्सीकरण करने पर
इस क्रिया में बेंजीन वलय से कितनी ही लम्बी श्रृंखला वाला एल्किल समूह जुड़ा हो वह हमेशा COOH में परिवर्तित हो जाता है।
नोट : बेंजीन वलय से 10 या 20 एल्किल समूह जुड़ा होने पर ही क्रिया होती है जबकि 30 एल्किल समूह जुड़ा होने पर कोई क्रिया नहीं होती।