दाँत खट्टे करना मुहावरे का अर्थ या दाँत खट्टे करना मुहावरे का वाक्य dant khatte karna sentence in hindi

dant khatte karna sentence in hindi meaning दाँत खट्टे करना मुहावरे का अर्थ या दाँत खट्टे करना मुहावरे का वाक्य मतलब क्या है ?

191. दम मारने की भी फुरसत न होना (जरा भी फुरसत न होना)- काम बहुत अधिक है, इसलिए दम मारने की भी फुरसत नहीं है।
192. बात का धनी होना (वायदो का पक्का होना)- राजपूत सदैव अपनी बात के धनी होते थे।
193. बाग-बाग होना (बहुत प्रसन्न होना)- खिलौने को देखकर बच्चा बाग-बाग हो गया।
194. दाँत खटे करना (हराना, नीचा दिखाना)- 1971 के भारत-पाक संघर्ष में भारतीय सेना ने सभी मोर्चों पर पाकिस्तानी सेना के दाँत खट्टे कर दिए।
195. दाँतो तले उँगली दबाना (चकित रह जाना)- झाँसी की रानी की वीरगाथा सुनकर विदेशी भी दाँतो तले उँगली दबा लेते हैं।
196. आँखे खुलना (होश आना)- जब सोहन ने सबकुछ जुए में लुटा दिया तब कहीं जाकर उसकी आँखें खुली।
197. आँखे दिखाना (कोध करना)- एक तो कुर्सी तोड़ दी और ऊपर से आखें दिखाते हो।
198. गद्गद होना (अत्यंत प्रसन्न होना)- मेरी बात सुनकर माता जी गद्गद हो गई।
199. घर के बड़े ( अपने घर में ही सम्मान पाना)- मनीष बस घर का ही बड़ा है, बाहर जाकर तो उसके मुँह से बोल भी नहीं निकलते।
200. दाँत तोड़ना (बुरी तरह पीटना)- जबान सँभालकर बात करो वरना मैं तुम्हारें दाँत तोड़ डालूँगा।
201. उँगली पर नचाना (अच्छी तरह वश में करना) कुलदीप की पत्नी उसे अंगुली पर नचाती है।
202. उँगली उठाना( दोष निकालना)- सज्जन व्यक्तियों पर कोई अँगुली नहीं उठा सकता।
203. दाने-दाने का मोहताज होना (भूखे मरना)- अनाथ तुलसीदास बचपन में दाने-दाने के मोहताज थे।
204. जहर का चूंट पीना (अपमान सहन करना)- औरंगजेब द्वारा अपमानित होने पर शिवाजी जहर का यूंट पीकर रह गए।
205. लकीर का फकीर होना (पुरानी बातों पर चलना)- लकीर के फकीर मत बनो, अपनी बुद्धि से सोच-समझकर काम करो।
206. लोहा मनना (श्रेष्ठता स्वीकार करना)- संसार के सभी देश अमेरीका का लोहा मानते हैं।
207. लहु का चूंट पीकर रह जाना (विवश्ता के कारण कोध दबाकर बैठ जाना)- तुम्हारे अपमानजनक शब्द सुनकर उस समय सबके सामने तो मैं लहु का चूंट पीकर रह गया, परंतु आगे फिर कभी ऐसा किया तो तुम्हें मारे बिना नहीं छोडूंगा।
208. जमीन आसमान एक कर देना (प्रयत्न करने में कोई कसन नहीं छोड़ना)- हमने नोटों का बंडल खोजने में जमीन आसमान एक कर दिया।
209. दो नावों पर सवार होना (कहीं का भी न रहना)- जो लोग परस्पर विरोधी दलों का सहारा लेते हैं, वे मानो दो नावों पर सवार होते हैं।
210. दिन फिरना (भाग्य पलटना)- मयंक निराश क्यों होते हो, दिन फिरते देर नहीं लगती।
211. जमीन पर पैर न पड़ना (अधिक घमंड होना)- जब से उसे पुरस्कार मिला है, उसके जमीन पर पैर नहीं पड़ते।
212. जले पर नमक छिड़कना (दुखी को और भी दुखी करना)- तुम क्यों इस गरीब बुढ़िया की लाठी छीनकर इसके जले पर नमक छिड़क रहे हो?
213. दुम दबाकर भागना (डरकर भाग जाना)- पुलिस के . आते ही चोर दुम दबाकर भाग गए।
214. अक्ल चरने जाना (बुद्धिहीनता का काम करना)- चतुरदास ने पिछली रकम चुकाई नहीं और तुमने उसे और उधार दे दिया-तुम्हारी अक्ल चरने गई हई थी?
215. कलेजा फटना (बहुत दुखः होना)- इकलौते पुत्र की मृत्यु का समाचार पाकर माँ का कलेजा फटने लगा।
216. काम आना (युद्ध में मरना)- कलिंग युद्ध में बहुत से युवक और युवतियाँ काम आए।
217. दीर्घ निश्वास लेना (आह भरना)- भाई की दुर्घटना का समाचार सुनकर छाया के मुख से एक दीर्घ निश्वास के अलावा कुछ न निकल सका।
218. पाँव उखड़ जाना (हारकर भाग जाना)- युद्ध में सेनापति के मरते ही पाकिस्तानी सेना के पाँव उखड़ गए।
219. पीठ दिखाना (पीछे हटना, हारकर भागना)- वीर पुरुष युद्धभूमि में कभी पीठ नहीं दिखाते।
220. धज्जियाँ उड़ाना (दुर्गति करना, दोष निकालना)- सभा में सदस्यों ने उसके प्रस्ताव की धज्जियाँ उड़ा दीं।