मोमबत्ती का जलना कोनसा परिवर्तन है , मोमबत्ती का जलना किसका उदाहरण है दहन कैसा परिवर्तन

जाने – मोमबत्ती का जलना कोनसा परिवर्तन है , मोमबत्ती का जलना किसका उदाहरण है दहन कैसा परिवर्तन  ?

प्रश्न : मोमबत्ती का जलना (दहन) है-
(अ) प्रकाश-रासायनिक अभिक्रिया
(ब) भौतिक परिवर्तन
(स) ऊष्माशोषी अभिक्रिया
(द) ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया
S.S.C. मल्टी टॉस्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
मोमबत्ती, ‘पैराफिन‘ (Parffain) नामक हाइड्रोकार्बन की बनी होती है। जब यह जलती है तो ऑक्सीजन से प्रतिक्रिया कर कार्बन डाइऑक्साइड व जल में बदल जाती है। इस अभिक्रिया को ‘ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया‘ कहा जाता है क्योंकि यह CO2 एवं H2O के साथ ऊष्मा को भी वायुमंडल में उत्सर्जित करता है।

1. पेय जल में रोगाणुनाशी के रूप में किस गैस का प्रयोग किया जाता है-
(अ) हाइड्रोजन (ब) ऑक्सीजन
(स) फ्लोओरीन (द) क्लोरीन
S.S.C. स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(द)
क्लोरीन का उपयोग रोगाणुनाशक के रूप में पेय जल के शोधन में होता है। पेय जल में उपस्थित जीवाणुओं को क्लोरीन द्वारा नष्ट किया जाता है। इसके अन्य उपयोग ब्लीचिंग पाउडर के निर्माण में तथा विरंजक के रूप में किया जाता है।
2. बेलाइट के विनिर्माण के लिए प्लास्टिक उद्योग में किसका व्यापक प्रयोग किया जाता है?
(अ)एथिल एल्कोहल (ब) फीनोल
(स)ऑर्थ-क्रेसोल (द) कैटिकोल
S.S.C. Section off  परीक्षा, 2006
उत्तर-(ब)
वर्ष 1907 में लियो बेकलैंड ने पहला सिंथेटिक पॉलीमर फॉर्मएल्डिहाइड और फीनोल की अभिक्रिया से बनाया, उन्होंने इसे बेकेलाइट नाम दिया।
3. कहां काम करने वाले व्यक्तियों को ‘ब्लैक लंग‘ रोग हो जाता है?
(अ) विद्युत-लेपन उद्योग (ब) कार्बनिक विलायक उद्योग
(स) पेंट विनिर्माण उद्योग (द) कोयला खान
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2011
उत्तर-(द)
लंबे समय तक कोयले की खान में काम करने वाले लोगों को ‘ब्लैक लंग‘ रोग हो जाता है।

5. नेत्रों का परीक्षण एल्केलॉइड के किस तनुकृत घोल से पुतलियों को फैलाकर किया जाता है?
(अ) एफेड्रीन (ब) ऐट्रोपीन
(स) ऐड्रिनेलीन (द) इओसिन
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
नेत्रों का परीक्षण एट्रोपीन के तनुकृत घोल से पुतलियों को फैलाकर किया जाता है।
6. वनस्पति घी के औद्योगिक उत्पादन में कौन-सी विधि का लाई जाती है?
(अ) वियोजन (ब) अपचयन
(स) आक्सीकरण (द) आयनन
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2012
उत्तर-(ब)
उच्च दाब पर निकेल उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन वनस्पति तेलों से संयोग करके उन्हें वनस्पति घी में परिणत कर देता है। इस प्रक्रिया को तेलों का हाइड्रोजनीकरण कहते हैं।
वनस्पति तेल ़H2 2000C→Ni ठोस वसा (वनस्पति घी)
वर्तमान में वनस्पति घी के औद्योगिक उत्पादन में अपचयन विधि काम में लाई जाती है। लोग इन्हें खाद्य के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
7. वनस्पति घी के निर्माण में प्रयुक्त गैस है –
(अ) हाइड्रोजन (ब) हीलियम
(स) ऑक्सीजन (द) नाइट्रोजन
S.S.C.F.C.I.  परीक्षा, 2012
उत्तर-(अ)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
8. खाना पकाने का तेल, वनस्पति घी में किस प्रक्रिया द्वारा बदला जाता है?

(अ) क्रिस्टलन द्वारा (ब) संघनन द्वारा
(स) हाइड्रोजनीकरण द्वारा (द) ऑक्सीकरण द्वारा
S.S.C. CPO परीक्षा, 2011
उत्तर-(स)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
9. टाइप A + B → C + D की अभिक्रिया में किसके द्वारा उसे प्रथम क्रम की अभिक्रिया का होना सुनिश्चित किया जा सकता है?
(अ) अभिकारक का सांद्रण बढ़ाकर
(ब) उत्प्रेरक शामिल करके
(स) तापमान बढ़ाकर
(द) उत्पाद का सांद्रण बढ़ाकर
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(अ)
टाइप A + B → C + D की अभिक्रिया में अभिकारक का सान्द्रण बढ़ाकर उसे प्रथम क्रम की अभिक्रिया का होना सुनिश्चित किया जा सकता है।