काला सोना किसे कहते हैं और क्यों कोयले को काला सोना क्यों कहा जाता है why coal is known as black gold in hindi

why coal is known as black gold in hindi काला सोना किसे कहते हैं और क्यों कोयले को काला सोना क्यों कहा जाता है ?

उत्तर : कोयले को काला सोना कहते है क्योंकि लोहा-इस्पात जैसे उद्योग तो कोयले के बिना पनप ही नहीं सकते। इसलिए इसे ‘काला सोना‘ (Black Gold) भी कहते हैं। ‘‘हमारी सम्भ्यता के अस्तित्व के लिए जितने भी ऊर्जा के आधारभूत स्रोत हैं उनमें से कोयले की उपलब्धि तथा उपयोग को सर्वप्रथम स्थान देना चाहिए।‘‘

ऊर्जा के संसाधन (Power Resources)
जिन संसाधनों का प्रयोग हम उद्योगों में मशीनों को चलाने, यातायात के साधनों को गति देने, कृषि को यान्त्रिक बनाने तथा घरेलू कामों के लिए करते हैं, उन्हें ऊर्जा संसाधन कहते हैं। प्राचीन काल में ऊर्जा के लिए मनुष्य अपने भुजबल पर ही निर्भर करता था। आधुनिक यन्त्रों के आविष्कार से हमारे लिए ऊर्जा का महत्व बहुत बढ़ गया है। ऊर्जा के बिना आधुनिक औद्योगिक विकास बिल्कुल असम्भव है। आज के युग में ऊर्जा के महत्वपूर्ण संसाधन, कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, जल-विद्युत, सौर-ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, भू-ताप, लकड़ी एवं ज्वारीय शक्ति हैं। इनमें से कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस तथा जल-विद्युत औद्योगिक ऊर्जा के महत्वपूर्ण संसाधन हैं।
कोयला (Coal)
शक्ति का स्रोत (Coal as a Source of Energy)
कोयला शक्ति और ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत है। पहले यह केवल घरेलू कार्यों के लिए ही प्रयोग किया जाता था परन्तु अठाहरवीं शताब्दी के अन्तिम चरणों में भाप के इंजन के आविष्कार से यह एक महत्वपूर्ण ईंधन बन गया। भाप के इंजनों से कारखाने, रेलें तथा जलयान चलाए जाने लगे।
बीसवीं शताब्दी के शुरू तक संसार में कुल ऊर्जा का 90% से भी अधिक भाग कोयले से प्राप्त होता था। बाद में अन्य संसाधनों के विकसित हो जाने पर इसका सापेक्षिक महत्व कुछ कम हो गया। परन्तु कोयला लम्बे समय तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। जिस प्रकार जीवन के लिए आहार की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार उद्योगों के लिए कोयले की आवश्यकता होती है। इसलिए इसे ‘उद्योग की रोटी‘ कहा जाता है।