खरपतवार किसे कहते हैं | अपतृण खरपतवार की परिभाषा क्या है अर्थ मतलब बताइए weed in hindi

weed in hindi खरपतवार किसे कहते हैं | अपतृण खरपतवार की परिभाषा क्या है अर्थ मतलब बताइए ?

पादप रोगजनक
रोगजनक ऐसे परजीवी हैं जो जैविक बीमारी या रोग अन्य पोषी जीवों में पैदा करते हैं। कवक, जीवाणु और विषाणु (फंगस, बैक्टीरिया
और वायरस) महत्त्वपूर्ण पादप रोगजनक हैं। रोगजनक बीमारी पैदा करते हैं, यदि उन्हें उपयुक्त पोषी, पर्यावरण और समय मिल जाए।

कवकीय रोगकारक अनाजों में रस्ट तथा अनेक पौधे पर मिल्ड्यू पैदा करते हैं। जीवाणु पेड़ों पर क्राउन गॉल, सब्जी, और फलों में रॉट्स और सेब तथा नाशपाती के पेड़ों में फायर ब्लाइट पैदा करते हैं। विषाणु से होने वाली बीमारियाँ हैं तम्बाकू मोजेक और पीले शुगर बीट (आपने इकाई 1 में पादप रोगजनकों द्वारा होने वाली कुछ बीमारियों का अध्ययन किया है)। पादप रोगजनकों द्वारा निम्नलिखित प्रभाव हो सकते हैं रू
1) फसल उत्पादन में कमी
2) असामान्य वृद्धि
3) कटी हुई फसल का सड़ना
4) बीजाणुओं (स्पोर) की एलर्जी प्रतिक्रिया ।
5) फसलों पर गंभीर प्रभाव डालने वाली महामारियों के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं रू
क) 1840 के दशक में आयरलैंड में आलुओं में हुए ब्लाइट से अकाल पड़ा ।
ख) यूरोप और उत्तरी अमेरिका में चिराबेल (elm) के अधिकांश पेड़ों को डच एल्म (Dutch elm) बीमारी ने नष्ट कर दिया ।
ग) उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में श्रीलंका में कॉफी रस्ट ।

अपतृण (खरपतवार)
खरपतवार की सीधी सादी परिभाषा है ऐसे हरे पौधे जो ऐसी जगह उगते हैं, जहां उनकी आवश्यकता नहीं है। इसका अर्थ है लगभग कोई भी पौधा खरपतवार को सकता है, यहां तक कि कोई फसल के पौधे की प्रजाति ऐसी जगह पाई जाए, जहां इन्हें नहीं उगना चाहिए।

निम्नलिखित पादप समूहों में खरपतवार प्रजातियां शामिल हैं :
1) शैवाल (एल्गी) रू ऐसे पौधे हैं जो जलीय पारिस्थितिक प्रणालियों में गंभीर समस्या बन सकते हैं ।
2) मॉस रू फूल न पैदा करने वाले ये पौधे जब नर्सरी में पाए जाते हैं तो खरपतवार माने जाते हैं।
3) फर्न रू फूल न पैदा करने वाले बीजाणु उत्पादक ये उच्चतर वर्ग के पौधे खरपतवार माने जाते हैं, जैसे कि उद्यान की फसलों में हॉर्सटेल (horsetail) का होना।
4) जिम्नोस्पर्म : आवरणहीन बीज वाले ये अधिकांश पेड़ होते हैं, अधिकांश को खरपतवार – नहीं माना जाता है ।
5) एंजियोस्पर्म रू फूल पैदा करने पादप जो बीज उत्पन्न करते हैं। इस वर्ग के अधिकांश खरपतवार फूल पैदा करने वाले पौधों में हैं।

क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विश्व में खरपतवार की कितनी प्रजातियां हैं ? यह अनुमान लगाया गया है कि लगभग, 1000
प्रजातियां प्रारूपिक तौर पर खरपतवार मानी गई हैं। एक अकेले क्षेत्र में यह संख्या लगभग 100 से 300 प्रजाति के बीच है।

खरपतवार द्वारा निम्नलिखित समस्याएं पैदा होती है :
1) खरपतवार का सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण प्रभाव है फसल की उत्पादकता में कमी ।
2) खरपतवार के गंभीर पारिस्थितिक परिणाम होते हैं ।
3) खरपतवार विषैले और एलर्जी पैदा करने वाले हो सकते हैं ।

 अंत में कुछ प्रश्न
1) पादप परजीवी निमेटोड द्वारा की जाने वाली क्षति पर चर्चा करें।
2) घोंघे और स्लग्स पेड़-पौधों को किस प्रकार क्षति पहुंचाते हैं?
3) वन्य जीवन (सुरक्षा) अधिनियम 1972 को संक्षेप में बताएं।
4) आप कृन्तकों का प्रबंधन किस प्रकार करेंगे ?
5) पक्षी फसलों को किस प्रकार नुकसान पहुंचाते हैं ?
6) महत्त्वपूर्ण पादप रोगजनकों के नाम और उनसे होने वाले रोगों के बारे में बताएं।

 

प्रश्नवाली
APM-01

क्रमांक खण्ड -1

1) इसकी इकाइयों का अध्ययन करने में आपको कितने घंटे लगे?
इकाई संख्या 1 2 3 4
कुल घंटे

2) निम्नलिखित तालिका में हमने चार प्रकार की ऐसी कठिनाइयों को सूचीबद्ध किया है जो हमारे विचार से आपको पेश आई होंगी।
कृपया कठिनाई के प्रकार पर सही (√) का चिन्ह लगाएं और उपयुक्त कॉलम की सम्बद्ध पृष्ठ संख्या बताएं।
पृष्ठ संख्या कठिनाई का प्रकार
प्रस्तुतिकरण स्पष्ट नहीं है भाषा कठिन है चित्र स्पष्ट नहीं है शब्दावली को स्पष्ट नहीं किया गया है।

 

3) संभव है कि आप कुछ बोध प्रश्नों और अंत में दिये गये प्रश्नों को हल न कर पाएं हों।
निम्नलिखित सारणी में कुछ संभव कठिनाइयों की सूची दी गयी है। कृपया उचित कॉलम में कठिनाई का प्रकार और सम्बद्ध इकाई तथा प्रश्न संख्या पर सही (√) का चिन्ह लगाएँ।
इकाई
संख्या बोध प्रश्न
की संख्या अंत के प्रश्न
की संख्या कठिनाई का प्रकार
ठीक से प्रस्तुत नहीं किये गये दी गयी सूचना के आधार पर उत्तर नहीं दे सकतें दिया गया उत्तर (इकाई के अंत में) स्पष्ट नहीं है। दिया गया उत्तर पर्याप्त नहीं है।

 

4) क्या शब्दावली में सभी कठिन शब्दों को शामिल किया गया है? यदि नहीं, तो दिये गये स्थान पर सूची दें।
5) अन्य कोई सुझाव

 

 

 

 

 

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पाठ्यक्रम समन्वियका (एपीएम 01: समाकलित पीड़क प्रबंधन)
विज्ञान विद्यापीठ
राजकीय महिला विश्वविद्यालय
मैदान गढ़ी
नई दिल्ली-110068