हिंदी माध्यम नोट्स
वान्ट हॉफ गुणांक परिभाषा क्या है सूत्र व प्रश्न उत्तर van’t hoff factor in hindi definition formula
van’t hoff factor (वान्ट हॉफ गुणांक) in hindi What is the definition and formulas ? वान्ट हॉफ गुणांक परिभाषा क्या है सूत्र व प्रश्न उत्तर
वान्ट हाफ गुणांक : (van ‘t Hoff factor in hindi)
असामान्य मानो की व्याख्या करने के लिए वान्टहॉफ ने एक नए गुणांक का समावेश किया जिसे वान्टहॉफ गुणांक कहते है इसे i से व्यक्त करते है।
विलेय के प्रेक्षित मोल तथा सैद्धांतिक मोल के अनुपात को वान्टहॉफ गुणांक कहते है।
वान्टहॉफ गुणांक (i ) = विलेय के प्रेक्षित मोल / विलेय के सैद्धांतिक मोल
i = विलेय के प्रेक्षित अणु संख्यक गुण / विलेय के सैद्धांतिक अणु संख्य गुण
i = (ΔP/P10)0 /( ΔP/P10)t
i = (ΔTb)प्रेक्षित /( ΔTb)सैधांतिक
i = (ΔTf )0 /( ΔTf)t
i = Π0/ Πt
अणु संख्य गुणों के सभी मान विलेय के अणुभार के व्युत्क्रमानुपाती होते है।
अतः
i = विलेय के सैद्धांतिक अणुभार / विलेय का प्रेक्षित अणुभार
प्रश्नो के लिए आधार : अ) 1 m ग्लुकोज़
ब ) 1m CaCl2
स ) 1m NaCl
d ) 1m Al2(SO4)3
प्रश्न 1 : i का मान कौनसे विलयन का मान वान्ट हॉफ गुणांक है।
उत्तर : द
जैसे Al2(SO4)3 = 2Al3+ + 3SO42-
प्रश्न 2 : उपरोक्त विलयनों को वान्ट हाफ गुणांक के बढ़ते क्रम में लिखो।
उत्तर : अ < ब < स < द
प्रश्न 3 : सबसे अधिक क्वथनांक वाला विलयन है ?
उत्तर : द
कणो की संख्या अधिक होने पर क्वथनांक अधिक होता है।
प्रश्न 4 : सबसे अधिक परासरण दाब वाला विलयन है।
उत्तर : द
कणो की संख्या अधिक होने पर परासरण दाब अधिक होता है।
प्रश्न 5 : सबसे कम हिमांक वाला विलयन है।
उत्तर : द
कणों की संख्या बढ़ने पर हिमांक में अवनमन अधिक होता है।
प्रश्न 6 : उपरोक्त विलयनों को हिमांक के बढ़ते क्रम में लिखो।
उत्तर : द > ब > स > अ
कणों की संख्या बढ़ने पर हिमांक में अवनमन होता है।
प्रश्न 7 : उपरोक्त विलयनों को वाष्पदाब के बढ़ते क्रम में लिखो।
उत्तर : द>ब>स>अ
नोट : i =1 हो तो न वियोजन होगा न संगुणन
i>1 हो तो वियोजन होगा।
i<1 हो तो संगुणन होगा।
प्रश्न 7 : निम्न में से किस विलयन के लिए i का मान 1 है।
अ) 1 m सुक्रोज
ब ) 1m CaCl2
स ) 1m NaCl
d ) 1m NH2CO-NH2
उत्तर : सुक्रोज
प्रश्न 8 : ऐसिटिक अम्ल बेंजीन विलायक में द्विलक के रूप में होता है अतः
अ ) i>1
ब ) i <1
स ) i =1
द ) i = 2
उत्तर : ब ) i <1
नोट : जब किसी विलयन में विलेय पदार्थ का संगुणन या वियोजन होता है तो उन विलयनों के लिए अणु संख्य गुणों के समीकरण में वान्टहॉफ गुणांक का समावेश किया गया ।
(P10 – P1 ) / P10 = i X2
ΔTb = i m Kb
ΔTf = i m Kf
π = i cRT
यदि विलेय पदार्थ का वियोजन होता है तो वियोजन की मात्रा α निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात की जाती है।
α = ( i – 1 ) / (n – 1 )
यहाँ n = वियोजित हुए मोल।
नोट : विलेय पदार्थ का संगुणन होता है तो संगुणन की मात्रा α निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात की जाती है।
α = n( i – 1 ) / (1 – n )
यहाँ n = संगुणित हुए मोल की संख्या।
Recent Posts
सारंगपुर का युद्ध कब हुआ था ? सारंगपुर का युद्ध किसके मध्य हुआ
कुम्भा की राजनैतिक उपलकियाँ कुंमा की प्रारंभिक विजयें - महाराणा कुम्भा ने अपने शासनकाल के…
रसिक प्रिया किसकी रचना है ? rasik priya ke lekhak kaun hai ?
अध्याय- मेवाड़ का उत्कर्ष 'रसिक प्रिया' - यह कृति कुम्भा द्वारा रचित है तथा जगदेय…
मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi
malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…
कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए
राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…
हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained
hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…
तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second
Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…