(types of solution in hindi) विलयन के प्रकार , विलयन कितने प्रकार के होते हैं , तनु , सान्द्र , संतृप्त , असंतृप्त विलयन किसे कहते है ? संतृप्त और असंतृप्त की परिभाषा क्या है ?:
विलयन : दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को विलयन कहा जाता है , विलयन विलायक और विलेय पदार्थों से मिलकर बना होता है।
उदाहरण : जैसे पानी में जब नमक को घोला जाता है तो यह विलयन बन जाता है , इसमें पानी को विलायक कहते है और नमक को विलेय कहा जाता है अर्थात जो पदार्थ को घोलता है उसे विलायक और जो घुलता है उसे विलेय कहते है।
विलयनों को अलग अलग आधार पर कई भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे विलायक और विलेय की भौतिक अवस्था के आधार पर कई प्रकार के होते है जैसे ठोस , द्रव , गैसीय आदि विलयन।
जब विलायक तथा विलेय दोनों ठोस अवस्था में मिश्रित होते है तो ऐसे विलयन को ठोस विलयन कहते है।
जब विलायक द्रव हो तथा विलेय ठोस , द्रव या गैस में से कुछ हो , ये दोनों आपस में मिलकर जो विलयन बनाते है उसे द्रव विलयन कहते है।
जब विलायक तथा विलेय दोनों ही गैस अवस्था में होते है तो इनसे मिलकर बनने वाले विलयन को गैसीय विलयन कहते है।
विलेय की मात्रा के आधार पर विलयन के प्रकार
संतृप्त, अंसतृप्त तथा अतिसंतृप्त विलयन
किसी निश्चित ताप पर बना एक ऐसा विलयन जिसमें विलेय पदार्थ की अधिकतम मात्रा घुली हुई हो, संतृप्त विलयन कहलाता है।
किसी निश्चित ताप पर बना एक ऐसा विलयन जिसमें विलेय पदार्थ की और अधिक मात्रा उस ताप पर घुलाई जा सकती है, असंतृप्त विलयन कहलाता है।
ऐसा संतृप्त विलयन जिसमें विलेय की मात्रा उस विलयन को संतृप्त करने के लिए आवश्यक विलेय की मात्रा से अधिक घुली हुई हो, अतिसंतृप्त विलयन कहलाता है।