थैलोफाइटा , ब्रायोफाइटा , टेरिडोफाइटा क्या है , परिभाषा Thallophyta, bryophyta, pteridophyta

  1. थैलोफाइटा : Thallophyta, bryophyta, pteridophyta in hindi

वर्तमान में थैलोफाइटा में सिर्फ शैवाल शामिल है

शैवालों में हरे शैवाल सबसे विकसित माने जाते है जो हरे पौधों के प्रत्यक्ष पूर्वज माने जाते है

हरे शैवालो में निम्न तीन लक्षण पौधों से समानता दर्शाते है

  1. फ्लोरोफिल b की उपस्थिति
  2. सैलुलोस की कोशिका भित्ति
  3. संचित भोजन स्टार्च का पाया जाता है

शैवालो में जीवन चक्र अगुणित प्रकार का होता है, पादप शरीर अविभेदित थैलस प्रकार का होता है जो युग्म्कोद्भिद पीढ़ी को दर्शाता है , जीवन चक्र में केवल एक कोशिका द्विगुणित होती है

  1. ब्रायोफाइटा

मुख्य पादप शरीर थैलस प्रकार का होता है जो की अगुणित पीढ़ी को दर्शाता है , युग्मकोद्भिद पीढ़ी युग्मको का निर्माण करता है

युग्मको के संलयन से युग्मक बनता है

ब्रायोफाइटा में युग्मनज समसूत्री विभाजन द्वारा भ्रूण निर्माण करता है , यह द्विगुणित बिजानुद्भिद पीढ़ी को दर्शाता है , इसमें बीजाणुधानी बनती है जिसमे बीजाणु मात्र कोशिकाओ का निर्माण होता है

ये समस्त संरचनाए द्विगुणित में होती है , बीजाणु मात्र कोशिका में अर्धसूत्री विभाजन होने से बीजाणु का निर्माण होता है जो युग्मकोद्भिद पीढ़ी का आरम्भ करती है

युग्मक युग्मकोद्भिद पीढ़ी की प्रारम्भ कोशिका है , बीजाणुद्भिद पीढ़ी युग्मनज से शुरू होती है तथा बीजाणुद्भिद की अंतिम कोशिका बीजाणु मात्र कोशिका होती है

ब्रायोफाइटा में बीजाणुद्भिद पीढ़ी युग्मकोद्भिद पादप आश्रित रहती है

  1. टेरिडोफाइटा

इनका मुख्य पादप शरीर द्विगुणित बीजाणुद्भिद होता है जो जड़ , तना , पत्ती में विभेदित होता है , पत्तियों पर बीजाणु धानिया लगी होती है , बीजाणु धानियों में बीजाणु मात्र कोशिकाएं पाई जाती है

बीजाणु मात्र कोशिकाएं अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा बीजाणु बनाती है , बीजाणु नयी युग्मकोद्भिद का प्रारम्भ करते है , बीजाणु अंकुरित होकर थैलस बनाते है तो एक अगुणित तथा अविभेदित पादप होता है , तो एक अगुणित तथा युग्मकोद्भिद पीढियां स्वतंत्र होती है तथा एक दूसरे पर आश्रित नहीं होती है इस प्रकार टेरिडोफाइटा में स्वतंत्र एकांतर लक्षण पाया जाता है

प्रोथैलस में युग्मक धानियाँ पाई जाती है जिनमे नर मादा युग्मको का निर्माण होता है जो संलयन द्वारा युग्मक बनाते है , युग्मनज बीजाणुद्भिद पादप का निर्माण करते है