JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: Biology

वृषण तथा अण्डाशय क्या है , कार्य , प्रभाव , लक्षण , संरचना , चित्र Testes and ovaries in hindi

वृषण (Testes) : वृषण शुक्रजनन द्वारा शुक्राणु उत्पन्न करने के अतिरिक्त हार्मोन का स्त्राव भी करते है , वृषण की शुक्रजनन नलिकाओ (सेमेनीफेरस नलिकाओं) द्वारा शुक्राणु उत्पन्न होते है इन कोशिकाओ के बीच अनेक अन्तस्त्रावी कोशिकाएँ धँसी रहती है जिन्हें अन्तराली कोशिकाएँ या लैंडिंग कोशिकाएं कहते है | अन्तराली कोशिकाओ द्वारा नर लिंगी हार्मोन का स्त्राव होता है , ये नरलिंगी हार्मोन टेस्टेस्टेरॉन व एन्ड्रोस्टेरॉन होते है , ये हार्मोन नर में गौण लैंगिक लक्षणों का विकास करते है , जैसे आवाज का भारी होना , दाढ़ी मूंछो का विकसित होना , मांशपेशियों का विकसित होना , मैथुन इच्छा , आक्रामकता आदि , टेस्टेस्टेरॉन शुक्रजनन के लिए भी आवश्यक है |

अण्डाशय (ovaries)

मादा में एक जोड़ी अण्डाशय पाये जाते है , इसका प्रमुख कार्य अण्डजनन है , इसके अतिरिक्त इसकी ग्राफी पुटिकाओ द्वारा स्टेरॉइड प्रकृति के हार्मोन स्त्रवित होते है , ये दो प्रकार के होते है –

  1. एस्ट्रोजन : ग्राफी पुटिकाओ से स्त्रवित यह हार्मोन मादा में द्वितीय लैंगिक लक्षणों जैसे स्तनों का विकास , आवाज का महीन होना , नितम्ब का भारी होना , मासिक चक्र प्रारम्भ होना , शालीनता एवं मैथुन इच्छा जाग्रति का विकास होना आदि लक्षण विकसित होते है |
  2. प्रोजेस्ट्रॉन : कोपर्स ल्यूटियम द्वारा स्त्रवित यह हार्मोन मादा में स्तनों के विकास एवं दूध स्त्रवण को प्रेरित करता है साथ ही गर्भाधारण को प्रेरित करता है | एस्ट्रोजन की कमी से द्वितीय लैंगिक लक्षणों के विकास में कमी तथा मासिक चक्र में अनियमितता आ जाती है , एस्ट्रोजन की अधिकता से मासिक चक्र में अनियमितता के साथ कैंसर भी हो सकता है |

हार्मोन क्रिया की आण्विक क्रियाविधि

हार्मोन कोशिकाओ की उपापचय दर में वृद्धि करते है , हार्मोन की सूक्ष्म मात्रा ही कोशिकाओं की क्रियाशीलता को प्रभावित करने में सक्षम होती है | हार्मोन के कोशिकाओ की सक्रियता एवं उपापचय दर पर प्रभाव के आधार पर इनकी क्रियाविधि को तीन श्रेणियों में बाँट सकते है –

  1. कोशिका कला की पारगम्यता में परिवर्तन : कोशिकाओ की कोशिका कला में ग्राही प्रोटीन होती है जो सोडियम आयन पोटेशियम आयन , कैल्शियम आयन आदि के आवागमन के लिए चैनल की भांति कार्य करती है | हार्मोन ग्राही प्रोटीन से संयोग कर चैनल को बंद कर देते है जिससे आयनों की पारगम्यता प्रभावित हो जाती है , इस परिवर्तन के कारण ही लक्ष्य कोशिकाओ की उपापचय सक्रियता बदल जाती है |
  2. जींस के माध्यम से उपापचयी परिवर्तन : स्टिरोइड हार्मोन लिपिड में घुलकर कोशिका द्रव्य में प्रवेश करते है , कोशिका द्रव्य में ग्राही प्रोटीन से संयोजित होकर समिक्ष अणु (complex molecule) का निर्माण करते है , यह समिक्ष अणु केन्द्रक द्रव्य में प्रवेश कर विशेष जीन को प्रभावित करता है , सक्रीय जीन MKNA का निर्माण करने लगता है | MRNa कोशिका द्रव्य में विशेष प्रोटीन का संश्लेषण करने लगता है , यह संश्लेषित प्रोटीन कोशिका की सक्रियता को प्रभावित करती है , इस प्रकार हार्मोन का प्रभाव प्रदर्शित हो जाता है |
  3. द्वितीय संदेशवाहक से उपापचय में परिवर्तन

एड्रीनल ग्रन्थि के हार्मोन व प्रोटीन हार्मोन कोशिका कला से पारगमित नहीं हो पाते है , इनकी क्रियाविधि को सदरलैंड ने 6 चरणों में समझाया है –

  • लक्ष्य कोशिका की कोशिका कला पर उपस्थित ग्राही प्रोटीन हार्मोन के सम्पर्क में आने से उद्दीप्त हो जाती है |
  • उद्दीप्त ग्राही प्रोटीन अणु कोशिका कला के भीतर उपस्थित प्रोटीन को सक्रीय करती है |
  • G प्रोटीन का सक्रीय अणु कोशिका कला में उपस्थित एडीनिलेट साइकलेस एंजाइम के अणु को उद्दीप्त करता है |
  • सक्रीय एडिनिलेट साइकलेस एंजाइम ATP को CAMP में बदल देता है |
  • सक्रीय CAMP के द्वारा काइनेज एन्जाइम सक्रीय हो जाते है , जो एंजाइम तंत्र को सक्रीय कर देते है |
  • यह सक्रीय एंजाइम तंत्र कोशिका की उपापचयी क्रियाओ के विभिन्न एंजाइम की क्रियाशीलता को प्रभावित करते है |

अन्य स्त्रावी अंग

  1. वृक्क की जास्ट्रा मेड्युलरी कोशिकाएँ : रेनिन – एल्डोस्टेरोन के स्त्राव को प्रेरित करता है |
  2. त्वचा : विटामिन डी – अस्थियों के निर्माण में Ca++ के अवशोषण में सहायक है |
  3. अपरा : अपरा लेक्टोजन – गर्भावस्था को बनाए रखने में सहायक है |
Sbistudy

Recent Posts

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

4 weeks ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

4 weeks ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

4 weeks ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

4 weeks ago

चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi

chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…

1 month ago

भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi

first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…

1 month ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now