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आरएच कारक क्या है और क्यों यह महत्वपूर्ण है ? rh factor in hindi रक्त समूह rh कारक की खोज किसने की
rh factor in hindi आरएच कारक क्या है और क्यों यह महत्वपूर्ण है ? रक्त समूह rh कारक की खोज किसने की ?
Rh रक्त समूह (Rh कारक) :
लैण्डस्टीनर और विनर (1940)ने खोजा कि अधिकांश मानवों (85% , 93% भारतीय) में प्रोटीनीकृत इरिथ्रोसाइट एंटीजन होता है | रीसस बन्दर में भी यह एंटीजन उपस्थित होती है | यह रीसस कारक या Rh कारक कहलाता है | Rh कारक युक्त व्यक्ति (Rh+) कहलाते है जबकि यदि किसी में इस एंटीजन की अनुपस्थिति होती है तो वह (Rh–)कहलाता है | Rh+ एंटीजन Rh –ve व्यक्ति में प्रतिरक्षात्मक प्रत्युत्तर उत्पन्न करता है बाद में ये एन्टी-Rh एन्टीबॉडी (anti-Rh factor)उत्पन्न करते है जो कि Rh+ रक्त कणिकाओं में विखण्डन करता है | Rh एन्टीजन अथवा प्रोटीन प्रभावी एलिल RR और Rr के प्रत्युत्तर में बनती है | यदि दोनों एलिल recessive , (rr) हो ; तो एंटीजन नहीं बनती है | इसके अतिरिक्त फीनोटाइपिक रूप से Rh+और Rh–व्यक्ति में कोई विभेदन नहीं होता है | Rh+से Rh–ट्रांसफ्यूजन के दौरान परेशानी उत्पन्न हो जाती है |
- रक्त ट्रांसफ्यूजन के दौरान Rh+ , -Rh–विसंगति : प्रथम बार Rh+का रक्त Rh–व्यक्ति को ट्रांसफ्यूज करने पर कोई तात्कालिक क्रिया नहीं होती है | हालाँकि यह Rh–व्यक्ति के रक्त में एन्टी Rh–एन्टीबॉडी के उत्पादन को उत्प्रेरित करती है | दूसरी बार Rh+रक्त , Rh– व्यक्ति में ट्रांसफ्यूज करने पर यह विनाशकारी क्रियाएँ उत्पन्न करता है | Rh–व्यक्ति में उपस्थित anti Rh एन्टीबॉडी दाता की Rh+इरिथ्रोसाइट्स का विखण्डन कर देती है |
- गर्भावस्था के दौरान Rh+ – Rh–विसंगतियाँ : यदि माता ने Rh+रक्त नहीं लिया तो Rh–माता में प्रथम Rh+भ्रूण सुरक्षित रहता है | बच्चे के जन्म के दौरान बच्चे की Rh+RBCs माता के रक्त परिसंचरण तंत्र में प्रवेश कर जाती है | तो माता में एन्टी-Rh एन्टीबॉडी विकसित हो जाती है | इस प्रकार की माता में दूसरी बार जब Rh+भ्रूण होता है तो एक असामान्यतया उत्पन्न हो जाती है जिसे erythroblastosisfoetalisअथवा नवजात का हीमोलायटिक रोग कहते है | इसमें भ्रूण की लाल रक्त कणिकाओं का विखण्डन हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप एनीमिया , पीलिया और रक्त वाहिनियों की क्लोगिंग हो जाती है | इससे तीव्र असामान्यतायें और मस्तिष्क की क्षति भी हो सकती है | (HDN) द्वारा क्षति को रोकने के क्रम में Rh– एवंत को Rh+पति के साथ सभी गर्भावस्थाओं में डिफेक्टिव Rh एन्टीबॉडी इंजेक्ट करानी चाहिए , जिसे Rh-इम्यूनोग्लोबिन (RhIg)अथवा Rhogamकहते है |
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